उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले के पुरानी बस्ती में 2 अप्रैल 1963 को जन्मे महेंद्र पाल सिंह का जीवन एक प्रेरणादायक गाथा है, जिसमें परिश्रम, प्रतिबद्धता और जनसेवा की स्पष्ट छाप मिलती है। उनके पिता राम वृक्ष सिंह एक सम्मानित सामाजिक व्यक्तित्व थे। विधायक सिंह का जीवन परिचय बताता है कि वे मल्ल सैथवार समुदाय से आते हैं, जो पूर्वांचल में एक सम्मानित और मेहनतकश समुदाय माना जाता है।
यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में मुस्लिम उम्मीदवारों का प्रदर्शन – जानें पूरी सूची और विश्लेषण।
उनकी शिक्षा की बात करें तो उन्होंने दिग्विजय नाथ डिग्री कॉलेज (गोरखपुर विश्वविद्यालय से सम्बद्ध) से स्नातक की डिग्री 1983 में प्राप्त की। पढ़ाई के दौरान ही उनमें सामाजिक चेतना और सार्वजनिक सेवा की भावना विकसित होने लगी थी।
1988 में उन्होंने प्रेमलता सिंह से विवाह किया, और उनके एक पुत्र और एक पुत्री हैं। पारिवारिक मूल्यों के साथ उनका गहरा जुड़ाव उनके जीवन परिचय को और भी संतुलित बनाता है। वे सिर्फ एक राजनेता नहीं, बल्कि एक सक्रिय सामाजिक कार्यकर्ता भी हैं। वे “श्री सत्यनारायण सेवा ट्रस्ट” के अध्यक्ष हैं, जो समाज सेवा के विभिन्न कार्यों में सक्रिय रहता है।
जनता के साथ कदम से कदम मिलाकर: महेंद्र पाल सिंह का राजनीतिक सफर
महेंद्र पाल सिंह का राजनीतिक सफर अपेक्षाकृत हाल में शुरू हुआ लेकिन उनकी सफलता और जनसमर्थन ने उन्हें एक मजबूत और भरोसेमंद जनप्रतिनिधि बना दिया है। उन्होंने वर्ष 2017 में उत्तर प्रदेश की 17वीं विधानसभा के चुनाव से सक्रिय राजनीति में प्रवेश किया।
उन्हें भारतीय जनता पार्टी ने पिपराइच विधानसभा क्षेत्र से टिकट दिया और उन्होंने पहले ही प्रयास में जीत दर्ज कर राजनीतिक सफर की शानदार शुरुआत की। उन्होंने उस चुनाव में बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार आफताब आलम उर्फ गुड्डू भैया को 12,809 वोटों के अंतर से हराया।
इसके बाद, 2022 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने जनसमर्थन की एक नई ऊंचाई को छुआ। इस बार उन्होंने समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी अमरेंद्र निषाद को 60,000 से अधिक मतों से पराजित कर अपने राजनीतिक सफर को नई मजबूती प्रदान की। लगातार दूसरी बार जीत दर्ज कर उन्होंने यह स्पष्ट कर दिया कि जनता का विश्वास उनके कार्यों और नेतृत्व पर अटल है।
महेंद्र पाल सिंह : कार्यशैली और जनता से जुड़ाव
महेंद्र पाल सिंह का राजनीतिक सफर केवल चुनाव जीतने तक सीमित नहीं रहा, बल्कि उन्होंने अपने क्षेत्र में शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, बिजली और सामाजिक समरसता के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
उनकी छवि एक जमीनी नेता की है जो आमजन से सीधा संवाद करते हैं, समस्याओं को सुनते हैं और समाधान तक पहुंचते हैं। जनता के बीच उनकी सहज उपलब्धता और जनसमस्याओं के प्रति संवेदनशीलता ने उन्हें एक प्रभावी जनप्रतिनिधि के रूप में स्थापित किया है।
महेंद्र पाल सिंह : राजनीति से परे सामाजिक दायित्व
महेंद्र पाल सिंह का जीवन परिचय इस बात को भी दर्शाता है कि वे राजनीति से इतर सामाजिक सेवा में भी विशेष रुचि रखते हैं। “श्री सत्यनारायण सेवा ट्रस्ट” के माध्यम से वे गरीबों की सहायता, शिक्षा के प्रचार-प्रसार और धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजनों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
एक जनप्रिय नेता की पहचान
महेंद्र पाल सिंह का जीवन परिचय और राजनीतिक सफर यह सिद्ध करता है कि ईमानदारी, मेहनत और जनता से जुड़ाव किसी भी व्यक्ति को लोकप्रिय और प्रभावशाली नेता बना सकते हैं। एक साधारण परिवार से निकलकर, उन्होंने न केवल दो बार चुनाव जीता, बल्कि जनसेवा और विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता से समाज में एक सकारात्मक उदाहरण भी स्थापित किया।
यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में मुस्लिम उम्मीदवारों का प्रदर्शन – जानें पूरी सूची और विश्लेषण।
गोरखपुर ज़िले की विधानसभा सीटों का 2022 चुनाव परिणाम [ Gorakhpur Assembly Election Results 2022 ]
विधानसभा | विजेता (पार्टी) | दूसरे स्थान पर (पार्टी) | जीत का अंतर |
---|---|---|---|
कैम्पियरगंज | फतेह बहादुर (BJP) | काजल निषाद (SP) | 41,482 |
पिपराइच | महेन्द्र पाल सिंह (BJP) | अमरेन्द्र निषाद (SP) | 65,357 |
गोरखपुर शहर | योगी आदित्यनाथ (BJP) | सुभावती शुक्ला (SP) | 1,02,399 |
गोरखपुर ग्रामीण | बिपिन सिंह (BJP) | विजय बहादुर यादव (SP) | 24,070 |
सहजनवां | प्रदीप शुक्ला (BJP) | यशपाल रावत (SP) | 39,710 |
खजनी | श्रीराम चौहान (BJP) | रूपवती बेलदार (SP) | 37,271 |
चौरीचौरा | सरवन कुमार निषाद (BJP) | बृजेश चंद (SP) | 41,127 |
बांसगांव | डॉ. विमलेश पासवान (BJP) | डॉ. संजय कुमार (SP) | 26,591 |
चिल्लूपार | राजेश त्रिपाठी (BJP) | विनय शंकर तिवारी (SP) | 21,645 |
उत्तर प्रदेश 2022 विधानसभा में 403 सीटों पर विभिन्न जातियों और धर्मों के विधायकों का