जानिए कौन हैं राजमणि कोल ?

राजमणि कोल उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक प्रमुख नाम हैं, जिन्होंने कोरांव विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार के रूप में चुनाव जीतकर अपनी पहचान स्थापित की। इनका जन्म 02 जनवरी 1961 को ग्राम धौखर कोरांव, जनपद प्रयागराज में हुआ था। इनके पिता का नाम स्व. छकौड़ी था। राजमणि कोल अनुसूचित जाति (कोल) समुदाय से आते हैं और हिंदू धर्म के अनुयायी हैं।

पारिवारिक पृष्ठभूमि और शिक्षा

राजमणि कोल का विवाह 05 अप्रैल 1977 को श्रीमती राजकुमारी से हुआ। उनके परिवार में दो पुत्र और दो पुत्रियाँ हैं। शिक्षा के क्षेत्र में उनकी गहरी रुचि रही है, और इन्होंने वाराणसी के सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर (पोस्ट ग्रेजुएट) की डिग्री प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने अध्यापन को अपने व्यावसायिक जीवन का आधार बनाया।

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अध्यापन कार्य और सामाजिक भूमिका

वर्ष 2000 से 2016 तक राजमणि कोल परमसुख आदिवासी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, घौरवर, जनपद प्रयागराज में प्रधानाचार्य के रूप में कार्यरत रहे। इस दौरान उन्होंने न सिर्फ शिक्षण कार्य को प्राथमिकता दी, बल्कि समाज के आदिवासी और वंचित वर्ग के उत्थान में भी सक्रिय भूमिका निभाई। वर्ष 2007 से 2017 तक वे वनवासी कल्याण आश्रम, प्रयागराज के जिला अध्यक्ष रहे।

राजमणि कोल का राजनीतिक सफर : जीवन परिचय से विधान सभा तक

राजनीतिक जीवन की शुरुआत और पहला कार्यकाल

राजमणि कोल का राजनीतिक सफर वर्ष 2017 में भाजपा द्वारा कोरांव विधानसभा सीट से प्रत्याशी बनाए जाने के साथ शुरू हुआ। पार्टी ने उन्हें कोल और दलित वोट बैंक को ध्यान में रखते हुए मैदान में उतारा। राजमणि कोल ने सादगी और समाज सेवा को केंद्र में रखकर चुनाव लड़ा और 24,487 मतों से विजयी हुए। इसके बाद वे उत्तर प्रदेश की सत्रहवीं विधान सभा के सदस्य निर्वाचित हुए।

नियम समिति में भूमिका

2017 से 2022 के बीच वे विधान सभा की नियम समिति के सदस्य भी रहे। इस कार्यकाल में उन्होंने सदन की कार्यशैली और विधायी प्रक्रिया को समझते हुए सक्रिय भागीदारी निभाई। उनकी राजनीतिक छवि एक विनम्र और ज़मीनी नेता के रूप में स्थापित हुई।

राजमणि कोल का दूसरा कार्यकाल और वर्तमान स्थिति

2022 में पुनः निर्वाचित होना

मार्च 2022 में हुए चुनावों में राजमणि कोल ने पुनः भाजपा के टिकट पर कोरांव विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा और दोबारा विजयी हुए। इस प्रकार वे अठारहवीं विधान सभा के सदस्य बन गए। यह जीत उनके जनसमर्थन और क्षेत्रीय लोकप्रियता का प्रमाण है।

क्षेत्र में योगदान

अपने दोनों कार्यकालों में राजमणि कोल ने शिक्षा, सड़क, स्वास्थ्य और सामाजिक कल्याण से जुड़े मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया है। उनकी प्राथमिकता ग्रामीण और आदिवासी समाज के लिए योजनाओं को लागू करना और सरकारी योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुँचाना रहा है।

राजमणि कोल का जीवन परिचय और राजनीतिक सफर इस बात का उदाहरण है कि शिक्षा और समाज सेवा के क्षेत्र से आए व्यक्ति किस प्रकार जनप्रतिनिधि के रूप में प्रभावी भूमिका निभा सकते हैं। एक शिक्षक से दो बार विधायक बनने तक की यात्रा में उन्होंने अपनी कार्यकुशलता, अनुशासन और समर्पण से जनता का विश्वास अर्जित किया है।

2022 उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव: प्रयागराज जिले के परिणाम

भाजपा गठबंधन की जीत (8 सीटें)

विधानसभा सीटविजेता प्रत्याशीपार्टीजीत का अंतर (वोटों से)
फूलपुर ( 2024 उपचुनाव )दीपक पटेलभाजपा2732
बारावाचस्पतिअपना दल (भाजपा गठबंधन)12524
करछनापीयूष रंजन निषादभाजपा9328
कोरांवराजमणि कोलभाजपा24487
फाफामऊगुरु प्रसाद मौर्यभाजपा14324
इलाहाबाद उत्तरहर्षवर्धन बाजपेयीभाजपा54883
इलाहाबाद पश्चिमसिद्धार्थ नाथ सिंहभाजपा29933
इलाहाबाद दक्षिणनंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’भाजपा26182

समाजवादी पार्टी (सपा) की जीत (4 सीटें)

विधानसभा सीटविजेता प्रत्याशीपार्टीजीत का अंतर (वोटों से)
हंडियाहाकिम लाल बिंदसपा3543
मेजासंदीप सिंहसपा3439
प्रतापपुरविजमा यादवसपा10956
सोरांवगीता शास्त्रीसपा5590

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