प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान की सफलता के लिये देश एवं प्रदेश की सरकारें दावे तो खूब करती हैं, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में हकीकत कुछ और ही है। प्रधानमंत्री मोदी एवं देश के सबसे बड़े सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जिस अमेठी से चुनकर सदन में पहुंचते हैं, उसकी जमीनी सच्चाई यही है कि आज भी ग्रामीण इलाकों में ऐसे परिवारों की बहुतायात है जिनके घर शौचालय का निर्माण नहीं हुआ है। एक तरफ सरकार खुले में शौच नहीं जाने के लिये जागरूक करने के नाम पर पानी की तरह पैसा बहा रही है। वहीं सूबे की एक बेटी ने शौचालय का निर्माण नहीं होने तक पिया का घर छोड़कर मायके को ही अपना ठिकाना बना लिया है। वह शौचालय का निर्माण कराये जाने पर ही ससुराल में कदम रखने की जिद पर अड़ी है।
क्या है पूरा मामला
- अमेठी के ग्राम पंचायत अग्रेसर के पनवरिया पुरवा निवासी सुभाष कुमार पुत्र रवि कुमार का विवाह नवंबर माह में को पड़ोसी जनपद प्रतापगढ़ के मन्दाह गांव निवासी माया देवी पुत्र स्व. जयराम के साथ धूम-धाम से संपन्न हुआ था।
- विवाह के बाद युवती को एक पखवारे बाद ससुराल जाना था।
- विदाई की तारीख रखने के बाद युवती ने ससुरालीजनों से घर पर इज्जत घर की बाबत पूछा।
- जानकारी मिलने पर कि ससुराल में शौचालय नहीं बना है तो उसने ससुराल जाने से इंकार कर दिया।
पहले ‘इज्जतघर’ बनवाइए का फिर आएंगे ससुराल
- युवती के ससुर सुभाष कुमार वापस घर आए और ग्राम प्रधान अग्रेसर अभय प्रताप सिंह से सारी बातों की जानकारी दी और मदद मांगी।
- प्रधान ने दूरभाष से बात करके युवती व उसके परिजनों से बात करके एक सप्ताह में इज्जत घर बनवाए जाने का वादा किया, तब किसी तरह से युवती तैयार हुई।
- प्रधान ने बताया कि उनके यहां से इज्जत घर निर्माण की प्रक्रिया शीघ्र पूरी कराई जाएगी।
- इस संबंध में उप जिलाधिकारी अमेठी ने बताया कि मामला संज्ञान में नहीं है यदि ऐसा पाया गया तो जल्द शौचालय का निर्माण करवाया जाएगा।
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Sudhir Kumar
I am currently working as State Crime Reporter @uttarpradesh.org. I am an avid reader and always wants to learn new things and techniques. I associated with the print, electronic media and digital media for many years.