जानिए कौन हैं रविंद्र जायसवाल ?
रविंद्र जायसवाल उत्तर प्रदेश के एक प्रमुख भाजपा नेता हैं, जो अपने क्षेत्रीय विकास कार्यों और जनता के प्रति सेवा भाव के लिए जाने जाते हैं। इनका जन्म 1 सितम्बर 1966 को वाराणसी में हुआ। रवींद्र जायसवाल का मूल निवास लल्लापुर खुर्द, थाना सिगरा, वाराणसी में है। वे पिछड़ी जाति (कलवार समुदाय) से आते हैं और हिन्दू धर्म का पालन करते हैं।
उनकी प्रारंभिक शिक्षा वाराणसी के हरिश्चंद्र पीजी कॉलेज में हुई, जहाँ से उन्होंने एलएलबी और एम.कॉम की डिग्रियाँ प्राप्त कीं। इसके पश्चात उन्होंने पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर से एमबीए किया और अंतरराष्ट्रीय बिजनेस एवं लॉ की पढ़ाई अमेरिका के बॉस्टन स्थित हल्ट इंटरनेशनल बिजनेस स्कूल से पूरी की।
रवींद्र जायसवाल का जीवन परिचय
रवींद्र जायसवाल का जीवन परिचय केवल एक राजनेता तक सीमित नहीं है। वे एक प्रतिष्ठित व्यवसायी भी हैं, जिन्होंने वाराणसी में एक लॉ कॉलेज, महिला महाविद्यालय, स्कूल और होटल की स्थापना की। इनके पिता का नाम स्व० रमाशंकर जायसवाल था।
उनकी पत्नी का नाम श्रीमती अंजू जायसवाल है और उनके दो संतानें हैं—एक पुत्र और एक पुत्री। उनका विवाह 21 जनवरी 1992 को हुआ था। शिक्षा, समाज सेवा, और व्यापार—तीनों क्षेत्रों में सक्रिय रहते हुए उन्होंने वाराणसी के सामाजिक और शैक्षिक वातावरण को मजबूत करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
रवींद्र जायसवाल का राजनीतिक सफर
रवींद्र जायसवाल का राजनीतिक सफर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से शुरू हुआ, जहाँ से उन्होंने सक्रिय राजनीति में प्रवेश किया। वे 2002 और 2005 के उपचुनाव में वाराणसी उत्तर सीट से चुनाव लड़ चुके थे। लेकिन 2012 में उन्हें पहली बार सफलता मिली जब वे वाराणसी उत्तरी सीट से विधायक चुने गए।
तीन बार विधायक और दो बार मंत्री
वर्ष 2012 में पहली बार विधायक बनने के बाद उन्होंने वेतन लेना अस्वीकार कर जनता की सेवा के लिए व्यक्तिगत संसाधनों का प्रयोग किया। दूसरी बार 2017 में और तीसरी बार 2022 में भारी मतों से विजयी होकर उन्होंने रवींद्र जायसवाल का राजनीतिक सफर और भी मजबूत किया। 2022 में उन्होंने 134471 मत प्राप्त कर समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार को 40477 मतों से हराया।
योगी आदित्यनाथ सरकार में उन्हें दो बार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) स्टाम्प तथा न्यायालय शुल्क एवं पंजीयन विभाग की जिम्मेदारी दी गई। उनका राजनीतिक योगदान न केवल विधानसभा स्तर पर बल्कि प्रदेश सरकार की नीतियों के निर्माण में भी रहा है।
जन सेवा और सामाजिक योगदान
रविंद्र जायसवाल का जीवन परिचय सामाजिक आंदोलनों से भी जुड़ा रहा है। वे रामसेतु आंदोलन, राम जन्मभूमि आंदोलन और अन्य सामाजिक आंदोलनों में सक्रिय रूप से भाग ले चुके हैं। इन्हीं आंदोलनों में भाग लेने के कारण वे 18 दिन तक जेल में भी बंद रहे।
उन्होंने अपने पहले कार्यकाल में बिजली की समस्या दूर करने के लिए अपनी सैलरी से खंभे खरीदे और दूसरी बार सोलर लाइटें लगवाकर गली-कूचों को रोशन किया। तीसरे कार्यकाल में भी उन्होंने अपनी सैलरी मुख्यमंत्री पीड़ित राहत कोष में जमा करने का निर्णय लिया।
रवींद्र जायसवाल का योगदान और पहचान
रवींद्र जायसवाल को एक कर्मठ, ईमानदार और विकासशील नेता के रूप में पहचाना जाता है। वे वाराणसी के सबसे लोकप्रिय नेताओं में से एक हैं और जनता के बीच उनकी गहरी पकड़ है। शिक्षा, व्यापार और राजनीति में उनके संतुलित योगदान ने उन्हें एक सफल नेता के रूप में स्थापित किया है।
Varanasi Assembly Election Results 2022
विधानसभा सीट | विजेता प्रत्याशी | पार्टी | पड़ोसी प्रत्याशी को मतों का अंतर |
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पिंडरा | डॉ. अवधेश सिंह | भाजपा | राजेश पटेल (अपना दल-क) को हराया |
अजगरा (SC) | त्रिभुवन राम | भाजपा | सुनील सोनकर (सपा) को 9,245 वोटों से हराया |
शिवपुर | अनिल राजभर | भाजपा | अरविंद राजभर (सपा) को 27,831 वोटों से हराया |
रोहनिया | सुनील पटेल | अपना दल (सोनेलाल) | अभय पटेल (अपना दल-क) को 46,601 वोटों से हराया |
वाराणसी उत्तर | रविंद्र जायसवाल | भाजपा | अशफाक अहमद (सपा) को 42,549 वोटों से हराया |
वाराणसी दक्षिण | डॉ. नीलकंठ तिवारी | भाजपा | किशन दीक्षित (सपा) को 10,722 वोटों से हराया |
वाराणसी कैंट | सौरभ श्रीवास्तव | भाजपा | पूजा यादव (सपा) को 86,677 वोटों से हराया |
सेवापुरी | नीलरतन पटेल ‘नीलू’ | भाजपा | सुरेंद्र सिंह पटेल (सपा) को 22,679 वोटों से हराया |