सर्वेश यादव का जीवन परिचय बताता है कि वे उत्तर प्रदेश के एक साधारण यादव परिवार में जन्मे थे। उनका जन्म 20 सितंबर 1971 को हुआ। उनके पिता उदयवीर सिंह एक मेहनती और सामाजिक व्यक्ति थे, जिनकी सोच और विचारधारा ने सर्वेश यादव के व्यक्तित्व को गहराई से प्रभावित किया। सर्वेश यादव ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा आर.एस.एस. इंटर कॉलेज, मीरापुर फर्रुखाबाद से पूरी की और वर्ष 1989 में इंटरमीडिएट की परीक्षा उत्तीर्ण की।
महान स्वतंत्रता सेनानी एवं समाजवादी पुरोधा डॉ. राममनोहर लोहिया जी की जयंती के अवसर पर संसद भवन में लोहिया जी के चित्र पर माननीय लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिरला जी, प्रोफेसर रामगोपाल यादव जी व अन्य संसद सदस्यों ने अर्पित की श्रद्धांजलि। pic.twitter.com/AEuHBryE4N
— Sarvesh Yadav (@sarveshguddu99) March 23, 2022
हालाँकि वे शैक्षिक दृष्टि से केवल 12वीं पास हैं, लेकिन राजनीतिक समझ और जनसेवा की भावना उन्हें आम जनमानस से अलग बनाती है। एक 12वीं पास जनप्रतिनिधि का जीवन परिचय यह दिखाता है कि शिक्षा से अधिक जरूरी है जनता से जुड़ाव और उनकी समस्याओं को समझने की क्षमता। उन्होंने सामाजिक न्याय, गरीबों की आवाज़ और ग्रामीण विकास को अपने राजनीतिक जीवन का आधार बनाया।
सर्वेश यादव का राजनीतिक सफर: संघर्ष, संगठन और सफलता की कहानी
सर्वेश यादव का राजनीतिक सफर समाजवादी पार्टी से शुरू हुआ, जो उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक मज़बूत समाजवादी विचारधारा की प्रतिनिधि पार्टी रही है। वे लंबे समय से पार्टी के निचले स्तर से कार्य कर रहे थे, और समय के साथ संगठन में विश्वास अर्जित करते गए।
UP Election Results 2022: यूपी के वोटों के अंतर से जीत का Margin Meter
विधानसभा चुनाव 2022 में सिरसागंज सीट से सर्वेश यादव का राजनीतिक सफर एक निर्णायक मोड़ पर आया, जब उन्होंने भाजपा के दिग्गज नेता हरिओम यादव को करारी शिकस्त दी। हरिओम यादव न केवल भाजपा के कद्दावर नेता थे बल्कि मुलायम सिंह यादव के समधी भी हैं, जिससे मुकाबला और भी रोचक और चर्चित हो गया था।
इस चुनाव में सर्वेश यादव ने 8805 वोटों के अंतर से जीत हासिल की, जो समाजवादी पार्टी के लिए सिरसागंज में एक बड़ी उपलब्धि थी। एक कड़े मुकाबले में विजय पाने वाले विधायक का राजनीतिक सफर यह दिखाता है कि उन्होंने जमीनी स्तर पर जनता का विश्वास जीता और जातीय तथा सामाजिक समीकरणों को रणनीतिक रूप से साधा।
विधानसभा में भूमिका और जनता से संवाद
विधानसभा में सर्वेश यादव का राजनीतिक सफर अब नई जिम्मेदारियों से भरा हुआ है। वे अपनी सीट पर शिक्षा, स्वास्थ्य और सड़क जैसी बुनियादी समस्याओं को दूर करने की दिशा में कार्यरत हैं। विधानसभा में वे किसानों के मुद्दों, युवाओं की बेरोजगारी और स्थानीय विकास को लेकर मुखर रहते हैं।
एक विधायक के रूप में जिम्मेदारियों का निर्वहन करने वाले जनप्रतिनिधि का राजनीतिक सफर यह दर्शाता है कि वे केवल भाषण देने वाले नेता नहीं, बल्कि अपने क्षेत्र के प्रत्येक व्यक्ति की आवाज़ बनने का प्रयास कर रहे हैं।
विवाद और पारिवारिक घटनाएं: सत्ता के साथ चुनौतियाँ भी
हाल ही में एक विवाद ने उन्हें मीडिया की सुर्खियों में ला दिया। सर्वेश यादव के पुत्र शिवम यादव, जो समाजवादी पार्टी की युवजन सभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष थे, ने कथित तौर पर पार्टी कार्यालय में पूर्व जिलाध्यक्ष को थप्पड़ मार दिया। यह मामला जब पार्टी हाईकमान तक पहुंचा तो शिवम यादव को पार्टी से 6 वर्षों के लिए निष्कासित कर दिया गया।
उत्तर प्रदेश 2022 विधानसभा में 403 सीटों पर विभिन्न जातियों और धर्मों के विधायकों का प्रतिनिधित्व
जमीन से जुड़ा नेता, जिसने जनता के भरोसे से राजनीति में मुकाम बनाया
सर्वेश यादव का जीवन परिचय और राजनीतिक सफर यह स्पष्ट करता है कि वे उन नेताओं में से हैं जिन्होंने राजनीति को करियर नहीं, बल्कि सेवा का माध्यम माना। उन्होंने न केवल बड़े राजनेताओं को चुनौती दी, बल्कि जनता के वोट और विश्वास के बल पर उन्हें हराया भी।
उत्तर प्रदेश के सिरसागंज से एक साधारण परिवार से निकले नेता का राजनीतिक सफर युवाओं के लिए प्रेरणा है कि अगर इरादे मजबूत हों और जनता का साथ हो, तो बड़ी से बड़ी राजनीतिक दीवार भी गिराई जा सकती है।
फ़िरोज़ाबाद जिले की 5 सीटों के परिणामों [ Firozabad Assembly Election Results 2022 ]
विधानसभा सीट | विजेता प्रत्याशी | पार्टी |
---|---|---|
फ़िरोज़ाबाद | मनीष असीजा | भाजपा |
शिकोहाबाद | डॉ. मुकेश वर्मा | सपा |
जसराना | सचिन यादव | सपा |
टूंडला | प्रेमपाल धनगर | भाजपा |
सिरसागंज | सर्वेश यादव | सपा |