फतेह बहादुर सिंह उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक ऐसा नाम हैं जो विरासत, नेतृत्व और जनसंपर्क की मिसाल बन चुके हैं। उनका जीवन परिचय यह स्पष्ट करता है कि किस प्रकार एक राजनीतिक परिवार में जन्म लेकर उन्होंने जनसेवा को अपना ध्येय बनाया।
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4 अप्रैल 1969 को उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले के पनियारा में जन्मे फतेह बहादुर सिंह, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वीर बहादुर सिंह के पुत्र हैं। उनका बाल्यकाल राजनीतिक वातावरण में बीता और शिक्षा की नींव कर्नल ब्राउन कैंब्रिज स्कूल, देहरादून से रखी गई। इसके पश्चात उन्होंने सैम हिग्गिनबॉटम यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चर, टेक्नोलॉजी एंड साइंसेस, इलाहाबाद से BBA की डिग्री प्राप्त की। उनका पारिवारिक परिवेश और शिक्षा का स्तर, दोनों ही उनके व्यक्तित्व में नेतृत्व की झलक दिखाते हैं।
फतेह बहादुर सिंह के जीवन परिचय में यह महत्वपूर्ण तथ्य भी है कि वे एक विवाहित व्यक्ति हैं। उनकी पत्नी साधना सिंह और दो पुत्र ज्योतिरादित्य सिंह तथा विविशावन सिंह हैं, जो एक पारंपरिक, सशक्त और शिक्षित परिवार का चित्र प्रस्तुत करते हैं।
राजनीति में पदार्पण और जनविश्वास की जीत: फतेह बहादुर सिंह का राजनीतिक सफर
फतेह बहादुर सिंह का राजनीतिक सफर उनके पिता की मृत्यु के पश्चात आरंभ हुआ, जब उन्होंने पनियारा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़कर विधायक के रूप में अपनी शुरुआत की। उन्होंने मतदाताओं से सीधे संवाद बनाकर यह सुनिश्चित किया कि वह किसी भी दल में रहें, जनता का विश्वास हमेशा उनके साथ बना रहे।
उनका राजनीतिक सफर अत्यंत बहुआयामी और अनुभवपूर्ण रहा है। उन्होंने कांग्रेस (1991–2002), बहुजन समाज पार्टी (2007–2012), नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (2012–2017) और वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी (2017–वर्तमान) जैसे प्रमुख राजनीतिक दलों का प्रतिनिधित्व किया है।
वे पनियारा विधानसभा सीट से चार बार और डिलिमिटेशन के बाद बने कैम्पियरगंज क्षेत्र से तीन बार विधायक चुने जा चुके हैं। कुल मिलाकर, वे अब तक सात बार विधायक चुने जा चुके हैं, जो दर्शाता है कि जनता के साथ उनका विश्वास और संपर्क कितना मजबूत है।
भाजपा के मजबूत स्तंभ के रूप में उभरना
वर्ष 2017 में वे भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर कैम्पियरगंज विधानसभा क्षेत्र से विधायक निर्वाचित हुए। इससे पहले वे इसी सीट से NCP के टिकट पर भी विधायक रह चुके थे। बसपा के टिकट पर वे मायावती सरकार में वन मंत्री भी रह चुके हैं और उस काल में उन्हें मायावती का विश्वासपात्र मंत्री माना जाता था।
उनका राजनीतिक सफर इस बात का प्रतीक है कि वे किसी भी दल में रहें, जनसेवा और विकास ही उनका प्रमुख उद्देश्य रहा है। यही कारण है कि जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को चुना गया, तो फतेह बहादुर सिंह ने अपनी सीट तक उन्हें समर्पित करने की पेशकश की, जिससे उनके समर्पण का अंदाज़ा लगाया जा सकता है।
विकास और जनसेवा की पहचान
फतेह बहादुर सिंह ने अपने क्षेत्र में विकास के अनेक कार्य कराए हैं। शिक्षा के क्षेत्र में उन्होंने प्राइमरी से लेकर उच्च शिक्षा तक के लिए स्कूल और कॉलेज की स्थापना कराई। रसूलपुर चकिया में एक मिनी स्टेडियम का निर्माण कार्य भी उनके प्रयासों से संभव हुआ।
कोरोना महामारी के दौरान उन्होंने अपने क्षेत्रवासियों की हरसंभव सहायता की — चाहे वह राशन वितरण हो, दवाइयों की उपलब्धता या ऑक्सीजन की व्यवस्था। इन कार्यों ने उन्हें एक संवेदनशील और सक्रिय जनप्रतिनिधि के रूप में स्थापित किया।
फतेह बहादुर सिंह :2022 में ऐतिहासिक जीत
वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने कैम्पियरगंज से सपा प्रत्याशी काजल निषाद को लगभग 42,000 वोटों के अंतर से हराया और एक बार फिर साबित किया कि जनता का भरोसा आज भी उन्हीं पर कायम है।
फतेह बहादुर सिंह : एक प्रेरणास्पद यात्रा
फतेह बहादुर सिंह का जीवन परिचय और राजनीतिक सफर यह दर्शाता है कि एक नेता केवल पद और पार्टी से नहीं, बल्कि अपने कार्य, दृष्टिकोण और सेवा भावना से पहचाना जाता है। सात बार विधायक रहना, विभिन्न पार्टियों में नेतृत्व करना, और फिर भी जनता का विश्वास बनाए रखना, एक असाधारण उपलब्धि है।
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गोरखपुर ज़िले की विधानसभा सीटों का 2022 चुनाव परिणाम [ Gorakhpur Assembly Election Results 2022 ]
विधानसभा | विजेता (पार्टी) | दूसरे स्थान पर (पार्टी) | जीत का अंतर |
---|---|---|---|
कैम्पियरगंज | फतेह बहादुर (BJP) | काजल निषाद (SP) | 41,482 |
पिपराइच | महेन्द्र पाल सिंह (BJP) | अमरेन्द्र निषाद (SP) | 65,357 |
गोरखपुर शहर | योगी आदित्यनाथ (BJP) | सुभावती शुक्ला (SP) | 1,02,399 |
गोरखपुर ग्रामीण | बिपिन सिंह (BJP) | विजय बहादुर यादव (SP) | 24,070 |
सहजनवां | प्रदीप शुक्ला (BJP) | यशपाल रावत (SP) | 39,710 |
खजनी | श्रीराम चौहान (BJP) | रूपवती बेलदार (SP) | 37,271 |
चौरीचौरा | सरवन कुमार निषाद (BJP) | बृजेश चंद (SP) | 41,127 |
बांसगांव | डॉ. विमलेश पासवान (BJP) | डॉ. संजय कुमार (SP) | 26,591 |
चिल्लूपार | राजेश त्रिपाठी (BJP) | विनय शंकर तिवारी (SP) | 21,645 |
उत्तर प्रदेश 2022 विधानसभा में 403 सीटों पर विभिन्न जातियों और धर्मों के विधायकों का प्रतिनिधि