मूलचंद निरंजन का जीवन परिचय एक ऐसे नेता की प्रेरणादायक यात्रा है, जिन्होंने शिक्षा, संगठनात्मक अनुभव और जनसेवा के गहरे समर्पण से उत्तर प्रदेश की राजनीति में अपनी मजबूत पहचान बनाई। वर्तमान में वे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से माधौगढ़ विधानसभा क्षेत्र के विधायक हैं और लगातार दूसरी बार जनता का विश्वास जीतकर इस पद पर आसीन हुए हैं।

मूलचंद निरंजन : प्रारंभिक जीवन और शैक्षिक पृष्ठभूमि

मूलचंद निरंजन का जन्म उत्तर प्रदेश के जालौन जिले के कोंच तहसील के ग्राम अंडा में हुआ था। उनका पालन-पोषण एक शिक्षाप्रेमी वातावरण में हुआ और यही वजह थी कि उन्होंने शिक्षा को अपने जीवन की प्राथमिकता बनाया। उन्होंने बुंदेलखंड विश्वविद्यालय, झांसी से एमएससी (M.Sc.) और बी.एड. (B.Ed.) की डिग्रियां प्राप्त कीं। साथ ही उन्होंने दयावान वैदिक कॉलेज (D.V.C), उरई से भी उच्च शिक्षा प्राप्त की।

उनकी शैक्षिक योग्यताएं यह दर्शाती हैं कि मूलचंद निरंजन न केवल एक शिक्षाविद् रहे हैं, बल्कि उन्होंने शिक्षा को जनसेवा का मूल माध्यम भी माना।

शिक्षा क्षेत्र में योगदान

राजनीति में प्रवेश से पहले मूलचंद निरंजन एक शिक्षक और प्रधानाचार्य के रूप में समाज की सेवा कर रहे थे। वे कोंच तहसील के ग्राम अंडा में स्थित इंटर कॉलेज में प्रधानाचार्य पद पर कार्यरत थे। शिक्षण के दौरान ही वे छात्रों और युवा वर्ग में अत्यंत लोकप्रिय हो गए, और यहीं से उनके राजनीतिक सफर की नींव पड़ी।

मूलचंद निरंजन : छात्र राजनीति से राजनीति का आरंभ

मूलचंद निरंजन का राजनीतिक सफर वर्ष 1986 में छात्र राजनीति से शुरू हुआ, जब उन्होंने दयावान वैदिक महाविद्यालय, उरई से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के बैनर तले छात्रसंघ अध्यक्ष का चुनाव जीतकर पहली बार राजनीति में कदम रखा। यह जीत उनके नेतृत्व क्षमता और जनसमर्थन की पहली झलक थी।

भाजपा से जुड़ाव और संगठनात्मक भूमिका

1991 में मूलचंद निरंजन भाजपा के सक्रिय सदस्य बने। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और संगठन में विभिन्न जिम्मेदारियां निभाईं:

  • 1995 में वे भाजपा प्रत्याशी के रूप में खकसीस सीट से जिला पंचायत सदस्य चुने गए।
  • 2001 से 2004 तक वे कोंच क्षेत्र से जिला सहकारी बैंक के डायरेक्टर रहे।
  • 2003 से 2007 तक वे भाजपा के जिलाध्यक्ष के रूप में कार्यरत रहे और संगठन को मजबूत किया।
  • 2005 से 2010 तक वे पहाड़गांव जिला पंचायत सीट से सदस्य रहे।
  • 2010 से 2017 तक वे भाजपा के बुंदेलखंड और कानपुर क्षेत्रीय संगठन में विभिन्न पदों पर कार्यरत रहे और झांसी व कानपुर जिलों के प्रभारी के रूप में संगठनात्मक कार्य किए।

इस प्रकार, उनका राजनीतिक सफर संगठनात्मक कार्यों और जमीनी स्तर की राजनीति से होते हुए विधानसभा तक पहुंचा।

विधायक के रूप में जनसेवा

2017 में मूलचंद निरंजन पहली बार भाजपा से माधौगढ़ विधानसभा सीट से चुनाव लड़े और ऐतिहासिक जीत हासिल की। जनता के विश्वास और उनकी संगठन क्षमता ने उन्हें जनप्रतिनिधि के रूप में स्थापित किया।

2022 के विधानसभा चुनाव में भी उन्होंने इस सीट से लगातार दूसरी बार जीत दर्ज की, जिससे स्पष्ट है कि जनता उनके काम से संतुष्ट है और उन्हें एक कर्मठ विधायक के रूप में स्वीकार करती है।

मूलचंद निरंजन का जीवन परिचय और राजनीतिक सफर यह सिद्ध करता है कि यदि व्यक्ति में नेतृत्व, समर्पण और सेवा भाव हो, तो वह शिक्षा के क्षेत्र से लेकर राजनीति के शिखर तक पहुंच सकता है

जालौन जिले की विधानसभा सीटों का 2022 चुनाव परिणाम [ Jalaun Assembly Election Results 2022 ]

क्रम संख्याविधानसभा सीटविजेता पार्टीविजेता का नाम
1माधौगढ़भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)मूलचंद निरंजन
2उरईभारतीय जनता पार्टी (भाजपा)गौरीशंकर वर्मा 
3कालपीसमाजवादी पार्टीविनोद चतुर्वेदी

उत्तर प्रदेश 2022 विधानसभा में 403 सीटों पर विभिन्न जातियों और धर्मों के वि

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