रमेश जायसवाल का जीवन परिचय और राजनीतिक सफर: मुगलसराय सीट से भाजपा के विजयी चेहरे की कहानी
रमेश जायसवाल का जीवन परिचय उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले के मुगलसराय में जन्मे एक समर्पित समाजसेवी और राजनेता के रूप में उल्लेखनीय है। इनका जन्म 2 मई 1972 को मिठाई लाल जायसवाल के घर हुआ। उन्होंने हरिश्चंद्र पी.जी. कॉलेज, वाराणसी से 1995 में एलएलबी की डिग्री प्राप्त की। वे व्यवसाय से जुड़े हैं, जबकि उनकी पत्नी रेखा जायसवाल, जो पूर्व में मुगलसराय नगर पालिका की चेयरमैन रह चुकी हैं, सार्वजनिक जीवन में सक्रिय रही हैं। रमेश जायसवाल का परिवार राजनीति और जनसेवा में रचा-बसा है। उन्होंने 9 फरवरी 1999 को रेखा जायसवाल से विवाह किया और उनके दो संतानें हैं – एक बेटा और एक बेटी।
माननीय रक्षा मंत्री जी का आशिर्वाद प्राप्त किया… pic.twitter.com/fbRVlplDM9
— Ramesh Jaiswal (@Rameshjaiswal05) January 8, 2025
रमेश जायसवाल का राजनीतिक सफर
रमेश जायसवाल का राजनीतिक सफर भारतीय जनता पार्टी से शुरू हुआ और समय के साथ उन्होंने संगठन में एक समर्पित कार्यकर्ता के रूप में पहचान बनाई। वर्तमान में वे भाजपा काशी क्षेत्र संगठन के पदाधिकारी हैं, जहाँ वे लगातार पार्टी को मजबूती देने का काम कर रहे हैं। उनकी मेहनत और संगठनात्मक निष्ठा को देखते हुए 2022 में पार्टी ने उन्हें मुगलसराय विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया, जहाँ उन्होंने समाजवादी पार्टी के चंद्रशेखर यादव को 14,921 वोटों के अंतर से हराकर शानदार जीत दर्ज की।
2022 उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में रमेश जायसवाल को 1,02,216 वोट, चंद्रशेखर यादव को 87,295 वोट, बसपा के इरशाद अहमद को 31,602 वोट, और कांग्रेस के छब्बू पटेल को 5,344 वोट मिले। इस जीत के बाद उन्हें नगर विकास मंत्रालय की स्थानीय स्वशासन संबंधित स्थायी समिति का सदस्य भी नामित किया गया, जो उनके नेतृत्व कौशल और राजनीतिक क्षमता का प्रमाण है।
रमेश जायसवाल शुरू से ही भाजपा के सिद्धांतों से जुड़े रहे हैं और पार्टी के लिए निरंतर काम करते आए हैं। उनके राजनीतिक जीवन की यह यात्रा न केवल भाजपा के संगठनात्मक ढांचे में उनकी भूमिका को रेखांकित करती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि वे जमीनी स्तर पर कार्यकर्ताओं और आम जनता के बीच गहरी पकड़ रखते हैं।
रमेश जायसवाल का जीवन परिचय और उनका राजनीतिक सफर भाजपा की विचारधारा, जनसेवा और संगठन के प्रति निष्ठा का जीवंत उदाहरण है। एक सफल व्यवसायी से एक जनप्रतिनिधि बनने तक की उनकी यात्रा संघर्ष, समर्पण और निरंतर सेवा भावना से प्रेरित है। 2022 की ऐतिहासिक जीत के साथ उन्होंने यह सिद्ध कर दिया कि यदि नेता जमीनी हो, जनता से जुड़ा हो और संगठन के प्रति ईमानदार हो, तो वह न केवल जीत हासिल करता है, बल्कि जनता के विश्वास का प्रतीक भी बनता है।
UP Election Results 2022: यूपी की 15 सीटों पर 1000 से भी कम वोटों के अंतर से जीत
2022 उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव – चंदौली जिले की चारों सीटों का विस्तृत परिणाम [ Chandauli Assembly Election Results 2022 ]
विधानसभा सीट | विजेता प्रत्याशी | पार्टी | कुल वोट | उपविजेता | पार्टी | वोट | जीत का अंतर |
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सैयदराजा | सुशील सिंह | बीजेपी | 87,891 | मनोज सिंह | सपा | 76,974 | 10,917 |
मुगलसराय | रमेश जायसवाल | बीजेपी | 1,02,216 | चंद्रशेखर यादव | सपा | 87,295 | 14,921 |
सकलडीहा | प्रभु नारायण सिंह यादव | सपा | 86,328 | सूर्यमुनि तिवारी | बीजेपी | 69,667 | 16,661 |
चकिया | कैलाश खरवार | बीजेपी | 97,812 | जितेंद्र | सपा | 88,561 | 9,251 |
- बीजेपी ने 4 में से 3 सीटों (सैयदराजा, मुगलसराय, चकिया) पर जीत दर्ज की।
- सपा ने 1 सीट (सकलडीहा) पर जीत हासिल की।
- सभी सीटों पर बसपा तीसरे और कांग्रेस चौथे स्थान पर रही।
उत्तर प्रदेश 2022 विधानसभा में 403 सीटों पर विभिन्न जातियों और धर्मों के विधायकों का प्रतिनिधित्व