कौन हैं डॉ. आर के वर्मा ?
डॉ. आर के वर्मा उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जनपद से संबंध रखने वाले एक सक्रिय और अनुभवी राजनेता हैं। इनका जन्म 10 जनवरी 1977 को प्रतापगढ़ में हुआ। वे हिन्दू धर्म और पिछड़ी जाति (कुर्मी क्षत्रिय) समुदाय से आते हैं। उन्होंने बीएससी, बीएएमएस और स्नातकोत्तर स्तर की शिक्षा प्राप्त की है। चिकित्सा व्यवसाय से शुरुआत करने के बाद वे सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्रों में सक्रिय हो गए।
उत्तर प्रदेश 2022 विधानसभा में 403 सीटों पर विभिन्न जातियों और धर्मों के विधायकों का प्रतिनिधित्व
उनकी पत्नी का नाम स्वर्गीय अनीशा वर्मा था। वे प्रतापगढ़ जिले के विश्वनाथगंज विधानसभा के सराय देवराय गांव के निवासी हैं, जबकि वर्तमान में इलाहाबाद के सोरांव क्षेत्र में अपने निजी अस्पताल में रहते हैं और वहीं से सामाजिक सेवा भी करते हैं।
लखनऊ से लौटते वक्त,लालगंज तहसील पर अधिवक्ता साथियों द्वारा स्वागत,स्नेह के लिए हृदय से आभार। pic.twitter.com/CcWILsWhk5
— Dr. R. K. Verma mla (@DrRKVermamla2) April 26, 2025
डॉ. आर के वर्मा का जीवन परिचय
डॉ. आर के वर्मा का जीवन परिचय बताता है कि वे शुरू से ही सामाजिक सरोकारों से जुड़े रहे। वर्ष 1992 में उन्होंने पिछड़े वर्ग के छात्रों के लिए आरक्षण की मांग को लेकर दिल्ली के जन्तर-मंतर में धरना दिया और तत्कालीन केंद्रीय मंत्री सीताराम केशरी के आवास का घेराव भी किया। इसके चलते उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया लेकिन बाद में रिहा कर दिया गया।
सामाजिक संगठन बाबूराम दासपटेल ग्रामीण विकास संस्था से वे वर्ष 2000 से महासचिव के रूप में जुड़े हुए हैं और अब भी सक्रिय हैं। सामाजिक कार्यों के साथ ही वे कृषि, चिकित्सा और व्यापार से भी जुड़े रहे हैं, जिससे उन्हें जमीनी स्तर की समस्याओं को समझने में मदद मिली।
डॉ. आर के वर्मा का राजनीतिक सफर
राजनीतिक सफर की शुरुआत
डॉ. आर के वर्मा का राजनीतिक सफर वर्ष 2014 में शुरू हुआ, जब उन्होंने विश्वनाथगंज विधानसभा उपचुनाव में भाग लिया। पहले वे बहुजन समाज पार्टी (बसपा) में सक्रिय थे, लेकिन टिकट न मिलने पर उन्होंने अपना दल (एस) के टिकट पर भाजपा के समर्थन से चुनाव लड़ा और विधायक बने।
दूसरी बार विधायक बनना
2017 के विधानसभा चुनाव में भी वे विश्वनाथगंज से भाजपा समर्थित अपना दल (एस) के उम्मीदवार बने और पुनः जीत हासिल की। लेकिन समय के साथ पार्टी नेतृत्व से मतभेद उत्पन्न हुए, जिससे उनका रुझान समाजवादी पार्टी की ओर बढ़ गया।
समाजवादी पार्टी में शामिल होना
2022 में समाजवादी पार्टी ने पहले रानीगंज सीट से विनोद दुबे को प्रत्याशी बनाया था, लेकिन बाद में बदलाव करते हुए उन्हें टिकट दिया गया। उन्होंने कड़ी टक्कर में यह चुनाव जीतकर तीसरी बार विधानसभा में प्रवेश किया।
डॉ. आर के वर्मा की विधायकी की सूची
- 2014–2017: विश्वनाथगंज से अपना दल (एस) विधायक (उपचुनाव)
- 2017–2022: पुनः विश्वनाथगंज से विधायक
- 2022–वर्तमान: रानीगंज से सपा विधायक
डॉ. आर के वर्मा : राजनीतिक सफर के प्रमुख पड़ाव
- सोलहवीं विधानसभा (2014): पहली बार विधायक निर्वाचित
- सत्रहवीं विधानसभा (2017): दूसरी बार विधायक निर्वाचित
- अठारहवीं विधानसभा (2022): तीसरी बार विधायक निर्वाचित
- सदस्य, प्रतिनिहित विधायन समिति और निगम समिति (2017–2021)
डॉ. आर के वर्मा का जीवन परिचय और राजनीतिक सफर स्पष्ट करता है कि उन्होंने सामाजिक आंदोलनों से लेकर विधानसभा तक का सफर संघर्ष और अनुभवों से भरा रहा है। वे आज भी चिकित्सा और सामाजिक सेवा के माध्यम से जनता से जुड़े हुए हैं और तीन बार विधायक बनने के बाद अब समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधि के रूप में जनता की सेवा कर रहे हैं।
Pratapgarh Assembly Election Results 2022
क्रमांक | विधानसभा सीट | विजेता का नाम | पार्टी का नाम |
---|
1 | बाबागंज (सुरक्षित) | विनोद कुमार सरोज | निर्दलीय |
2 | कुंडा | रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया | निर्दलीय |
3 | पट्टी | राम सिंह पटेल | समाजवादी पार्टी (सपा) |
4 | प्रतापगढ़ सदर | राजेंद्र कुमार मौर्य | भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) |
5 | रामपुर खास | आराधना मिश्रा ‘मोना’ | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (कांग्रेस) |
6 | रानीगंज | डॉ. आर के वर्मा | समाजवादी पार्टी (सपा) |
7 | विश्वनाथगंज | जीतलाल पटेल | अपना दल (सोनेलाल) – भाजपा गठबंधन |