बिधूना विधानसभा सीट: रेखा वर्मा [ MLA Rekha Verma ] ने रचा इतिहास, 70 साल बाद पहली महिला विधायक बनीं. समाजवादी पार्टी (सपा) की रेखा वर्मा ने भाजपा की प्रत्याशी रिया शाक्य को 7,629 मतों के अंतर से हराया।
2022 चुनाव में ऐतिहासिक जीत [ MLA Rekha Verma ]
बिधूना विधानसभा सीट (औरैया) ने 2022 के विधानसभा चुनाव में एक नया अध्याय लिखा जब समाजवादी पार्टी (सपा) की रेखा वर्मा ने यहां पहली महिला विधायक के रूप में जीत दर्ज की। उन्होंने भाजपा की प्रत्याशी रिया शाक्य को 7,629 मतों के अंतर से हराया। यह सीट 1952 से 2017 तक पुरुष विधायकों के नाम रही थी, लेकिन रेखा वर्मा ने इस परंपरा को तोड़ दिया।
चुनाव परिणाम (2022)
- रेखा वर्मा (सपा): विजयी
- रिया शाक्य (भाजपा): 7,629 मतों से पराजित
रेखा वर्मा का राजनीतिक सफर [ MLA Rekha Verma ]
प्रारंभिक जीवन एवं शिक्षा
- जन्म एवं निवास: मकसूदपुर गाँव (मोहम्मदी क्षेत्र)
- शिक्षा: कानपुर के शिवराजपुर से इंटरमीडिएट तक की पढ़ाई
- पारिवारिक पृष्ठभूमि:
- ससुर: स्व. धनीराम वर्मा (6 बार विधायक, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एवं नेता प्रतिपक्ष)
- पति: स्व. डॉ. महेश वर्मा (2009 में बसपा से विधायक रहे)
राजनीतिक करियर [ MLA Rekha Verma ]
- स्थानीय स्तर पर पदभार (1995-2007):
- बिधूना ब्लॉक प्रमुख रहीं।
- लोकसभा में दो बार जीत (2014, 2019):
- 2014 में पहली बार भाजपा के जितिन प्रसाद (पूर्व केंद्रीय मंत्री) को हराया।
- 2019 में दोबारा जीतकर अपना प्रभुत्व कायम रखा।
- 2022 में पहली बार विधायक बनीं:
- सपा से टिकट पाकर बिधूना सीट पर चुनाव लड़ा और जीतीं।
राष्ट्रीय राजनीति में भूमिका
- संसदीय समितियों में सदस्य:
- स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की सलाहकार समिति
- रसायन एवं उर्वरक संबंधी स्थायी समिति
बिधूना सीट का राजनीतिक इतिहास
परिवार का दबदबा [ MLA Rekha Verma ]
- धनीराम वर्मा: 6 बार विधायक (1980, 1989, 1991, 1993, 1996, 2007)
- विधानसभा अध्यक्ष (1993-1995)
- नेता प्रतिपक्ष (1997-2001)
- डॉ. महेश वर्मा: 2009 में बसपा से उपचुनाव जीते
मुलायम सिंह यादव से संबंध
- बिधूना, मुलायम सिंह यादव की दूसरी पत्नी साधना गुप्ता का मायका है।
- यह सीट सपा के लिए पारिवारिक महत्व रखती है।
विवाद एवं चुनौतियाँ
- भाजपा विधायक शशांक त्रिवेदी से टकराव: महोली क्षेत्र में विवाद हुआ।
- पति का बसपा से जुड़ाव: डॉ. महेश वर्मा बसपा से विधायक रहे, जबकि रेखा सपा में सक्रिय रहीं।
भविष्य की रणनीति
- महिला मतदाताओं का समर्थन: पहली महिला विधायक के तौर पर उन पर नजरें टिकी हैं।
- पारिवारिक विरासत को आगे बढ़ाना: वर्मा परिवार का इस सीट पर दबदबा रहा है।
- सपा में अहम भूमिका: लोकसभा और अब विधानसभा में उनकी उपस्थिति पार्टी को मजबूती देती है।
रेखा वर्मा की जीत ने बिधूना की राजनीति में एक नया मोड़ ला दिया है। 70 साल बाद पहली बार महिला विधायक बनकर उन्होंने इतिहास रचा है। उनका राजनीतिक अनुभव और पारिवारिक विरासत उन्हें इस क्षेत्र में एक मजबूत नेता के रूप में स्थापित करता है। अब देखना होगा कि वह अपने कार्यकाल में बिधूना के विकास के लिए क्या नई पहल करती हैं।
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औरैया जिले की विधानसभा सीटों के नतीजे (2024 चुनाव)
क्रम संख्या | विधानसभा सीट | विजेता उम्मीदवार | पार्टी | पराजित उम्मीदवार | पार्टी |
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1️⃣ | औरैया | गुड़िया कठेरिया | भारतीय जनता पार्टी (BJP) | जितेंद्र कुमार दोहरे | समाजवादी पार्टी (SP) |
2️⃣ | दिबियापुर | प्रदीप कुमार यादव | समाजवादी पार्टी (SP) | लखन सिंह राजपूत | भारतीय जनता पार्टी (BJP) |
3️⃣ | बिधुना | रेखा वर्मा | समाजवादी पार्टी (SP) | रिया शाक्य | भारतीय जनता पार्टी (BJP) |
📌 मुख्य निष्कर्ष:
✅ समाजवादी पार्टी (SP) ने 3 में से 2 सीटें (दिबियापुर और बिधुना) जीतीं।
✅ भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने सिर्फ औरैया सीट पर जीत दर्ज की।