जानिए कौन हैं पीयूष रंजन निषाद ?
पीयूष रंजन निषाद का जन्म 9 सितम्बर 1972 को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में हुआ। उनके पिता का नाम श्री कामता प्रसाद निषाद है। वह हिन्दू धर्म से हैं और पिछड़ी जाति (निषाद) समुदाय से आते हैं। प्रारंभिक शिक्षा के बाद उन्होंने स्नातक तक की पढ़ाई पूरी की। परिवारिक जीवन में उन्होंने 24 नवम्बर 1995 को श्रीमती शकुन्तला से विवाह किया, जिनसे उन्हें दो पुत्र और दो पुत्रियाँ हैं। व्यवसायिक रूप से वह अन्य निजी क्षेत्रों में सक्रिय रहे हैं।
UP Election Results 2022: यूपी के वोटों के अंतर से जीत का Margin Meter
जीवन के शुरुआती वर्षों में पीयूष रंजन निषाद ने सामाजिक और राजनीतिक गतिविधियों में विशेष रुचि दिखाई। प्रयागराज के स्थानीय मुद्दों को लेकर वे अक्सर लोगों के बीच देखे गए। इसी जमीनी सक्रियता ने उन्हें आगे चलकर राजनीतिक मंच पर लाने का रास्ता तैयार किया।
पीयूष रंजन निषाद का जीवन परिचय और सामाजिक पृष्ठभूमि
राजनीति में कदम रखने से पहले पीयूष रंजन निषाद आमजन से जुड़े विभिन्न सामाजिक विषयों पर काम कर चुके थे। प्रयागराज जैसे विविध सामाजिक संरचना वाले क्षेत्र में उन्होंने पिछड़े और वंचित वर्ग के लिए कार्य किया। स्नातक शिक्षा पूरी करने के बाद उन्होंने राजनीतिक दिशा में स्पष्ट कदम उठाया।
उनका जीवन परिचय इस बात को दर्शाता है कि उन्होंने संघर्ष और संगठन शक्ति के बल पर अपनी पहचान बनाई। निषाद समाज में सक्रिय भागीदारी और संगठनात्मक भूमिका ने उन्हें लोगों के बीच एक विश्वसनीय चेहरा बनाया।
राजनीतिक सफर : करछना विधानसभा में संघर्ष और सफलता
पीयूष रंजन निषाद ने 2012 और 2017 के विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी से करछना सीट से चुनाव लड़ा। 2012 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा, लेकिन 2017 में उन्होंने 65,782 वोट प्राप्त कर दूसरे स्थान पर पहुंचकर महत्वपूर्ण बढ़त दर्ज की। यह प्रदर्शन करछना जैसे सीट पर भाजपा के लिए एक उपलब्धि मानी गई, जहां परंपरागत रूप से सपा और बसपा के बीच मुकाबला होता था।
हालांकि, इस समय तक पार्टी को जीत नहीं मिली थी, लेकिन इस प्रदर्शन ने करछना में भाजपा कार्यकर्ताओं और नेतृत्व को उम्मीद दी। 2022 में गठबंधन बदलते हुए निषाद पार्टी के सहयोग से उन्होंने एक बार फिर चुनावी मैदान में कदम रखा। इस बार भाजपा के सिंबल पर लड़ते हुए पीयूष रंजन निषाद को भारी बहुमत से जीत मिली और वे पहली बार अठारहवीं विधानसभा के सदस्य बने।
राजनीतिक सफर में पीयूष रंजन निषाद की प्रमुख उपलब्धियां
- 2012 में भाजपा से करछना विधानसभा सीट पर प्रत्याशी के रूप में शुरुआत की।
- 2017 में सशक्त विपक्ष के रूप में उभरे और दूसरी स्थिति तक पहुंचे।
- 2022 में भाजपा-निषाद पार्टी गठबंधन से करछना सीट पर जीत हासिल की।
- पहली बार उत्तर प्रदेश की अठारहवीं विधानसभा में निर्वाचित हुए।
इस पूरी यात्रा से स्पष्ट होता है कि पीयूष रंजन निषाद का राजनीतिक सफर संघर्ष और दृढ़ संकल्प का उदाहरण है। उन्होंने हर हार को सीख में बदला और संगठन के साथ अपने व्यक्तिगत जनाधार को भी मजबूत किया।
पीयूष रंजन निषाद : क्षेत्रीय राजनीति में भूमिका और प्रभाव
अब जब पीयूष रंजन निषाद करछना विधानसभा से विधायक हैं, तो उनके ऊपर क्षेत्रीय विकास और सामाजिक न्याय से जुड़े कार्यों को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी है। वे स्थानीय मुद्दों को विधानमंडल में उठाने के साथ-साथ निषाद समाज के हितों की भी पैरवी कर रहे हैं।
उनका चुनावी सफर यह दिखाता है कि निरंतर प्रयास और मजबूत जमीनी पकड़ से सफलता संभव होती है। उन्होंने करछना जैसे चुनौतीपूर्ण क्षेत्र में यह कर दिखाया है।
2022 उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव: प्रयागराज जिले के परिणाम
भाजपा गठबंधन की जीत (8 सीटें)
विधानसभा सीट | विजेता प्रत्याशी | पार्टी | जीत का अंतर (वोटों से) |
---|---|---|---|
फूलपुर ( 2024 उपचुनाव ) | दीपक पटेल | भाजपा | 2732 |
बारा | वाचस्पति | अपना दल (भाजपा गठबंधन) | 12524 |
करछना | पीयूष रंजन निषाद | भाजपा | 9328 |
कोरांव | राजमणि कोल | भाजपा | 24487 |
फाफामऊ | गुरु प्रसाद मौर्य | भाजपा | 14324 |
इलाहाबाद उत्तर | हर्षवर्धन बाजपेयी | भाजपा | 54883 |
इलाहाबाद पश्चिम | सिद्धार्थ नाथ सिंह | भाजपा | 29933 |
इलाहाबाद दक्षिण | नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ | भाजपा | 26182 |
समाजवादी पार्टी (सपा) की जीत (4 सीटें)
विधानसभा सीट | विजेता प्रत्याशी | पार्टी | जीत का अंतर (वोटों से) |
---|---|---|---|
हंडिया | हाकिम लाल बिंद | सपा | 3543 |
मेजा | संदीप सिंह | सपा | 3439 |
प्रतापपुर | विजमा यादव | सपा | 10956 |
सोरांव | गीता शास्त्री | सपा | 5590 |