सीएम योगी के तेवर को देखते ही प्रशासनिक अधिकारियों में अफरातफरी का माहौल है. 22 तारीख को सचिवालय में सीएम ने पोलीथिन और गुटखा-पान पर प्रतिबन्ध लगा दिया और साफ-सफाई को लेकर अधिकारियों को फटकार लगाई.

कई भ्रष्ट अधिकारियों की फाइल भी तलब की गई है और सीएम का सख्त निर्देश है कि कोई भी 5 करोड़ से अधिक के भुगतान की फाइल सीएम ऑफिस भेजी जाए.

LDA घोटाले की फाइलें गायब होने का सिलसिला शुरू: 

लेकिन वहीँ LDA विभाग की कारस्तानी की फाइल गायब होने की खबर है. घोटालों की फाइल को गायब होने का सिलसिला शुरू हो गया है. गौरतलब है कि आईएएस सत्येन्द्र सिंह LDA के VC हैं और पहले ही इनपर कई आरोप लग चुके हैं. ऐसे में विभाग के घोटाले की फाइल गायब होने की खबर के बाद एक बार भी सत्येन्द्र सिंह सन्देह के घेरे में आ गए हैं. योगी आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण से पहले ही 2500 फाइल गायब हो चुकी हैं. चीफ इंजीनियर कार्यालय से फाइल गायब हो रही हैं. इसके पहले भी सत्येन्द्र सिंह के करोड़ों के टेंडर गेम ने सूबे में हलचल मचा दी थी.

करोड़ों का टेंडर गेम:

  • 8 करोड़ रु का टेंडर केवल जनेश्वर मिश्र पार्क में साँपों को पकड़ने के लिए.
  • डायल 100 की सड़क की सफाई के नाम पर 20 लाख का टेंडर दिया गया.
  • डीएम कैंप ऑफिस चमकाने के लिए 20 लाख का टेंडर
  • शहर में केवल 2 जगह होर्डिंग के लिए 43 लाख का टेंडर
  • वहीँ कबिस्तान की बाउन्ड्री बनाने के लिए 24 लाख का टेंडर

करोड़ों के टेंडर गेम के अब आईएएस सत्येन्द्र सिंह आरोपों में घिरते दिखाई दे रहे हैं. सत्येन्द्र सिंह पर आरोप लगते रहे हैं कि उन्होंने पहुँच का इस्तेमाल कर LDA की मलाईदार पोस्टिंग भी ली.

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