कौन हैं आराधना मिश्रा ?
आराधना मिश्रा जिन्हें अक्सर ‘मोना’ नाम से भी जाना जाता है, उत्तर प्रदेश की कांग्रेस पार्टी की एक वरिष्ठ नेता हैं। उनका जन्म 20 अप्रैल 1974 को प्रयागराज (इलाहाबाद) में हुआ था। उनके पिता श्री प्रमोद तिवारी, राज्य के जाने-माने वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और नौ बार विधायक, एक बार राज्यसभा सदस्य रह चुके हैं। उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से वाणिज्य में स्नातक की पढ़ाई की और उसके बाद बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में परास्नातक किया। वे सामाजिक कार्यों से भी लंबे समय से जुड़ी रही हैं।
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वर्ष 1999 में उनका विवाह अंबिका मिश्रा से हुआ, जिनसे उनके दो संतानें हैं – एक पुत्र और एक पुत्री। उनका करियर सामाजिक कार्यों और राजनीति दोनों में सक्रिय रूप से आगे बढ़ा है।
जन-आकांक्षाओं की बुलंद आवाज़, अडिग संकल्प, करुणा के प्रतीक, लाखों युवाओं के प्रेरणास्रोत, नेता प्रतिपक्ष जननायक आदरणीय श्री @RahulGandhi जी का लखनऊ हवाईअड्डे पर आत्मीय स्वागत किया। pic.twitter.com/mpHKKrB5f7
— Aradhana Misra-Mona (@aradhanam7000) April 29, 2025
आराधना मिश्रा का जीवन परिचय
पारिवारिक और शैक्षिक पृष्ठभूमि
आराधना मिश्रा का जीवन परिचय उनके पारिवारिक राजनीतिक विरासत और शिक्षण में गहराई से जुड़ा है। उनके पिता प्रमोद तिवारी न केवल एक कद्दावर नेता रहे, बल्कि उत्तर प्रदेश विधानसभा में लगातार नौ बार चुने गए। इससे उनको राजनीति का गहरा अनुभव घर से ही मिला। उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में मजबूत नींव रखते हुए समाज सेवा में सक्रिय भूमिका निभाई।
सामाजिक कार्यों में योगदान
वे सरयू समाज कल्याण संस्थान और सरयू सांस्कृतिक रंगमंच की सचिव हैं। इनके माध्यम से उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में दिव्यांग जनों के इलाज, कृत्रिम अंग वितरण और निःशुल्क नेत्र चिकित्सा शिविर आयोजित कराए हैं।
आराधना मिश्रा का राजनीतिक सफर
2014 का उपचुनाव और शुरुआत
आराधना मिश्रा का राजनीतिक सफर वर्ष 2014 में तब शुरू हुआ जब रामपुर खास विधानसभा सीट उनके पिता के राज्यसभा जाने से रिक्त हुई। इस उपचुनाव में उन्हें कांग्रेस पार्टी ने प्रत्याशी बनाया और उन्होंने पहली बार विधायक निर्वाचित होकर राजनीति में औपचारिक प्रवेश किया।
2017 और 2022 की जीत
2017 में उन्होंने दूसरी बार रामपुर खास से जीत हासिल की और 2022 में लगातार तीसरी बार विधायक निर्वाचित हुईं, जो उनके जनसमर्थन का प्रमाण है। तीन बार की यह सफलता आराधना मिश्रा को रामपुर खास विधानसभा क्षेत्र में एक मजबूत जननेता के रूप में स्थापित करती है।
विधायी समितियों में भागीदारी
विधानसभा सदस्य के रूप में आराधना मिश्रा ने महिला एवं बाल विकास संबंधी समिति तथा स्थानीय निकायों के लेखा परीक्षा प्रतिवेदनों की जांच समिति में भी कार्य किया है। इसके अलावा, 2019 में उन्हें कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता नियुक्त किया गया, जो उनके नेतृत्व कौशल का प्रतीक है।
आराधना मिश्रा की राजनीतिक पहचान और भूमिका
कांग्रेस पार्टी में भूमिका
आराधना मिश्रा को कांग्रेस पार्टी में एक प्रभावशाली महिला नेता माना जाता है। वे प्रियंका गांधी के करीबी नेताओं में गिनी जाती हैं और महिला नेतृत्व को प्रदेश में मजबूती देने के लिए सक्रिय हैं।
सामाजिक सरोकार
उनकी राजनीति सिर्फ सत्ता तक सीमित नहीं रही, बल्कि सामाजिक विकास की दिशा में भी उन्होंने निरंतर कार्य किया है। आराधना मिश्रा का जीवन परिचय और राजनीतिक सफर सामाजिक सेवा, महिला सशक्तिकरण और जन सहभागिता के मजबूत स्तंभों पर आधारित रहा है।
आराधना मिश्रा एक ऐसी नेता हैं जो उत्तर प्रदेश की राजनीति में निरंतर तीन बार जीतकर एक स्थायी और विश्वसनीय जननेता के रूप में स्थापित हो चुकी हैं। उनके जीवन परिचय और राजनीतिक सफर से यह स्पष्ट होता है कि उन्होंने पारिवारिक विरासत को जनसेवा में रूपांतरित किया है और सामाजिक कार्यों में निरंतर सक्रिय भूमिका निभाई है।
Pratapgarh Assembly Election Results 2022
क्रमांक | विधानसभा सीट | विजेता का नाम | पार्टी का नाम |
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1 | बाबागंज (सुरक्षित) | विनोद कुमार सरोज | निर्दलीय |
2 | कुंडा | रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया | निर्दलीय |
3 | पट्टी | राम सिंह पटेल | समाजवादी पार्टी (सपा) |
4 | प्रतापगढ़ सदर | राजेंद्र कुमार मौर्य | भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) |
5 | रामपुर खास | आराधना मिश्रा ‘मोना’ | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (कांग्रेस) |
6 | रानीगंज | डॉ. आर के वर्मा | समाजवादी पार्टी (सपा) |
7 | विश्वनाथगंज | जीतलाल पटेल | अपना दल (सोनेलाल) – भाजपा गठबंधन |