Uttar Pradesh News, UP News ,Hindi News Portal ,यूपी की ताजा खबरें
MLA Political Journey

इलाहाबाद पश्चिम विधायक सिद्धार्थ नाथ सिंह का जीवन परिचय और राजनीतिक सफर

Sidharth Nath Singh इलाहाबाद पश्चिम विधायक सिद्धार्थ नाथ सिंह का जीवन परिचय और राजनीतिक सफर

Sidharth Nath Singh इलाहाबाद पश्चिम विधायक सिद्धार्थ नाथ सिंह का जीवन परिचय और राजनीतिक सफर

जानिए कौन हैं सिद्धार्थ नाथ सिंह ?

सिद्धार्थ नाथ सिंह एक वरिष्ठ भारतीय राजनीतिज्ञ हैं जो उत्तर प्रदेश की राजनीति में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। उनका जन्म 1 अक्टूबर 1963 को दिल्ली में हुआ था। वे एक प्रतिष्ठित कायस्थ परिवार से संबंध रखते हैं। उनकी मां, सुमन शास्त्री, पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की सबसे छोटी पुत्री थीं। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदू कॉलेज से अर्थशास्त्र में स्नातक की शिक्षा प्राप्त की।

श्रीमती डॉ. नीता सिंह उनकी पत्नी हैं और दिल्ली में दंत चिकित्सक के रूप में कार्यरत हैं। उनके दो पुत्र हैं – सिद्धांत सिंह और निशांत सिंह। छात्र जीवन के दौरान ही उन्होंने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़कर राजनीति की शुरुआत की।

https://twitter.com/SidharthNSingh/status/1917240300847632515

सिद्धार्थ नाथ सिंह का जीवन परिचय

पारिवारिक पृष्ठभूमि और शिक्षा

सिद्धार्थ नाथ सिंह का जीवन परिचय इस बात को दर्शाता है कि वे एक राजनीतिक पृष्ठभूमि से आते हैं। उनके नाना, लाल बहादुर शास्त्री, भारतीय राजनीति के महान नेता रहे हैं। इस विरासत का प्रभाव उनके राजनीतिक दृष्टिकोण में स्पष्ट रूप से दिखाई देता है।

उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा दिल्ली में प्राप्त की और स्नातक की पढ़ाई हिंदू कॉलेज से पूरी की। शिक्षा के दौरान वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और एबीवीपी जैसे संगठनों से भी जुड़े।

व्यक्तिगत जीवन

उनका पारिवारिक जीवन शांतिपूर्ण और स्थिर रहा है। उनका विवाह डॉ. नीता सिंह से हुआ है, जिनसे उन्हें दो पुत्र हैं। बड़े पुत्र की शादी हो चुकी है। यह संतुलित पारिवारिक जीवन उन्हें राजनीति में स्थिरता और जिम्मेदारी की भावना प्रदान करता है।

सिद्धार्थ नाथ सिंह का राजनीतिक सफर

शुरुआती संगठनात्मक भूमिकाएं

सिद्धार्थ नाथ सिंह का राजनीतिक सफर वर्ष 1997 में भाजपा में एक साधारण सदस्य के रूप में शुरू हुआ। अगले कुछ वर्षों में उन्होंने संगठनात्मक कार्यों में सक्रिय भूमिका निभाई। 1998 में वे दिल्ली प्रदेश भारतीय जनता युवा मोर्चा में कार्यसमिति सदस्य बने। इसके बाद वे राष्ट्रीय मीडिया सेल, मीडिया समन्वयक और प्रवक्ता जैसे दायित्वों में कार्यरत रहे।

गुजरात, कर्नाटक, और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों के विधानसभा चुनावों में उन्होंने मीडिया प्रबंधन की जिम्मेदारी संभाली। इन कार्यों ने उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर एक सक्षम रणनीतिकार के रूप में स्थापित किया।

मंत्री पद और विधायकी

2017 के विधानसभा चुनाव में सिद्धार्थ नाथ सिंह ने इलाहाबाद पश्चिम सीट से जीत दर्ज की और पहली बार विधायक बने। उसी वर्ष उन्हें योगी आदित्यनाथ मंत्रिमंडल में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री नियुक्त किया गया। बाद में उनके पास एमएसएमई, निर्यात प्रोत्साहन, वस्त्रोद्योग, रेशम उद्योग जैसे कई मंत्रालयों का कार्यभार रहा।

