अमित अग्रवाल का जन्म 23 फरवरी 1954 को उत्तर प्रदेश के मेरठ जनपद में हुआ। वे एक वैश्य (हिन्दू) परिवार से आते हैं। उनके पिता का नाम स्वर्गीय प्रेमकिशन है। अमित अग्रवाल की प्रारंभिक शिक्षा मेरठ में हुई और उन्होंने स्नातक के साथ-साथ एलएलबी (कानून) की पढ़ाई पूरी की।
उत्तर प्रदेश 2022 विधानसभा में 403 सीटों पर विभिन्न जातियों और धर्मों के विधायकों का प्रतिनिधित्व
उनकी विवाह तिथि 6 जनवरी 1980 है और उनकी पत्नी का नाम श्रीमती मधु अग्रवाल है। उनके परिवार में एक पुत्र और दो पुत्रियां हैं। पेशे से वे कृषि, व्यापार और भवन निर्माण (बिल्डर) के व्यवसाय से जुड़े हुए हैं।
अमित अग्रवाल को लोकतंत्र रक्षक सेनानी के रूप में मान्यता प्राप्त है। आपातकाल के दौरान वे मेरठ जिला कारागार में 3 माह 15 दिन तक बंदी रहे, जिसके चलते उन्हें 20,000 रुपये मासिक पेंशन प्राप्त होती है।
#जनसंपर्क #अभियान के अंतर्गत आज मेरठ कैंट विधानसभा के सोतीगंज वार्ड 64 स्थित तेजाब खाना बूथ नंबर 309 में श्री हरेंद्र सिंह वाल्मीकि जी के घर पर उपस्थित होकर जनसंपर्क किया और योगी मोदी सरकार की #उपलब्धियों को गिनाया। pic.twitter.com/YbPFJKKwK8
— Amit Agarwal (@AmitAgarwalBJP) April 27, 2025
अमित अग्रवाल का राजनीतिक सफर
अमित अग्रवाल ने सक्रिय राजनीति की शुरुआत 1990 के दशक में की। वे भारतीय जनता पार्टी से जुड़े और 1993 के विधानसभा चुनाव में मेरठ कैंट सीट से विधायक चुने गए। यह उनकी राजनीतिक सफर का पहला महत्वपूर्ण पड़ाव था।
1993-1995: बारहवीं विधानसभा सदस्य
1993 में पहली बार वे उत्तर प्रदेश विधानसभा के सदस्य बने। इस अवधि में उन्होंने क्षेत्रीय मुद्दों पर सक्रिय भूमिका निभाई।
1996-2002: तेरहवीं विधानसभा सदस्य के रूप में कार्य
1996 में एक बार फिर अमित अग्रवाल ने मेरठ कैंट सीट से जीत दर्ज की और दूसरी बार विधायक बने। इस दौरान उन्होंने क्षेत्रीय विकास और व्यापारियों से जुड़े मुद्दों को सदन में उठाया।
दो दशक बाद पुनः वापसी
मार्च 2022: तीसरी बार विधायक निर्वाचित
लगभग दो दशक बाद, मार्च 2022 में अमित अग्रवाल ने तीसरी बार मेरठ कैंट विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा और भारी मतों से विजय प्राप्त की। इससे उनका राजनीतिक सफर एक नई दिशा में आगे बढ़ा।
अमित अग्रवाल की विशेष भूमिका
लोकतंत्र सेनानी के रूप में पहचान
आपातकाल के समय जब नागरिक अधिकारों का हनन हो रहा था, तब उन्होंने लोकतंत्र की रक्षा के लिए जेल की यातना सही। इस साहसिक भूमिका के लिए उन्हें लोकतंत्र सेनानी के रूप में सम्मान प्राप्त हुआ और राज्य सरकार की ओर से उन्हें पेंशन भी दी जाती है।
पार्टी में भूमिका और प्रभाव
वह भारतीय जनता पार्टी में वैश्य समुदाय के प्रमुख चेहरों में से एक रहे हैं। उन्होंने अपने क्षेत्र में व्यापार, अधोसंरचना और नागरिक सुविधाओं के विकास के लिए विभिन्न प्रयास किए हैं।
अमित अग्रवाल का जीवन परिचय और राजनीतिक सफर उत्तर प्रदेश की राजनीति में स्थायित्व, प्रतिबद्धता और क्षेत्रीय जनसंपर्क की मिसाल है। मेरठ कैंट सीट पर उनकी तीन बार की जीत इस बात का प्रमाण है कि जनता में उनकी पकड़ और विश्वास मजबूत है।
Meerut Assembly Election Results 2022
मेरठ जिले की सभी 7 विधानसभा सीटों के विजेता
विधानसभा सीट | विजेता प्रत्याशी | पार्टी |
---|---|---|
मेरठ | रफीक अंसारी | समाजवादी पार्टी |
किठौर | शाहिद मंजूर | समाजवादी पार्टी |
सिवालखास | गुलाम मोहम्मद | राष्ट्रीय लोक दल (RLD) |
हस्तिनापुर | दिनेश खटीक | भारतीय जनता पार्टी |
मेरठ दक्षिण | डॉ. सोमेंद्र सिंह तोमर | भारतीय जनता पार्टी |
मेरठ कैंट | अमित अग्रवाल | भारतीय जनता पार्टी |
सरधना | अतुल प्रधान | समाजवादी पार्टी |