योगी आदित्यनाथ, जिनका असली नाम अजय सिंह बिष्ट है, का जन्म 5 जून 1972 को उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले के पंचुर गांव में हुआ। वे एक राजपूत परिवार से ताल्लुक रखते हैं, और उनके पिता आनंद सिंह बिष्ट एक वन रक्षक थे। योगी आदित्यनाथ ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा स्थानीय स्कूलों से प्राप्त की और इसके बाद उन्होंने हिमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय से गणित में स्नातक की डिग्री हासिल की।
1990 के आसपास, उन्होंने अयोध्या राम मंदिर आंदोलन में भाग लिया और उसी समय वे गोरखनाथ मठ के महंत अवैद्यनाथ के शिष्य बने। इसके बाद, उन्हें ‘योगी आदित्यनाथ’ नाम मिला और महंत अवैद्यनाथ के बाद वे गोरखनाथ मठ के प्रमुख बने। इसके साथ ही, उन्होंने गोरखनाथ ट्रस्ट द्वारा चलाए जा रहे स्कूलों, कॉलेजों और अस्पतालों का संचालन भी शुरू किया।
योगी आदित्यनाथ का राजनीतिक सफर
योगी आदित्यनाथ का राजनीतिक सफर 1994 में गोरखनाथ मठ के प्रमुख बनने के साथ ही शुरू हुआ। इसके बाद, उन्होंने 1998 में भारतीय जनता पार्टी (BJP) से चुनाव लड़ा और 12वीं लोकसभा के लिए सबसे युवा सदस्य के रूप में चुने गए। योगी आदित्यनाथ की पहली बार संसद में प्रवेश करने के बाद वे लगातार पांच बार Gorakhpur सीट से सांसद चुने गए।
उनकी राजनीतिक यात्रा की शुरुआत में, उन्होंने 1998 में खाद्य, नागरिक आपूर्ति और सार्वजनिक वितरण समिति के सदस्य के रूप में कार्य किया। इसके अलावा, वे गृह मंत्रालय की सलाहकार समिति के सदस्य भी बने। 1999 में, वे पुनः 13वीं लोकसभा के लिए चुने गए और 2004 में 14वीं लोकसभा के लिए भी उन्हें चुना गया।
योगी आदित्यनाथ का राजनीतिक सफर 2014 में और भी महत्वपूर्ण हो गया, जब उन्होंने गोरखपुर से पांचवीं बार लोकसभा चुनाव जीतने के बाद बीजेपी के लिए यूपी विधानसभा चुनावों में जबरदस्त प्रचार किया। उनके नेतृत्व में भाजपा ने 2017 में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में शानदार जीत हासिल की, और उन्हें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में नियुक्त किया गया।
मुख्यमंत्री बनने के बाद, योगी आदित्यनाथ ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए। उन्होंने गौ तस्करी पर प्रतिबंध लगाया, सरकारी दफ्तरों में तंबाकू, पान, और गुटखा पर प्रतिबंध लगाया, और एंटी रोमियो स्क्वाड का गठन किया। उनके नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में अपराधों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गई, और राज्य में कई सुधारों को लागू किया गया।
योगी आदित्यनाथ का राजनीतिक नेतृत्व और मंत्रालय
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में, योगी आदित्यनाथ ने 36 मंत्रालयों का कार्यभार संभाला। इनमें गृह, आवास, राजस्व, खाद्य और नागरिक आपूर्ति, खाद्य सुरक्षा, ड्रोस प्रशासन, खनिज, बाढ़ नियंत्रण, निगरानी, कारागार, सामान्य प्रशासन, और कई अन्य विभाग शामिल हैं। इसके अलावा, वे राज्य पुनर्गठन समिति, प्रशासनिक सुधार, योजना, और शहरी भूमि विभाग जैसी महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों का भी पालन करते हैं।
सामाजिक और सांस्कृतिक कार्य
योगी आदित्यनाथ ने हमेशा सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यों में भी सक्रिय भूमिका निभाई है। उन्होंने आर्थिक रूप से कमजोर और पिछड़े बच्चों के लिए छात्रावास की व्यवस्था की है और धार्मिक तथा सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ जागरूकता फैलाने का काम किया है। इसके अलावा, वे दो दर्जन से अधिक शैक्षिक संस्थानों का संचालन करते हैं और ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं को बढ़ाने के लिए कार्य कर रहे हैं। उन्होंने देश के सबसे पुराने ध्यान पद्धतियों और नाथ पंथ के दर्शन से संबंधित कई आध्यात्मिक और सांस्कृतिक संस्थाओं की स्थापना की है।
योगी आदित्यनाथ की विशेष रुचियां
योगी आदित्यनाथ का विशेष रूप से योग और आध्यात्मिकता में गहरा रुचि है। वे गो-रक्षिणी अभियान में सक्रिय रूप से शामिल रहते हैं और इसके प्रचार-प्रसार के लिए भी काम करते हैं। इसके अलावा, वे राष्ट्रीय सुरक्षा और सामाजिक सुरक्षा के लिए ‘राष्ट्र रक्षा अभियान’ चला रहे हैं। इसके साथ ही, उन्हें धार्मिक प्रवचन, भजन, और धार्मिक स्थलों का दौरा करने का भी शौक है।
योगी आदित्यनाथ का जीवन और राजनीतिक सफर भारतीय राजनीति में एक प्रेरणा देने वाला उदाहरण है। उन्होंने अपने जीवन में कई ऐसे बदलाव किए, जो न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि देशभर में चर्चा का विषय बने। उनकी राजनीतिक यात्रा ने यह साबित किया कि एक नेता का कड़ा संघर्ष, दृढ़ नायकत्व और ईमानदारी न केवल समाज में बदलाव ला सकती है, बल्कि राज्य की तस्वीर को भी बदल सकती है। उनका जीवन परिचय और राजनीतिक सफर भारतीय राजनीति में एक अहम स्थान रखता है।
यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में मुस्लिम उम्मीदवारों का प्रदर्शन – जानें पूरी सूची और विश्लेषण।
गोरखपुर ज़िले की विधानसभा सीटों का 2022 चुनाव परिणाम [ Gorakhpur Assembly Election Results 2022 ]
विधानसभा | विजेता (पार्टी) | दूसरे स्थान पर (पार्टी) | जीत का अंतर |
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कैम्पियरगंज | फतेह बहादुर (BJP) | काजल निषाद (SP) | 41,482 |
पिपराइच | महेन्द्र पाल सिंह (BJP) | अमरेन्द्र निषाद (SP) | 65,357 |
गोरखपुर शहर | योगी आदित्यनाथ (BJP) | सुभावती शुक्ला (SP) | 1,02,399 |
गोरखपुर ग्रामीण | बिपिन सिंह (BJP) | विजय बहादुर यादव (SP) | 24,070 |
सहजनवां | प्रदीप शुक्ला (BJP) | यशपाल रावत (SP) | 39,710 |
खजनी | श्रीराम चौहान (BJP) | रूपवती बेलदार (SP) | 37,271 |
चौरीचौरा | सरवन कुमार निषाद (BJP) | बृजेश चंद (SP) | 41,127 |
बांसगांव | डॉ. विमलेश पासवान (BJP) | डॉ. संजय कुमार (SP) | 26,591 |
चिल्लूपार | राजेश त्रिपाठी (BJP) | विनय शंकर तिवारी (SP) | 21,645 |
उत्तर प्रदेश 2022 विधानसभा में 403 सीटों पर विभिन्न जातियों और धर्मों के विधायकों का प्रतिनिधि