2022 में एक बार फिर से वे इलाहाबाद पश्चिम से विजयी हुए। इस बार भी उन्होंने सपा की ऋचा सिंह को हराया। हालांकि दूसरी बार मंत्री पद नहीं मिला, फिर भी वे पार्टी संगठन में सक्रिय बने रहे।

राजनीतिक योगदान और उपलब्धियाँ

विभिन्न राज्यों में जिम्मेदारियाँ

सिद्धार्थ नाथ सिंह का राजनीतिक सफर केवल उत्तर प्रदेश तक सीमित नहीं रहा है। वे आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल और गुजरात जैसे राज्यों के प्रभारी के रूप में काम कर चुके हैं। 2009 में उन्हें राष्ट्रीय प्रवक्ता और लोकसभा चुनाव समन्वयक की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।

इसके अतिरिक्त, नीति आयोग की समितियों और भाजपा की सुशासन समिति में भी वे सदस्य के रूप में कार्य कर चुके हैं। इन भूमिकाओं में उन्होंने पार्टी की रणनीति निर्माण और मीडिया संवाद को सशक्त किया।

दो बार विधायक और मंत्री अनुभव

दो बार विधायक रह चुके सिद्धार्थ नाथ सिंह ने न केवल कानून निर्माण प्रक्रिया में हिस्सा लिया, बल्कि मंत्री के रूप में प्रशासनिक अनुभव भी प्राप्त किया। उनके कार्यकाल में स्वास्थ्य और औद्योगिक क्षेत्रों में कई योजनाएं लागू की गईं।

उन्होंने “इन्वेस्ट यूपी” जैसे मंचों पर भी उत्तर प्रदेश में निवेश लाने की दिशा में प्रयास किए। इसके लिए उन्हें सरकार द्वारा वाइस चेयरमैन के पद पर भी नियुक्त किया गया।

सिद्धार्थ नाथ सिंह का समर्पण और संगठनात्मक अनुभव उन्हें भाजपा के एक प्रमुख रणनीतिकार और उत्तर प्रदेश के अनुभवी राजनेता के रूप में प्रस्तुत करता है। उनके जीवन परिचय और राजनीतिक सफर दोनों यह दिखाते हैं कि कैसे एक मजबूत पारिवारिक विरासत, शिक्षा, और सतत मेहनत राजनीति में दीर्घकालिक पहचान बना सकती है।

2022 उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव: प्रयागराज जिले के परिणाम

भाजपा गठबंधन की जीत (8 सीटें)

विधानसभा सीटविजेता प्रत्याशीपार्टीजीत का अंतर (वोटों से)
फूलपुर ( 2024 उपचुनाव )दीपक पटेलभाजपा2732
बारावाचस्पतिअपना दल (भाजपा गठबंधन)12524
करछनापीयूष रंजन निषादभाजपा9328
कोरांवराजमणि कोलभाजपा24487
फाफामऊगुरु प्रसाद मौर्यभाजपा14324
इलाहाबाद उत्तरहर्षवर्धन वाजपेयीभाजपा54883
इलाहाबाद पश्चिमसिद्धार्थ नाथ सिंह भाजपा29933
इलाहाबाद दक्षिणनंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’भाजपा26182

समाजवादी पार्टी (सपा) की जीत (4 सीटें)

विधानसभा सीटविजेता प्रत्याशीपार्टीजीत का अंतर (वोटों से)
हंडियाहाकिम लाल बिंदसपा3543
मेजासंदीप सिंहसपा3439
प्रतापपुरविजमा यादवसपा10956
सोरांवगीता शास्त्रीसपा5590

Related posts

लखीमपुर खीरी जिले के मोहम्मदी विधायक लोकेंद्र प्रताप सिंह का जीवन परिचय और राजनीतिक सफर

Desk
3 years ago

डॉ. डीसी वर्मा का राजनीतिक सफर: बरेली जिले के मीरगंज विधानसभा से विधायक

Desk
3 years ago

लखीमपुर खीरी जिले के धौरहरा विधायक विनोद शंकर अवस्थी का जीवन परिचय और राजनीतिक सफर

Desk
3 years ago
Exit mobile version