उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में एक दुकान से नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के नाम से एक फर्जी ओपन यूनिवर्सिटी चलायी जा रही थी।
चूरन की पुड़िया बनाने वाले पहले कुलपति हैं श्याम सुन्दर शर्मा:
- अलीगढ़ में एक वैद्य की दुकान से नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के नाम की फर्जी ओपन यूनिवर्सिटी चलाने का मामला सामने आया है।
- इस यूनिवर्सिटी के कुलपति श्याम सुन्दर शर्मा अपनी दुकान में चूरन की पुड़िया बनाते हैं।
- गौरतलब है कि, यूजीसी ने इस यूनिवर्सिटी को फेक बताया है।
- 30 जून 2016 को यूजीसी प्रबंधन की ओर से करीब 22 यूनिवर्सिटीज को फर्जी करार दिया गया था।
- जिसमें से 8 यूपी में हैं और उन्हें भी बंद कराने की तैयारी चल रही है।
1990 को दर्ज हुआ था पहला मामला:
- अलीगढ़ की नकली यूनिवर्सिटी की पहली शिकायत साल 1990 में की गयी थी।
- तत्कालीन डीएम अरुण कुमार बिट को सैकड़ों छात्र छात्राओं ने फर्जी डिग्री बांटने की शिकायत कही थी।
- जिसका मामला अभी तक कोर्ट में चल रहा है।
- आरोपी का कहना है कि, नेताजी सुभाष चन्द्र बोस ओपन यूनिवर्सिटी, नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 1985 के एक्ट के तहत काम कर रही है।
- गौरतलब है कि, श्याम सुन्दर शर्मा तत्कालीन राष्ट्रपति आर. वेंकटरमन के पास भी गया थे और राष्ट्रपति ने इस योजना की काफी तारीफ़ की थी।
- लेकिन जब मैंने यूनिवर्सिटी के लिए जमीन मांगी तो नहीं मिली।
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Divyang Dixit
Journalist, Listener, Mother nature's son, progressive rock lover, Pedestrian, Proud Vegan, व्यंग्यकार