कौन हैं मिथलेश पाल?

मिथलेश पाल जानसठ रोड स्थित भरतिया कॉलोनी, मीरापुर की रहने वाली हैं। वे पिछले तीन दशकों से सक्रिय राजनीति में शामिल रही हैं। वर्ष 2012 में उन्होंने रालोद के टिकट पर मीरापुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था और 44069 वोट पाकर दूसरे स्थान पर रही थीं। इसके बाद 2023 में हुए मीरापुर उपचुनाव में उन्होंने भारी अंतर से जीत दर्ज की और विधायक बनीं।

उनकी राजनीतिक पहचान एक जुझारू और लगातार प्रयासरत नेता के रूप में है, जिन्होंने अलग-अलग दलों से चुनाव लड़ा, लेकिन आम जनता से जुड़ाव बनाए रखा।

मिथलेश पाल का जीवन परिचय

मिथलेश पाल का जीवन परिचय उनके संघर्षशील राजनीतिक सफर को दर्शाता है। वे मूलतः भरतिया कॉलोनी, जानसठ रोड, मीरापुर की निवासी हैं। शुरुआत में वे बसपा के साथ जुड़ीं और जिला पंचायत सदस्य के रूप में सक्रिय राजनीति की शुरुआत की।

साल 1995 और 2000 में जिला पंचायत सदस्य चुनी गईं। वर्ष 2002 में जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए भी चुनाव लड़ा, लेकिन मामूली अंतर से हार गईं। फिर उन्होंने रालोद का दामन थामा और अपनी राजनीति को नए दिशा दी।

राजनीतिक सफर में मिथलेश पाल की भूमिका

राजनीतिक सफर की शुरुआत

मिथलेश पाल का राजनीतिक सफर 1993 में बसपा से जुड़कर शुरू हुआ। बसपा के टिकट पर उन्होंने 1996 और 2002 में सदर विधानसभा से चुनाव लड़ा, लेकिन तीसरे स्थान पर रहीं। 2007 में रालोद से चुनाव लड़ा, परंतु सफलता नहीं मिली।

राजनीतिक परिवर्तन और पहली जीत

2009 में उनके राजनीतिक जीवन में बड़ा मोड़ आया। मोरना सीट से हुए उपचुनाव में उन्होंने कादिर राना के भाई नूर सलीम राना को हराकर पहली बार विधानसभा पहुंचीं। यह जीत उनके लिए निर्णायक साबित हुई और उनके राजनीतिक वजूद को स्थापित किया।

संगठन परिवर्तन की प्रक्रिया

2017 में मिथलेश पाल सपा में शामिल हुईं। सपा ने उन्हें नगर पालिकाध्यक्ष के चुनाव में प्रत्याशी बनाया, लेकिन सफलता नहीं मिली। 2022 में जब सपा-रालोद गठबंधन में उन्हें टिकट नहीं मिला तो उन्होंने भाजपा जॉइन की। लेकिन मीरापुर उपचुनाव में भाजपा-रालोद समझौते के अंतर्गत उन्हें रालोद से टिकट मिला और उन्होंने जीत दर्ज की।

मिथलेश पाल का चुनावी अनुभव

रालोद के साथ सबसे लंबा जुड़ाव

मिथलेश पाल ने अपने राजनीतिक जीवन में रालोद के साथ सबसे लंबा वक्त बिताया है। पिछले 17 वर्षों में उन्होंने रालोद के टिकट पर सात चुनाव लड़े हैं। मीरापुर उपचुनाव (2024) में उन्होंने 30 हजार से अधिक मतों से जीत हासिल की और यह उनकी दूसरी विधायक बनने की सफलता रही।

राजनीति में विविध अनुभव

अब तक मिथलेश पाल कुल 13 चुनाव लड़ चुकी हैं, जिनमें जिला पंचायत सदस्य, अध्यक्ष, नगर पालिका और विधानसभा चुनाव शामिल हैं। यह अनुभव उन्हें पश्चिमी उत्तर प्रदेश की जमीनी राजनीति में एक विशेष पहचान देता है।

मिथलेश पाल का राजनीतिक जीवन एक दीर्घकालिक संघर्ष, दलों के बीच समन्वय और जनता के साथ लगातार संवाद का उदाहरण है। उनका जीवन परिचय और राजनीतिक सफर यह स्पष्ट करता है कि राजनीति में स्थायित्व केवल पद नहीं, बल्कि अनुभव, धैर्य और प्रतिबद्धता से आता है। मीरापुर की जनता ने उन्हें बार-बार अवसर देकर यह सिद्ध किया है कि स्थानीय प्रतिनिधियों में उनकी गहरी पकड़ और लोकप्रियता बनी हुई है।

Muzaffarnagar Assembly Election Results

विधानसभा सीटविजेता प्रत्याशीदल
मुजफ्फरनगरकपिल देव अग्रवालभाजपा
खतौली ( 2022 उपचुनाव )मदन भैयाभाजपा
पुरकाजीअनिल कुमाररालोद
बुढ़ानाराजपाल बालियानरालोद
मीरापुर ( 2024 उपचुनाव ) मिथलेश पालरालोद
चरथावलपंकज मलिकसपा
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