गुलाम मोहम्मद उत्तर प्रदेश के मेरठ जनपद से एक अनुभवी राजनेता हैं, जिन्होंने शिक्षा और राजनीति दोनों क्षेत्रों में सक्रिय भूमिका निभाई है। वे दो बार उत्तर प्रदेश विधान सभा के सदस्य रह चुके हैं और समाजवादी पार्टी व राष्ट्रीय लोक दल के साझा गठबंधन के उम्मीदवार के रूप में चुनाव जीत चुके हैं।
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गुलाम मोहम्मद का पारिवारिक पृष्ठभूमि और शैक्षणिक जीवन
गुलाम मोहम्मद का जीवन परिचय : उनका जन्म 19 जनवरी 1953 को ग्राम नंगला कुम्भा, पोस्ट सिवाल खास, जिला मेरठ में हुआ। उनके पिता का नाम सादक अली है। वे सामान्य राजपूत (सुन्नी) मुस्लिम समुदाय से आते हैं। शिक्षा के क्षेत्र में उनकी रुचि प्रारंभ से रही और उन्होंने स्नातकोत्तर, बी.एड., एवं एल.एल.बी. की शिक्षा प्राप्त की।
उनका विवाह 22 मार्च 1984 को श्रीमती सलमा से हुआ। उनके दो पुत्र और एक पुत्री हैं। गुलाम मोहम्मद ने शिक्षा के क्षेत्र में तीन दशकों तक काम किया और फैज ए आम इंटर कॉलेज, मेरठ में वर्ष 1988 से 2018 तक प्रधानाचार्य के रूप में कार्यरत रहे। वे जमीयतुल उल्मा हिन्द के जिला उपाध्यक्ष और अध्यक्ष भी रह चुके हैं।
गुलाम मोहम्मद का राजनीतिक सफर
सिवालखास विधानसभा से सक्रिय राजनीति
गुलाम मोहम्मद का राजनीतिक सफर – प्रारंभ और प्रगति
गुलाम मोहम्मद ने वर्ष 2012 में समाजवादी पार्टी के टिकट पर सिवालखास विधानसभा सीट से चुनाव जीतकर सोलहवीं विधान सभा के सदस्य के रूप में राजनीति में प्रवेश किया। विधायक बनने के बाद वे जनता के बीच लगातार सक्रिय रहे और सामाजिक मुद्दों पर आंदोलनों में भाग लेते रहे।
2014 में समाजवादी पार्टी ने उन्हें बागपत लोकसभा सीट से प्रत्याशी बनाया, जहाँ वे चौधरी अजित सिंह के विरुद्ध चुनाव लड़े, लेकिन हार का सामना करना पड़ा। 2017 के विधानसभा चुनाव में भी वे सिवालखास से पराजित हो गए थे।
सिवाल खास विधानसभा के ग्राम #डिंडाला #नारंगपुर #क़स्बा_सिवालखास में अपनों के बीच में पहुंच सुख दुख में शामिल हुआ।@jayantrld @RLDparty @Office_ChJayant pic.twitter.com/AoVjph0QPl
— Ghulam Muhammad MLA (@GhulamMohdMLA) February 16, 2024
सपा-रालोद गठबंधन और दूसरी जीत
गुलाम मोहम्मद का राजनीतिक सफर – पुनः विधायक के रूप में वापसी
2022 में सपा और रालोद के गठबंधन के तहत सिवालखास सीट रालोद के खाते में गई, लेकिन उम्मीदवार समाजवादी पार्टी के गुलाम मोहम्मद को बनाया गया। उन्होंने इस चुनाव में भाजपा प्रत्याशी को हराकर पुनः अठारहवीं विधान सभा में प्रवेश किया और दूसरी बार विधायक बने।
उनकी यह जीत स्थानीय मतदाताओं के साथ उनके गहरे जुड़ाव और लंबे समय से चले आ रहे सामाजिक एवं शैक्षणिक योगदान का परिणाम रही। विधायक के रूप में वे विकास कार्यों में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।
गुलाम मोहम्मद का जीवन परिचय उनके शिक्षा क्षेत्र में योगदान और राजनीतिक अनुभव को स्पष्ट रूप से दर्शाता है। वहीं, उनका राजनीतिक सफर समाजवादी मूल्यों, जन आंदोलनों, और गठबंधन राजनीति के प्रभाव को सामने लाता है। वे मेरठ जिले के सिवालखास विधानसभा क्षेत्र की राजनीति में एक स्थिर और प्रभावी उपस्थिति बनाए हुए हैं।
Meerut Assembly Election Results 2022
मेरठ जिले की सभी 7 विधानसभा सीटों के विजेता
विधानसभा सीट | विजेता प्रत्याशी | पार्टी |
---|---|---|
मेरठ | रफीक अंसारी | समाजवादी पार्टी |
किठौर | शाहिद मंजूर | समाजवादी पार्टी |
सिवालखास | गुलाम मोहम्मद | राष्ट्रीय लोक दल (RLD) |
हस्तिनापुर | दिनेश खटीक | भारतीय जनता पार्टी |
मेरठ दक्षिण | डॉ. सोमेंद्र सिंह तोमर | भारतीय जनता पार्टी |
मेरठ कैंट | अमित अग्रवाल | भारतीय जनता पार्टी |
सरधना | अतुल प्रधान | समाजवादी पार्टी |