केंद्र सरकार के फ़ूड प्रोसेसिंग मिनिस्ट्री ने शनिवार 4 नवम्बर को देश की राजधानी दिल्ली में एक कार्यक्रम का आयोजन किया है, जिसमें करीब 800 किलो खिचड़ी को पकाकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया जायेगा। जिसके तहत केंद्र सरकार और मंत्रालय ने कार्यक्रमों को सफल बनाने की पूरी तैयारी कर ली है, गौरतलब है कि, इस दौरान ये भी कहा जा रहा था कि, केंद्र सरकार खिचड़ी को नेशनल फ़ूड घोषित करेगी, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं होने वाला है।
अनाथ बच्चों और मेहमानों को परोसी जाएगी खिचड़ी:
- केंद्र सरकार 4 नवम्बर को राजधानी दिल्ली में एक कार्यक्रम का आयोजन करने जा रही है।
- जिसके दौरान कार्यक्रम में 800 किलो खिचड़ी पकाकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया जायेगा।
- जिसके लिए 1000 लीटर क्षमत और 7 फीट व्यास वाला बर्तन में खिचड़ी को पकाया जायेगा।
- पूरी खिचड़ी अनाथ बच्चों में बांटी जाएगी।
- सेलेब्रिटी शेफ संजीव कपूर इस इवेंट के ब्रांड एम्बेसडर होंगे।
- किसी भी व्यंजन को ऑफिशियली नेशनल फ़ूड घोषित करना किसी भी देश में नहीं है।
- वहां के लोगों की पसंद के हिसाब से किसी डिश को नेशनल कुजीन मान लिया जाता है।
- इससे उस डिश की पहचान और अहमियत पर कोई फर्क नहीं पड़ता है।
- खिचड़ी के साथ भी ऐसा ही है, हम सभी ने कभी न कभी खिचड़ी खायी है और सभी को पसंद भी है।
ये हैं वो वजह, जिनसे खिचड़ी बन सकती थी नेशनल फ़ूड:
- इसे बनाने से समय की बचत होती है, साथ ही खर्च भी कम आता है।
- खिचड़ी अमीर, गरीब, मध्यमवर्गीय सभी तबकों की पसंद होती है और सभी इसे खाते हैं।
- खिचड़ी को दाल, चावल के इस्तेमाल से बनाया जाता है, कहीं-कहीं हरी सब्जियों का इस्तेमाल भी किया जाता है।
- जिससे खिचड़ी में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट्स, एमिनो एसिड, हेल्दी फैट मौजूद होते हैं।
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Divyang Dixit
Journalist, Listener, Mother nature's son, progressive rock lover, Pedestrian, Proud Vegan, व्यंग्यकार