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आगरा के वर्तमान विधायकों 2022 का राजनीतिक सफर: दल बदलते चेहरे और उनकी यात्रा

जानिए कौन से आगरा विधायकों का हैं 'आया राम-गया राम' का पॉलिटिकल कनेक्शन AayaRam GayaRam MLAs of Agra 2022

जानिए कौन से आगरा विधायकों का हैं 'आया राम-गया राम' का पॉलिटिकल कनेक्शन AayaRam GayaRam MLAs of Agra 2022

जानिए कौन से आगरा विधायकों का हैं ‘आया राम-गया राम’ का पॉलिटिकल कनेक्शन

AayaRam GayaRam MLAs of Agra 2022 : उत्तर प्रदेश की ऐतिहासिक नगरी आगरा ने 2022 के विधानसभा चुनावों में भाजपा को भारी समर्थन दिया, लेकिन कई विधायकों ने अपने राजनीतिक करियर में दल बदलकर [ आया राम,गया राम ] यह मुकाम हासिल किया है। आइए जानते हैं आगरा की प्रमुख सीटों के वर्तमान विधायकों के राजनीतिक सफर और उनके दल परिवर्तन के महत्वपूर्ण पड़ावों के बारे में:

1. आगरा बाह: रानी पक्षालिका सिंह

रानी पक्षालिका सिंह वर्तमान में भाजपा से आगरा बाह सीट की विधायक हैं और 2017 में इस पार्टी में शामिल हुईं। उन्होंने 2017 में भाजपा से राजनीति शुरू करते हुए पहली बार विधायक का पद हासिल किया। 2022 में भाजपा में शामिल होने के बाद उन्होंने बाह सीट से जीत दर्ज की। उन्होंने कभी पार्टी नहीं बदली।

2. आगरा दक्षिण: योगेंद्र उपाध्याय

भाजपा के योगेंद्र उपाध्याय ने अपनी राजनीतिक यात्रा पार्टी के युवा मोर्चे से शुरू की और 2017 तथा 2022 में लगातार दूसरी बार आगरा दक्षिण सीट से विधायक चुने गए। वे दल बदलने वाले नेताओं से अलग हैं, क्योंकि उन्होंने कभी पार्टी नहीं बदली

3. खेरागढ़: भगवान सिंह कुशवाहा

खेरागढ़ सीट के भाजपा विधायक भगवान सिंह कुशवाहा ने 2007 में बसपा से चुनाव लड़ा, पहली बार विधायक बने,। 2012 में बसपा से वे दूसरी बार विधायक बने, लेकिन 2017 में हार गए। 2022 में भाजपा में शामिल होने के बाद उन्होंने इस सीट पर जीत हासिल की।

4. फतेहपुर सीकरी: बाबूलाल

बाबूलाल 2012 में बसपा से फतेहपुर सीकरी सीट से विधायक चुने गए, लेकिन 2017 में भाजपा में शामिल होने के बावजूद चुनाव हार गए। 2022 में भाजपा टिकट पर उन्होंने इस सीट पर जीत दर्ज की।

5. आगरा उत्तर: पुरुषोत्तम खंडेलवाल

पुरुषोत्तम खंडेलवाल 1990 से भाजपा के सदस्य हैं और 2022 में लगातार तीसरी बार आगरा उत्तर सीट से विधायक चुने गए। उन्होंने कभी दल नहीं बदला

6. एटमदपुर: डॉ. धर्मपाल सिंह

डॉ. धर्मपाल सिंह ने 2007 में सपा से चुनाव लड़ा, लेकिन हार गए। 2012 में भाजपा में शामिल होने के बाद 2017 में पहली बार विधायक बने और 2022 में दोबारा जीत हासिल की।

7. आगरा कैंट: डॉ. जी.एस. धर्मेश

डॉ. जी.एस. धर्मेश ने 2012 में बसपा से चुनाव लड़ा, लेकिन सफलता नहीं मिली। 2017 में भाजपा में शामिल होकर वे पहली बार विधायक बने और 2022 में दोबारा जीत दर्ज की।

8. फतेहाबाद: छोटे लाल वर्मा

छोटे लाल वर्मा 2007 में बसपा से फतेहाबाद सीट से विधायक चुने गए, लेकिन 2012 और 2017 में हार के बाद 2022 में भाजपा में शामिल हुए और जीत हासिल की।

आगरा के वर्तमान विधायकों की राजनीतिक यात्रा: AayaRam GayaRam MLAs of Agra 2022

विधानसभा सीटविधायकवर्तमान पार्टीराजनीतिक यात्रा (दल परिवर्तन और महत्वपूर्ण पड़ाव)
आगरा बाहरानी पक्षालिका सिंहभाजपा– 2017: भाजपा में शामिल होकर जीतीं
– 2022: भाजपा से जीत दर्ज
कोई दल परिवर्तन नहीं
आगरा दक्षिणयोगेंद्र उपाध्यायभाजपा– भाजपा के युवा मोर्चे से शुरुआत
– 2017 और 2022 में लगातार दो बार जीत
– कोई दल परिवर्तन नहीं
खेरागढ़भगवान सिंह कुशवाहाभाजपा– 2007: बसपा से विधायक बने
– 2012: बसपा से विधायक बने
– 2017: बसपा से हार
– 2022: भाजपा में शामिल होकर जीते
फतेहपुर सीकरीचौधरी बाबूलालभाजपा– 1996 – निर्दलीय विधायक बने
– 2002: RLD से विधायक बने
– 2014 लोकसभा भाजपा से
– 2022: भाजपा से जीत
आगरा उत्तरपुरुषोत्तम खंडेलवालभाजपा– 1990 से भाजपा सदस्य
– 2022 में लगातार तीसरी बार जीत
– कोई दल परिवर्तन नहीं
एटमदपुरडॉ. धर्मपाल सिंहभाजपा– 2012: बसपा से विधायक बने
2019 : कांग्रेस  सदस्यता
– 2021 :सपा में शामिल
– 2022 में भाजपा से जीत
आगरा कैंटडॉ. जी.एस. धर्मेशभाजपा– 1994 कांग्रेस पार्टी में थे.
– 1994 में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की
– 2017: भाजपा में शामिल होकर पहली बार जीते
– 2022: दोबारा भाजपा से जीत
फतेहाबादछोटे लाल वर्माभाजपा– 1993 : बसपा से विधायक बने
– 2002: भाजपा से विधायक बने
– 2012 बसपा से विधायक बने
– 2022: भाजपा में शामिल होकर जीते
  1. दल-बदल का प्रभाव [ AayaRam GayaRam ]: 8 में से 5 विधायकों ( भगवान सिंह कुशवाहा, बाबूलाल,डॉ. धर्मपाल सिंह, डॉ. जी.एस. धर्मेश, छोटे लाल वर्मा ) ने बसपा/सपा छोड़कर भाजपा में शामिल होकर जीत हासिल की।
  2. भाजपा का प्रभुत्व: 2022 में आगरा की 8 सीटों पर भाजपा की जीत।
  3. विपक्ष की कमजोरी: बसपा और सपा के पूर्व विधायकों ने भाजपा में शामिल होकर अपनी राजनीतिक उपस्थिति बचाई।

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