चंदौली जिले के चकिया से विधायक कैलाश खरवार का जीवन परिचय और राजनीतिक सफर
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में चंदौली जिले की चकिया विधानसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के प्रत्याशी कैलाश खरवार ने शानदार जीत दर्ज की। उन्होंने समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी जितेंद्र कुमार को 9,251 वोटों के अंतर से हराया। कैलाश खरवार को कुल 97,812 वोट, जबकि जितेंद्र को 88,561 वोट प्राप्त हुए। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के विकास आजाद को 44,530 वोट, और कांग्रेस को 2,049 वोट मिले।
आज उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग मुख्यमंत्री जी द्वारा निष्पक्ष एवं पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया के अंतर्गत चयनित 1,573 ANM स्वास्थ्य कार्यकत्रियों को आज लखनऊ में नियुक्ति-पत्र वितरित किया गया इसी क्रम में अपने जनपद के 8 कार्यकत्रीयों को कलेक्ट्रेट सभागार चन्दौली में दिया गया pic.twitter.com/uB7hf6QXkw
— Kailash Acharya (@Mla_Kailash) July 18, 2023
विधायक कैलाश खरवार का जीवन परिचय
कैलाश खरवार चंदौली जिले के चकिया विकासखंड के साराडीह गांव के मूल निवासी हैं। उनका जीवन अत्यंत साधारण रहा है। वह प्राथमिक विद्यालय चकिया द्वितीय में प्रधानाध्यापक के पद पर नियुक्त थे और मार्च 2022 में 62 वर्ष की आयु पूरी होने पर सेवानिवृत्त होने वाले थे। शिक्षा के क्षेत्र में उनका योगदान सराहनीय रहा है। उन्होंने पहले सरस्वती शिशु मंदिर में अध्यापन कार्य किया, और बाद में सरकारी विद्यालय में सहायक अध्यापक के रूप में नियुक्त हुए।
उनका जीवन परिचय इस बात का प्रमाण है कि कैसे एक सामान्य शिक्षक संगठन और समाज के प्रति समर्पण के बल पर जनप्रतिनिधि बन सकता है। उनकी सादगी और सेवा भावना ने उन्हें जनता का प्रिय बनाया।
कैलाश खरवार का राजनीतिक सफर
कैलाश खरवार का राजनीतिक सफर 15 वर्ष की आयु में शुरू हुआ, जब उन्होंने जनसंघ जैसे संगठन से जुड़कर समाजसेवा में अपनी भागीदारी निभानी शुरू की। वर्षों तक संघ विचारधारा से जुड़े रहते हुए उन्होंने निस्वार्थ सेवा की, और पार्टी ने उनकी ईमानदारी, सादगी व सामाजिक सक्रियता को देखते हुए उन्हें 2022 में चकिया (सुरक्षित) सीट से उम्मीदवार घोषित किया।
पार्टी टिकट मिलने के बाद उनके सामने एक बड़ी चुनौती थी—वह उस समय सरकारी नौकरी में थे और नियमानुसार कोई भी व्यक्ति सरकारी सेवा में रहते हुए चुनाव नहीं लड़ सकता। इसलिए उन्होंने सेवानिवृत्ति से कुछ दिन पहले ही स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (VRS) ले लिया। यह निर्णय उनके लिए जोखिमभरा था, क्योंकि चुनाव परिणाम निश्चित नहीं थे। लेकिन उनका साहस रंग लाया और वे जीत के साथ विधायक बने।
सरलता और संघर्ष की मिसाल
कैलाश खरवार का जीवन राजनीतिक चकाचौंध से दूर, संघर्ष और सेवा की कहानी है। उनके पास पहले केवल एक साइकिल थी, जिससे वे स्कूल आते-जाते थे। 2016 में उन्होंने बढ़ती उम्र को देखते हुए एक पुरानी स्कूटी खरीदी, जो आज भी उनके पास है। चुनाव प्रचार से लेकर जनसेवा तक, वे इसी साधन से कार्य करते रहे। उनके पास दिखावे का कोई साधन नहीं, लेकिन उनकी जनता से जुड़ाव और सरल व्यक्तित्व ही उनकी सबसे बड़ी ताकत है।
उनके परिवार में पत्नी, एक बेटा और दो बेटियां हैं। वह हर किसी की मदद के लिए तैयार रहते हैं, चाहे किसी के घर कोई दुःख हो या सहायता की जरूरत—कैलाश खरवार झोला उठाकर मदद को निकल पड़ते थे। यही कारण है कि जनता ने उन्हें भरपूर समर्थन दिया और उन्हें चकिया से विजयी बनाया।
कैलाश खरवार का जीवन परिचय और राजनीतिक सफर यह दर्शाता है कि राजनीति में सफलता का मार्ग सादगी, ईमानदारी और सेवा भावना से होकर जाता है। शिक्षक से विधायक बनने की उनकी यात्रा उन सभी लोगों के लिए प्रेरणास्रोत है, जो समाजसेवा के माध्यम से जनप्रतिनिधि बनने का सपना देखते हैं।
UP Election Results 2022: यूपी की 15 सीटों पर 1000 से भी कम वोटों के अंतर से जीत
2022 उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव – चंदौली जिले की चारों सीटों का विस्तृत परिणाम [ Chandauli Assembly Election Results 2022 ]
विधानसभा सीट | विजेता प्रत्याशी | पार्टी | कुल वोट | उपविजेता | पार्टी | वोट | जीत का अंतर |
---|---|---|---|---|---|---|---|
सैयदराजा | सुशील सिंह | बीजेपी | 87,891 | मनोज सिंह | सपा | 76,974 | 10,917 |
मुगलसराय | रमेश जायसवाल | बीजेपी | 1,02,216 | चंद्रशेखर यादव | सपा | 87,295 | 14,921 |
सकलडीहा | प्रभु नारायण सिंह यादव | सपा | 86,328 | सूर्यमुनि तिवारी | बीजेपी | 69,667 | 16,661 |
चकिया | कैलाश खरवार | बीजेपी | 97,812 | जितेंद्र | सपा | 88,561 | 9,251 |
- बीजेपी ने 4 में से 3 सीटों (सैयदराजा, मुगलसराय, चकिया) पर जीत दर्ज की।
- सपा ने 1 सीट (सकलडीहा) पर जीत हासिल की।
- सभी सीटों पर बसपा तीसरे और कांग्रेस चौथे स्थान पर रही।
उत्तर प्रदेश 2022 विधानसभा में 403 सीटों पर विभिन्न जातियों और धर्मों के विधायकों का प्रतिनिधित्व