तेजपाल सिंह नागर का राजनीतिक सफर किसी फिल्मी पटकथा से कम नहीं है। राजनीति में उनकी शुरुआत कॉलेज जीवन से हुई, जब वे मिहिर भोज छात्र संघ के महामंत्री और बाद में अध्यक्ष चुने गए। इस अनुभव ने उन्हें नेतृत्व की क्षमता दी और जनभावनाओं को समझने का अवसर मिला।
इसके बाद उन्होंने दादरी सहकारी संघ चुनाव जीतकर राजनीति की औपचारिक शुरुआत की। फिर उन्होंने 1995, 2000 और 2005 में लगातार तीन बार जिला पंचायत का चुनाव जीतकर ज़मीनी राजनीति में अपनी गहरी पकड़ स्थापित की। यह स्थानीय निकायों से विधानसभा तक के सफर की बेमिसाल कहानी है।
2017 और 2022 का विधानसभा चुनाव: अभूतपूर्व जनसमर्थन की मिसाल
2017 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा ने तेजपाल सिंह नागर को दादरी सीट से टिकट दिया। यह फैसला उस समय विवादों में रहा, क्योंकि कई लोगों ने आरोप लगाया कि स्थानीय सांसद महेश शर्मा ने वरिष्ठ भाजपा नेता नवाब सिंह नागर की अनदेखी कर तेजपाल नागर को तरजीह दी। हालांकि, तेजपाल ने अपने प्रदर्शन से सभी आलोचनाओं को पीछे छोड़ते हुए 141,226 वोटों के साथ 80,000 मतों के अंतर से जीत हासिल की।
2022 में तेजपाल सिंह नागर का राजनीतिक सफर और बुलंदी पर पहुंच गया, जब उन्होंने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजकुमार भाटी को 1,38,218 वोटों के रिकॉर्ड अंतर से पराजित किया। इस बार उन्होंने 2,18,068 वोट प्राप्त किए, और मत प्रतिशत 53.2% से बढ़कर 61.4% हो गया। यह उत्तर प्रदेश में दो बार भारी बहुमत से जीतने वाले विधायक का राजनीतिक सफर बताता है कि उन्होंने जनता का गहरा विश्वास अर्जित किया है।
दादरी विधानसभा के सभी देवतुल्य मतदाताओं का ह्रदय से आभार।
— Tejpal Nagar (@tejpalnagarMLA) March 10, 2022
आप सभी के प्रेम और स्नेहयुक्त समर्थन से मिली इस अविस्मरणीय जीत के लिए मैं सदैव आपका ऋणी रहूँगा। दादरी के सेवक के रूप में क्षेत्र का विकास मेरी प्राथमिकता रहेगी। #MLADadri #BJPWinningUP pic.twitter.com/MNgXV2PaZu
तेजपाल नागर : राजनीतिक संरक्षक और रणनीति: महेश शर्मा के साथ संबंध
तेजपाल सिंह नागर का राजनीतिक सफर डॉ. महेश शर्मा के साथ गहरे राजनीतिक संबंधों से भी जुड़ा रहा है। उन्होंने 2014 के लोकसभा चुनाव में महेश शर्मा का खुलकर समर्थन किया था। इस निष्ठा के चलते, 2017 में भाजपा में प्रवेश और टिकट दिलाने में महेश शर्मा की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
पार्टी में विरोध के बावजूद, महेश शर्मा की मजबूत पैरवी और समर्थन के कारण तेजपाल को दोबारा टिकट मिला और उन्होंने इसे जीत में बदला। यह राजनीति में विश्वसनीयता और संबंधों की भूमिका का एक उत्कृष्ट उदाहरण है।
तेजपाल नागर : जनता का नेता, शिक्षा और सेवा का प्रतीक
तेजपाल सिंह नागर का जीवन परिचय और राजनीतिक सफर दर्शाता है कि वे न केवल एक सफल राजनीतिज्ञ हैं, बल्कि शिक्षा और समाजसेवा की मजबूत पृष्ठभूमि से आए एक संवेदनशील नेता भी हैं। उन्होंने शिक्षक से विधायक तक के सफर में जिस अनुशासन और समर्पण का परिचय दिया है, वह आज के युवाओं के लिए एक प्रेरणा है।
उत्तर प्रदेश 2022 विधानसभा में 403 सीटों पर विभिन्न जातियों और धर्मों के विधायकों का प्रतिनिधित्व
Gautam Buddha Nagar Assembly Election Results 2022
सीट | विजेता (पार्टी) | कुल वोट (विजेता) | निकटतम प्रतिद्वंदी (पार्टी) | कुल वोट (द्वितीय) | जीत का अंतर |
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नोएडा | पंकज सिंह (BJP) | 2,44,319 | सुनील चौधरी (सपा-रालोद) | 62,806 | 1,81,513 |
दादरी | तेजपाल नागर (BJP) | 2,18,068 | राजकुमार भाटी (सपा-रालोद) | 79,850 | 1,38,218 |
जेवर | धीरेंद्र सिंह (BJP) | 1,17,205 | अवतार भड़ाना (सपा-रालोद) | 60,890 | 56,315 |