लोकेंद्र प्रताप सिंह का जन्म 15 जून 1962 को उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले के मोहम्मदी क्षेत्र में हुआ। उनके पिता का नाम स्वर्गीय शिवमंगल सिंह था। लोकेंद्र प्रताप सिंह हिन्दू धर्म के अनुयायी हैं और जाति से क्षत्रिय समुदाय से आते हैं।

लोकेंद्र प्रताप का जीवन परिचय : उन्होंने उच्च शिक्षा प्राप्त की है। वे स्नातकोत्तर और विधि स्नातक (एलएलबी) हैं। शिक्षा के साथ-साथ वे कृषि, वकालत और पत्रकारिता के क्षेत्र में भी सक्रिय रहे हैं।

उनका विवाह 28 फरवरी 1985 को पुष्पा सिंह से हुआ। उनके परिवार में दो पुत्र हैं।

छात्र जीवन से ही लोकेंद्र प्रताप सिंह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ता रहे हैं। उन्होंने छात्रसंघ चुनावों में भी भाग लिया, जिससे उनके राजनीतिक जीवन की नींव पड़ी।


लोकेंद्र प्रताप सिंह का राजनीतिक सफर

प्रारंभिक राजनीतिक गतिविधियां

लोकेंद्र प्रताप सिंह का राजनीतिक सफर संगठनात्मक गतिविधियों से शुरू हुआ। आरएसएस और एबीवीपी में सक्रियता के माध्यम से उन्होंने संगठन कौशल सीखा। यह अनुभव आगे चलकर उन्हें मुख्यधारा की राजनीति में लाने में सहायक बना।

भाजपा के सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में काम करते हुए उन्होंने पार्टी की नीतियों और कार्यक्रमों को गांव-गांव तक पहुँचाया।

पहली बार विधायक बनना

2017 के विधानसभा चुनाव में लोकेंद्र प्रताप सिंह ने मोहम्मदी विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा। उन्होंने जीत दर्ज कर सत्रहवीं विधानसभा में सदस्य के रूप में पहली बार प्रवेश किया।

उनकी जीत के साथ ही उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार भी बनी। इस तरह, वर्षों से जारी विधायक बदलने का सिलसिला मोहम्मदी विधानसभा में थम गया।

लगातार दूसरी बार जीत का रिकॉर्ड

2022 के विधानसभा चुनाव में लोकेंद्र प्रताप सिंह ने फिर से जीत हासिल की। वह अट्ठारहवीं विधानसभा के सदस्य बने। यह जीत विशेष रही क्योंकि 37 वर्षों में पहली बार कोई विधायक मोहम्मदी सीट से लगातार दो बार विजयी हुआ।

उनकी इस सफलता के साथ भाजपा ने फिर से सरकार बनाई, जिससे उनका राजनीतिक कद और मजबूत हुआ।

समिति और संगठन में भूमिका

लोकेंद्र प्रताप सिंह का जीवन परिचय और राजनीतिक सफर यह भी दर्शाता है कि उन्होंने विभिन्न समितियों में भी योगदान दिया। 2018 से 2022 के बीच वे उत्तर प्रदेश विधानसभा की नियम समिति के सदस्य रहे।

उन्हें प्राक्कलन समिति का सभापति भी नियुक्त किया गया, जिसके चलते उन्हें दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री की सुविधाएं प्राप्त हुईं। इसके अलावा वे:

  • उपाध्यक्ष, कल्याणी (2008 से)
  • सदस्य, पीडी भारतीय इंटर कॉलेज (2012 से)
  • सदस्य, गन्ना किसान महाविद्यालय (2008 से)
  • सचेतक, भाजपा विधान मंडल दल, उत्तर प्रदेश

जैसी महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभाते रहे हैं।


क्षेत्रीय विकास में भूमिका

किसान और शिक्षा क्षेत्र में कार्य

कृषि व्यवसाय से जुड़े होने के कारण लोकेंद्र प्रताप सिंह ने किसानों के हितों की आवाज उठाई। गन्ना किसानों के लिए काम करने वाले महाविद्यालय से जुड़ाव उनके प्रयासों को दर्शाता है।

शिक्षा के क्षेत्र में भी उनका विशेष योगदान रहा है। विभिन्न शिक्षण संस्थाओं से जुड़कर उन्होंने क्षेत्रीय शिक्षा विकास को बढ़ावा दिया।

जनता के साथ संवाद

लोकेंद्र प्रताप सिंह का जीवन परिचय और राजनीतिक सफर यह भी दिखाता है कि वे जनता के बीच सीधे संवाद और समाधान में विश्वास करते हैं। उन्होंने अपने कार्यकाल में सड़कों के निर्माण, सिंचाई परियोजनाओं और स्वास्थ्य सुविधाओं के विकास के लिए निरंतर प्रयास किए हैं।

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Lakhimpur Kheri Election Result 2022

लखीमपुर खीरी ज़िले की सभी विधानसभा सीटों (2022) के विजयी प्रत्याशी

क्रम संख्याविधानसभा क्षेत्रविजयी प्रत्याशीपार्टी
1पलियाहरविंदर कुमार साहनी (रोमी)भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)
2निघासनशशांक वर्माभारतीय जनता पार्टी (भाजपा)
3गोला गोकर्णनाथअरविंद गिरीभारतीय जनता पार्टी (भाजपा)
4श्रीनगरमंजू त्यागीभारतीय जनता पार्टी (भाजपा)
5धौरहराविनोद शंकर अवस्थीभारतीय जनता पार्टी (भाजपा)
6लखीमपुरयोगेश वर्माभारतीय जनता पार्टी (भाजपा)
7कस्तासौरभ सिंह सोनू भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)
8मोहम्मदीलोकेंद्र प्रताप सिंहभारतीय जनता पार्टी (भाजपा)

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