अमन गिरी का जन्म 1 जून 1996 को उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले के गोला-गोकरननाथ में हुआ। वह एक राजनीतिक परिवार से संबंध रखते हैं। अमन गिरी के पिता स्वर्गीय अरविंद गिरी पांच बार विधायक रहे और मां सुधा गिरी दो बार नगर पालिका अध्यक्ष रह चुकी हैं। अमन का धर्म हिंदू है और वह गोसाई जाति से आते हैं, जो पिछड़ी जाति वर्ग में आती है।
स्वर्गीय अरविंद गिरी का जीवन परिचय और राजनीतिक सफर
अमन ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा के बाद बीबीए और एलएलबी ऑनर्स की डिग्री प्राप्त की। शिक्षा पूरी करने के बाद वे खेती-किसानी के साथ-साथ सामाजिक कार्यों में भी सक्रिय रहे। वर्ष 2020 में शिक्षा पूरी करने के बाद वे राजनीतिक गतिविधियों में प्रत्यक्ष रूप से भाग लेने लगे और पिता के चुनावी अभियानों का संचालन भी किया।
आज यशस्वी मुख्यमंत्री प्रदेश को सदैव विकास और सुशासन में अग्रणी रखने वाले परम् आदरणीय @myogiadityanath जी से सुखद भेंट कर गोला वि. सभा में हो रहें व होने वाले कार्यों से अवगत कराया साथ ही कॉरिडोर तथा अन्य तमाम विषयों पर सार्थक चर्चा कर महराज जी का आशीर्वाद प्राप्त किया !! pic.twitter.com/2N4Y1GEAvr
— Aman Arvind Giri (छोटी काशी गोला) (@amanarvindgiri) March 19, 2025
अमन गिरी का राजनीतिक सफर
विरासत में मिली सियासत की शुरुआत
अमन गिरी का राजनीतिक सफर उनके पिता स्वर्गीय अरविंद गिरी के निधन के बाद औपचारिक रूप से शुरू हुआ। मार्च-अप्रैल 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में अरविंद गिरी ने गोला गोकर्णनाथ सीट से जीत दर्ज की थी। लेकिन 6 सितंबर 2022 को उनके आकस्मिक निधन के बाद गोला गोकर्णनाथ सीट पर उपचुनाव कराए गए।
भारतीय जनता पार्टी ने अमन गिरी को उपचुनाव में अपना उम्मीदवार बनाया। यह उनके राजनीतिक जीवन का पहला चुनाव था। अमन गिरी ने समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी विनय तिवारी को लगभग 34 हजार मतों के बड़े अंतर से हराया और अट्ठारहवीं विधानसभा के सदस्य निर्वाचित हुए।
पहली जीत और राजनीतिक पहचान
26 वर्ष की उम्र में विधायक बनकर अमन ने यह सिद्ध किया कि उन्होंने विरासत में मिली राजनीति को जिम्मेदारी से संभाला है। चुनाव जीतने के बाद उन्होंने गोला गोकर्णनाथ क्षेत्र के विकास कार्यों और जनता के हित में कार्य करने का संकल्प लिया। अमन ने यह भी दिखाया कि शिक्षा और राजनीतिक समझ के साथ युवा नेतृत्व किस प्रकार समाज में प्रभावी भूमिका निभा सकता है।
अमन गिरी का पारिवारिक और सामाजिक योगदान
अमन गिरी : परिवार की राजनीतिक पृष्ठभूमि
अमन का परिवार राजनीति में पहले से सक्रिय रहा है। उनके पिता अरविंद गिरी पांच बार विधायक रह चुके थे और उनकी मां सुधा भी नगर पालिका अध्यक्ष पद पर दो बार निर्वाचित हुई थीं। इस पारिवारिक माहौल ने अमन को राजनीति में कार्य करने की दिशा दी और सामाजिक सेवा की भावना विकसित की।
सामाजिक और शैक्षिक योगदान
अमन गिरी का जीवन परिचय यह दर्शाता है कि उन्होंने शिक्षा को प्राथमिकता दी और पढ़ाई पूरी करने के बाद ही राजनीतिक क्षेत्र में सक्रिय भूमिका निभाई। कृषि क्षेत्र में भी उनकी सक्रियता बनी रही है, जिससे वह ग्रामीण और किसान समाज की समस्याओं को भली-भांति समझते हैं।
अमन गिरी का जीवन परिचय और राजनीतिक सफर यह साबित करता है कि युवा नेतृत्व किस तरह पारंपरिक राजनीति को नई ऊर्जा दे सकता है। विरासत में मिली सियासत को अमन ने न सिर्फ संभाला, बल्कि अपनी मेहनत और जनता के विश्वास के बल पर उसे आगे बढ़ाया। गोला गोकर्णनाथ की जनता ने अमन गिरी के नेतृत्व पर भरोसा जताते हुए उन्हें विधानसभा भेजा है
UP Election Results 2022: यूपी के वोटों के अंतर से जीत का Margin Meter
Lakhimpur Kheri Election Result 2022
लखीमपुर खीरी ज़िले की सभी विधानसभा सीटों (2022) के विजयी प्रत्याशी
क्रम संख्या | विधानसभा क्षेत्र | विजयी प्रत्याशी | पार्टी |
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1 | पलिया | हरविंदर कुमार साहनी (रोमी) | भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) |
2 | निघासन | शशांक वर्मा | भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) |
3 | गोला गोकर्णनाथ | अरविंद गिरी | भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) |
4 | श्रीनगर | मंजू त्यागी | भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) |
5 | धौरहरा | विनोद शंकर अवस्थी | भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) |
6 | लखीमपुर | योगेश वर्मा | भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) |
7 | कस्ता | सौरव सिंह सोनू | भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) |
8 | मोहम्मदी | लोकेंद्र प्रताप सिंह | भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) |