कौन हैं राम सिंह पटेल ?
राम सिंह पटेल उत्तर प्रदेश के एक सक्रिय और दो बार के निर्वाचित विधायक हैं, जो समाजवादी पार्टी से जुड़े हैं। इनका जन्म 1 जनवरी 1983 को चित्रकूट में हुआ। उनके पिता श्री बालकुमार पटेल उर्फ राजकुमार सिंह, 2009 से 2014 तक संसद सदस्य रह चुके हैं। उनका संबंध एक राजनीतिक पृष्ठभूमि वाले परिवार से रहा है और उन्होंने स्नातकोत्तर व एलएल.बी. की पढ़ाई पूरी की है। वह कृषि और उद्योग से भी जुड़े हुए हैं।
उत्तर प्रदेश 2022 विधानसभा में 403 सीटों पर विभिन्न जातियों और धर्मों के विधायकों का प्रतिनिधित्व
उनकी पत्नी का नाम श्रीमती वरुणा सिंह है और उनके दो बच्चे हैं – एक पुत्र और एक पुत्री। उनका राजनीतिक सफर सामाजिक न्याय, ग्रामीण विकास और पिछड़े वर्गों की भागीदारी बढ़ाने के इर्द-गिर्द केंद्रित रहा है।
राम सिंह पटेल का जीवन परिचय
राम सिंह पटेल का जीवन परिचय दर्शाता है कि वे बचपन से ही सामाजिक विषयों में रुचि रखते थे। शिक्षा के क्षेत्र में उन्होंने उच्च स्तर तक पढ़ाई की और कानून की डिग्री हासिल की, जिससे उन्हें सामाजिक-राजनीतिक मुद्दों को गहराई से समझने का अवसर मिला।
राम सिंह पटेल मारे जा चुके दस्यु ददुआ के भतीजे हैं।
उनके पिता, श्री बालकुमार पटेल, समाजवादी पार्टी से सांसद रहे हैं, जिससे उनको राजनीतिक वातावरण का अनुभव बचपन से मिला। वे कुर्मी जाति से हैं जो उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। अपने व्यावसायिक जीवन में वह कृषि उद्योग से जुड़े हुए हैं, जिससे उन्हें किसानों की समस्याओं की बेहतर समझ है।
राम सिंह पटेल का राजनीतिक सफर
प्रारंभिक राजनीति
राम सिंह पटेल का राजनीतिक सफर 2012 में समाजवादी पार्टी से शुरू हुआ, जब उन्होंने प्रतापगढ़ जिले की पट्टी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा और भाजपा के वरिष्ठ नेता राजेन्द्र प्रताप सिंह उर्फ मोती सिंह को हराया। यह एक कड़ा मुकाबला था जिसमें उन्होंने मात्र 156 मतों से जीत दर्ज की थी। लेकिन पोस्टल बैलेट की गिनती न होने के कारण यह मामला हाईकोर्ट गया और उनकी सदस्यता रद्द हो गई। सुप्रीम कोर्ट से उन्हें राहत मिली, जिससे वे पुनः राजनीतिक रूप से सक्रिय रहे।
2017 का चुनाव
2017 के विधानसभा चुनाव में वह फिर से मोती सिंह के सामने चुनाव मैदान में उतरे, पर इस बार उन्हें 1400 वोटों से हार का सामना करना पड़ा। भाजपा की प्रचंड लहर के बावजूद यह हार मामूली अंतर से हुई, जो उनकी जनप्रियता को दर्शाती है।
फिर से विधानसभा में वापसी
2022 का चुनाव
मार्च 2022 में, राम सिंह पटेल ने एक बार फिर पट्टी विधानसभा से चुनाव लड़ा और इस बार समाजवादी पार्टी के टिकट पर मोती सिंह को हराकर दूसरी बार विधानसभा में प्रवेश किया। यह उनकी दृढ़ता और क्षेत्रीय जनसमर्थन का प्रमाण है।
विधान समिति की सदस्यता
अपने पहले कार्यकाल में वे विधान पुस्तकालय समिति के सदस्य भी रहे हैं, जहाँ उन्होंने नीतिगत मामलों में अपनी भागीदारी दिखाई। इससे उनके विधायी कार्यों की गंभीरता सामने आती है।
राम सिंह पटेल का सामाजिक जुड़ाव
राम सिंह पटेल का राजनीतिक और सामाजिक जुड़ाव ग्रामीण क्षेत्र की समस्याओं से जुड़ा रहा है। वह किसान, मजदूर, और पिछड़े वर्गों की समस्याओं को विधान सभा में उठाने के लिए जाने जाते हैं। वह शिक्षा, स्वास्थ्य, और कृषि विकास से जुड़े मुद्दों पर काम करते रहे हैं।
वह एक ऐसे जनप्रतिनिधि हैं जिन्होंने कठिन राजनीतिक परिस्थितियों में भी हार नहीं मानी और जनसंपर्क व सेवा के माध्यम से दो बार विधानसभा में जगह बनाई। उनका जीवन परिचय और राजनीतिक सफर समाजवादी विचारधारा और जनहित को प्राथमिकता देने वाले नेता के रूप में उन्हें स्थापित करता है।
Pratapgarh Assembly Election Results 2022
क्रमांक | विधानसभा सीट | विजेता का नाम | पार्टी का नाम |
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1 | बाबागंज (सुरक्षित) | विनोद कुमार सरोज | निर्दलीय |
2 | कुंडा | रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया | निर्दलीय |
3 | पट्टी | राम सिंह पटेल | समाजवादी पार्टी (सपा) |
4 | प्रतापगढ़ सदर | राजेंद्र कुमार मौर्य | भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) |
5 | रामपुर खास | आराधना मिश्रा ‘मोना’ | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (कांग्रेस) |
6 | रानीगंज | डॉ. आर के वर्मा | समाजवादी पार्टी (सपा) |
7 | विश्वनाथगंज | जीतलाल पटेल | अपना दल (सोनेलाल) – भाजपा गठबंधन |