पूनम संखवार का जन्म 30 जून 1977 को कानपुर जिले के पतारा गाँव में स्वर्गीय गंगा सागर संखवार के घर हुआ था। अनुसूचित जाति (जाटव समुदाय) से ताल्लुक रखने वाली पूनम ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा स्थानीय विद्यालयों से प्राप्त की। शिक्षा के प्रति उनकी लगन ने उन्हें कानपुर के सीएसजेएम विश्वविद्यालय से समाजशास्त्र में स्नातकोत्तर (पोस्ट ग्रेजुएशन) की डिग्री प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया, जिसे उन्होंने 2001 में सफलतापूर्वक पूरा किया।
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10 मार्च 1992 को उनका विवाह श्री रमेश चंद्र गौतम से हुआ, जो एक सरकारी कर्मचारी हैं। इस दंपति के एक पुत्र और एक पुत्री हैं। पारिवारिक जीवन के साथ-साथ पूनम ने कृषि और पशुपालन को भी अपनाया, जो उनके ग्रामीण जीवन से गहरा जुड़ाव दर्शाता है।
भाजपा कानपुर बुंदेलखंड क्षेत्रीय कार्यालय में, बक्फ बोर्ड संशोधन के सन्दर्भ में आयोजित कार्यशाला में माननीय प्रदेश अध्यक्ष श्री @Bhupendraupbjp जी का मार्गदर्शन प्राप्त हुआ! pic.twitter.com/hCBcTkvabv
— Poonam Sankhwar(मोदी का परिवार) (@poonam_sankhwar) April 21, 2025
पूनम संखवार : राजनीतिक सफर की शुरुआत
पूनम संखवार का राजनीतिक सफर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के साथ शुरू हुआ। 2017 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में उन्हें बसपा ने रसूलाबाद विधानसभा क्षेत्र से टिकट दिया। हालाँकि इस चुनाव में उन्हें सफलता नहीं मिली और वे 41,060 मत प्राप्त करके तीसरे स्थान पर रहीं। इस चुनाव में भाजपा की निर्मला संखवार विजयी रहीं, जिन्हें 88,390 मत मिले थे।
पूनम संखवार :बसपा से मोहभंग और विवाद
2017 के चुनाव के बाद पूनम संखवार ने बसपा के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने पार्टी के मंडल समन्वयकों पर धन उगाही का आरोप लगाया और कहा कि बसपा नेतृत्व डॉ. भीमराव अंबेडकर और कांशीराम के सिद्धांतों से भटक गया है। उनके साथ-साथ धर्मपाल सिंह भदौरिया और सतीश शुक्ला जैसे अन्य नेताओं ने भी पार्टी पर आर्थिक शोषण और धमकियों के आरोप लगाए।
भाजपा में प्रवेश और ऐतिहासिक जीत
बसपा छोड़ने के बाद पूनम संखवार ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का दामन थामा। 2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा ने उन्हें रसूलाबाद सीट से प्रत्याशी बनाया। इस बार उन्होंने अपने प्रदर्शन में उल्लेखनीय सुधार किया और 91,783 मत प्राप्त करके समाजवादी पार्टी के कमलेश चंद्र दिवाकर को 21,512 मतों के अंतर से पराजित किया। यह जीत न केवल उनके व्यक्तिगत संघर्ष का परिणाम थी, बल्कि उनके राजनीतिक कौशल को भी प्रदर्शित करती थी।
विधायक के रूप में योगदान
रसूलाबाद की विधायक के रूप में पूनम संखवार ने क्षेत्र के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण पहल की हैं। उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य और कृषि के क्षेत्र में विशेष ध्यान दिया है। ग्रामीण महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए भी उन्होंने कई योजनाएं शुरू की हैं। उनका मानना है कि राजनीति का मुख्य उद्देश्य जनसेवा और समाज के पिछड़े वर्गों का उत्थान होना चाहिए।
पूनम संखवार का जीवन परिचय और राजनीतिक सफर एक ऐसी कहानी है जो हार न मानने की प्रेरणा देती है। अनुसूचित जाति समुदाय से आने वाली पूनम ने अपनी मेहनत और लगन से राजनीति में अपनी पहचान बनाई है। बसपा से भाजपा तक के उनके सफर ने उन्हें एक लचीली और जनोन्मुखी नेता के रूप में स्थापित किया है।
Kanpur Dehat Assembly Election Results 2022
क्रमांक | विधानसभा क्षेत्र संख्या | विधानसभा क्षेत्र का नाम | पार्टी | जीत |
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1 | 205 | रसूलाबाद | भारतीय जनता पार्टी | पूनम संखवार |
2 | 206 | अकबरपुर-रनियां | भारतीय जनता पार्टी | प्रतिभा शुक्ला |
3 | 207 | सिकंदरा | भारतीय जनता पार्टी | अजीत पाल सिंह |
4 | 208 | भोगनीपुर | भारतीय जनता पार्टी | राकेश सचान |