यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में शेखूपुर विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी (सपा) के हिमांशु यादव [ MLA Himanshu Yadav ] ने 1,05,531 वोट प्राप्त करके 5,661 वोटों के अंतर से भाजपा के पूर्व विधायक धर्मेंद्र कुमार शाक्य को पराजित किया। यह उपलब्धि विशेष रूप से उल्लेखनीय है क्योंकि:

  • हिमांशु यादव [ MLA Himanshu Yadav ] उत्तर प्रदेश के सबसे कम उम्र (24 वर्ष) के विधायक बने
  • उन्होंने तीन पीढ़ियों की राजनीतिक विरासत को सफलतापूर्वक आगे बढ़ाया
  • भाजपा के मंत्री भगवान सिंह शाक्य के पुत्र को हराया

किस किस यूपी विधायक ने बदली कई पार्टियाँ – जानिए कौन है ये ‘आया राम, गया राम’

मुख्य प्रत्याशियों का प्रदर्शन

प्रत्याशीपार्टीवोटअंतर
हिमांशु यादवसपा1,05,531+5,661
धर्मेंद्र शाक्यभाजपा99,871
मुस्लिम खांबसपा34,932

तीन पीढ़ियों की राजनीतिक विरासत [ MLA Himanshu Yadav ]

हिमांशु यादव का परिवार शेखूपुर की राजनीति में दशकों से सक्रिय है:

पारिवारिक राजनीतिक इतिहास [ MLA Himanshu Yadav ]

  1. बनवारी लाल यादव (दादा)
  • पूर्व विधायक एवं मंत्री
  • सपा के वरिष्ठ नेता
  1. आशीष यादव (पिता)
  • 2012 में शेखूपुर से विधायक चुने गए
  • इस बार पुत्र हिमांशु को टिकट दिलाया
  1. हिमांशु यादव (वर्तमान विधायक) [ MLA Himanshu Yadav ]
  • प्रदेश के सबसे युवा विधायक
  • पारिवारिक विरासत को सफलतापूर्वक आगे बढ़ाया

चुनावी समीकरण एवं रणनीति

सपा की जीत के प्रमुख कारण [ MLA Himanshu Yadav ]

  1. यादव-मुस्लिम गठजोड़: सपा ने यादव और मुस्लिम मतदाताओं को सफलतापूर्वक साधा
  2. पारिवारिक विरासत: तीन पीढ़ियों का स्थानीय प्रभाव
  3. युवा चेहरा: नए नेतृत्व की अपील ने युवा मतदाताओं को आकर्षित किया
  4. बसपा का प्रभाव: मुस्लिम खां ने भाजपा के वोटों को काटा

भाजपा की हार के कारण

  • मुस्लिम वोटों का बंटवारा नहीं हो पाना
  • सपा के मजबूत पारिवारिक नेटवर्क का सामना
  • युवा उम्मीदवार के सामने पुराने चेहरे की हार

पारिवारिक संबंधों का राजनीतिक नेटवर्क

  • बृजेश यादव (सहसवान से सपा विधायक): हिमांशु के फूफा
  • आशीष यादव (पिता): 2012 में इसी सीट से विधायक
  • बनवारी लाल यादव (दादा): पूर्व मंत्री

इस प्रकार, सपा ने बदायूं जिले में यादव परिवारों के मजबूत नेटवर्क का सफलतापूर्वक उपयोग किया।

ऐतिहासिक संदर्भ: यादव बनाम शाक्य प्रतिद्वंद्विता [ MLA Himanshu Yadav ]

शेखूपुर सीट पर दशकों से यादव और शाक्य परिवारों के बीच राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता रही है:

  • 2012: आशीष यादव (सपा) विजयी
  • 2017: धर्मेंद्र शाक्य (भाजपा) विजयी
  • 2022: हिमांशु यादव (सपा) ने पारिवारिक विरासत को पुनः स्थापित किया

भविष्य की राजनीतिक संभावनाएं

  • हिमांशु यादव के युवा नेतृत्व से सपा को नई ऊर्जा
  • भाजपा को 2027 के चुनाव के लिए नई रणनीति बनाने की आवश्यकता
  • यादव-शाक्य प्रतिद्वंद्विता का जारी रहना

“हिमांशु की जीत साबित करती है कि उत्तर प्रदेश की राजनीति में युवा नेतृत्व और पारिवारिक विरासत का संयोजन अभी भी प्रभावी है।”
– राजनीतिक विश्लेषक, बदायूं

इस जीत ने न केवल हिमांशु यादव को प्रदेश की राजनीति में एक उभरते हुए नेता के रूप में स्थापित किया है, बल्कि सपा के लिए बदायूं जिले में अपनी मजबूत उपस्थिति को भी पुनः स्थापित किया है।

बदायूं जिले की विधानसभा चुनाव 2022 के विजेता सूची [ Badaun Assembly Election Results 2022 ]

बदायूं जिले में सपा-भाजपा में बंटी 6 सीटें, तीन-तीन पर जीत

विधानसभा सीटविजेता उम्मीदवारपार्टीकितने वोट मिले
बिसौलीआशुतोष मौर्यसपा110569
सहसवानब्रजेश यादवसपा83673
बिल्सीहरीश चंद्र शाक्यभाजपा93500
बदायूंमहेश चंद्र गुप्ताभाजपा101096
शेखूपुरहिमांशू यादवसपा105531
दातागंजराजीव कुमारभाजपा107591
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