जानिए कौन हैं सौरभ श्रीवास्तव ?
सौरभ श्रीवास्तव उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक प्रतिष्ठित नाम हैं, जो भारतीय जनता पार्टी से जुड़े हुए हैं और वाराणसी कैंट विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं। वे एक ऐसे राजनीतिक परिवार से आते हैं, जिनका वर्षों से वाराणसी की राजनीति में वर्चस्व रहा है। उनके पिता स्वर्गीय डॉ. हरिश्चंद्र श्रीवास्तव और माता डॉ. ज्योत्सना श्रीवास्तव दोनों ही राज्य की राजनीति में महत्वपूर्ण स्थान रखते थे।
सौरभ श्रीवास्तव का प्रारंभिक जीवन और शिक्षा – जीवन परिचय
जीवन परिचय की बात करें तो सौरभ श्रीवास्तव का जन्म 8 अगस्त 1975 को वाराणसी में एक शिक्षित और संस्कारी कायस्थ परिवार में हुआ। उनके पिता डॉ. हरिश्चंद्र श्रीवास्तव उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री रह चुके हैं, जबकि माता डॉ. ज्योत्सना श्रीवास्तव भी चार बार विधायक रही हैं। इस राजनीतिक परिवेश में पले-बढ़े सौरभ ने स्नातकोत्तर और एमबीए की शिक्षा प्राप्त की, जो उनके प्रशासनिक और प्रबंधन कौशल को दर्शाता है।
30 नवम्बर 2000 को उनका विवाह सुगंधा श्रीवास्तव से हुआ। उनके परिवार में एक पुत्री है। पेशे से वे कृषि, व्यापार और अन्य व्यावसायिक गतिविधियों से जुड़े हैं, जिससे उनका समाज के विभिन्न वर्गों से सीधा संपर्क बना रहा।
राजनीतिक पृष्ठभूमि और विरासत – राजनीतिक सफर की नींव
राजनीतिक सफर की नींव उनके परिवार द्वारा 1991 में रखी गई थी, जब वाराणसी कैंट सीट से उनकी माता डॉ. ज्योत्सना श्रीवास्तव ने जीत दर्ज की थी। इसके बाद यह सीट श्रीवास्तव परिवार की राजनीतिक पहचान बन गई। 2017 में पहली बार सौरभ श्रीवास्तव को भाजपा ने उम्मीदवार बनाया और उन्होंने भारी मतों से जीत हासिल कर अपने पिता और माता की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाया।
कायस्थ बहुल इस सीट पर उनकी पकड़ मजबूत रही है और संघ से पारिवारिक संबंधों ने भाजपा में उनके स्थान को और भी सुदृढ़ बनाया है।
विधानसभा में योगदान – राजनीतिक सफर की प्रगति
राजनीतिक सफर में सौरभ श्रीवास्तव ने 2017 में पहली बार सत्रहवीं विधानसभा के सदस्य के रूप में शपथ ली। वे प्रदेश के स्थानीय निकायों के लेखा परीक्षा प्रतिवेदनों की जांच समिति के सदस्य रहे। इसके अलावा वे कई सामाजिक और सांस्कृतिक संगठनों जैसे अमरावती पुरुषोत्तम जनकल्याण ट्रस्ट, बालिका शिक्षा विकास परिषद और गोल्डन स्योरिंग क्लब से भी जुड़े हुए हैं।
2022 में उन्हें पुनः भाजपा प्रत्याशी के रूप में टिकट मिला और वाराणसी कैंट सीट से अठारहवीं विधानसभा के लिए दूसरी बार निर्वाचित हुए। इस बार उन्होंने जनसरोकारों से जुड़े मुद्दों पर विशेष रूप से ध्यान दिया और कैंट क्षेत्र के आधारभूत ढांचे में सुधार हेतु कई योजनाएं शुरू कीं।
सामाजिक सहभागिता और जनहित में कार्य
राजनीति के अलावा सौरभ श्रीवास्तव की पहचान एक सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में भी है। वे बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सक्रिय हैं और महिलाओं के सशक्तिकरण हेतु चलने वाले अभियानों में भाग लेते हैं। उनके नेतृत्व में वाराणसी कैंट क्षेत्र में कई विकास कार्य संपन्न हुए, जिनमें सड़क निर्माण, स्वास्थ्य केंद्रों का सुदृढ़ीकरण, डिजिटल सुविधाओं का विस्तार और युवाओं के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम शामिल हैं।
सौरभ श्रीवास्तव ने अपने कार्यकाल में यह सिद्ध किया है कि वे केवल विरासत के भरोसे राजनीति नहीं करते, बल्कि जनसेवा में आस्था रखते हैं। भाजपा और उनके समर्थकों को उनसे बड़ी उम्मीदें हैं कि वे आगामी वर्षों में पार्टी के लिए और भी बड़े दायित्व निभा सकते हैं।
Varanasi Assembly Election Results 2022
विधानसभा सीट | विजेता प्रत्याशी | पार्टी | पड़ोसी प्रत्याशी को मतों का अंतर |
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पिंडरा | डॉ. अवधेश सिंह | भाजपा | राजेश पटेल (अपना दल-क) को हराया |
अजगरा (SC) | त्रिभुवन राम | भाजपा | सुनील सोनकर (सपा) को 9,245 वोटों से हराया |
शिवपुर | अनिल राजभर | भाजपा | अरविंद राजभर (सपा) को 27,831 वोटों से हराया |
रोहनिया | सुनील पटेल | अपना दल (सोनेलाल) | अभय पटेल (अपना दल-क) को 46,601 वोटों से हराया |
वाराणसी उत्तर | रविंद्र जायसवाल | भाजपा | अशफाक अहमद (सपा) को 42,549 वोटों से हराया |
वाराणसी दक्षिण | डॉ. नीलकंठ तिवारी | भाजपा | किशन दीक्षित (सपा) को 10,722 वोटों से हराया |
वाराणसी कैंट | सौरभ श्रीवास्तव | भाजपा | पूजा यादव (सपा) को 86,677 वोटों से हराया |
सेवापुरी | नीलरतन पटेल ‘नीलू’ | भाजपा | सुरेंद्र सिंह पटेल (सपा) को 22,679 वोटों से हराया |