कौन हैं गुरु प्रसाद मौर्य ?
गुरु प्रसाद मौर्य एक भारतीय राजनेता हैं जिनका जन्म 3 फरवरी 1968 को प्रयागराज, उत्तर प्रदेश में हुआ था। Guru Prasad Maurya के पिता का नाम स्वर्गीय बुधई राम था। इनकी शिक्षा स्नातक स्तर तक हुई है और विवाह 20 जून 1986 को श्रीमती कृष्णा देवी मौर्या से हुआ। एक पुत्र के पिता गुरु प्रसाद मौर्य का पेशा कृषि और व्यापार है।
राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाने से पहले उन्होंने समाज में जमीनी स्तर पर काम किया। वह मौर्य जाति से हैं और हिन्दू धर्म का पालन करते हैं।
Guru Prasad Maurya का जीवन परिचय
Guru Prasad Maurya का जीवन परिचय प्रयागराज जैसे ऐतिहासिक और राजनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण क्षेत्र से जुड़ा हुआ है। उन्होंने ग्रामीण पृष्ठभूमि से निकलकर अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत की। वर्ष 2007 में पहली बार नवाबगंज विधानसभा सीट से बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के टिकट पर विधायक निर्वाचित हुए।
इस कार्यकाल के दौरान उन्होंने कई समितियों में सदस्य के रूप में कार्य किया, जिनमें प्रतिनिहित विद्यायन समिति (2007-08), सरकारी आश्वासन संबंधी समिति (2008-09) और सार्वजनिक उपक्रम एवं निगम संयुक्त समिति (2009-10) शामिल हैं।
गुरु प्रसाद मौर्या का राजनीतिक सफर
गुरु प्रसाद मौर्या का राजनीतिक सफर वर्ष 2007 से शुरू हुआ जब उन्होंने पहली बार उत्तर प्रदेश विधानसभा में प्रवेश किया। 2007 से 2012 तक नवाबगंज सीट का प्रतिनिधित्व करते हुए उन्होंने विधानसभा में सक्रिय योगदान दिया।
परिसीमन के बाद नया संघर्ष
2012 में हुए परिसीमन के बाद नवाबगंज सीट समाप्त हो गई और उन्होंने फाफामऊ विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा। इसके बावजूद उन्होंने पार्टी से नाता नहीं तोड़ा और 2017 में फिर से बसपा से टिकट की उम्मीद की, किंतु पार्टी ने अंतिम समय में उनका टिकट काट दिया और मनोज पांडेय को प्रत्याशी बना दिया।
Guru Prasad Maurya का भाजपा में शामिल होने का निर्णय
राजनीतिक परिस्थितियों के चलते उन्होंने बहुजन समाज पार्टी से नाता तोड़कर भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया। यह कदम उनके राजनीतिक भविष्य में निर्णायक साबित हुआ।
2022 के विधानसभा चुनाव और जीत
वर्ष 2022 में Guru Prasad Maurya को भाजपा ने फाफामऊ विधानसभा सीट से प्रत्याशी बनाया। इस चुनाव में उन्होंने समाजवादी पार्टी के अंसार अहमद को 14,324 वोटों से हराया और अठारहवीं विधानसभा के सदस्य निर्वाचित हुए।
इस जीत के साथ उन्होंने अपने राजनीतिक सफर में एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर स्थापित किया। उनकी यह जीत भाजपा के जातीय और क्षेत्रीय समीकरणों को सुदृढ़ करने में सहायक रही।
Guru Prasad Maurya और सामाजिक सहभागिता
Guru Prasad Maurya ने अपने जीवन परिचय में यह स्पष्ट किया है कि राजनीति उनके लिए केवल सत्ता का माध्यम नहीं बल्कि समाज सेवा का साधन है। उनके कार्यों में क्षेत्रीय विकास, किसान हित और सामाजिक न्याय को प्राथमिकता दी जाती रही है।
उनकी पहचान उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के करीबी नेताओं में होती है, जिससे उनके राजनीतिक निर्णयों में विश्वसनीयता और संगठित समर्थन की झलक मिलती है।
गुरु प्रसाद मौर्या का नाम उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक स्थापित पहचान बन चुका है। उनके जीवन परिचय और राजनीतिक सफर का विश्लेषण यह दर्शाता है कि उन्होंने अपने कार्य से राजनीति में निरंतरता और जनसंपर्क दोनों को प्राथमिकता दी है।
वर्तमान में वे फाफामऊ विधानसभा सीट से विधायक हैं और भाजपा की नीतियों के साथ सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।
2022 उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव: प्रयागराज जिले के परिणाम
भाजपा गठबंधन की जीत (8 सीटें)
विधानसभा सीट | विजेता प्रत्याशी | पार्टी | जीत का अंतर (वोटों से) |
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फूलपुर ( 2024 उपचुनाव ) | दीपक पटेल | भाजपा | 2732 |
बारा | वाचस्पति | अपना दल (भाजपा गठबंधन) | 12524 |
करछना | पीयूष रंजन निषाद | भाजपा | 9328 |
कोरांव | राजमणि कोल | भाजपा | 24487 |
फाफामऊ | गुरु प्रसाद मौर्य | भाजपा | 14324 |
इलाहाबाद उत्तर | हर्षवर्धन बाजपेयी | भाजपा | 54883 |
इलाहाबाद पश्चिम | सिद्धार्थ नाथ सिंह | भाजपा | 29933 |
इलाहाबाद दक्षिण | नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ | भाजपा | 26182 |
समाजवादी पार्टी (सपा) की जीत (4 सीटें)
विधानसभा सीट | विजेता प्रत्याशी | पार्टी | जीत का अंतर (वोटों से) |
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हंडिया | हाकिम लाल बिंद | सपा | 3543 |
मेजा | संदीप सिंह | सपा | 3439 |
प्रतापपुर | विजमा यादव | सपा | 10956 |
सोरांव | गीता शास्त्री | सपा | 5590 |