एटा जिले की चारों विधानसभा सीटों पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने 2022 के विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की। एटा सीट से विपिन डेविड, अलीगंज से सत्यपाल राठौर, मारहरा से वीरेंद्र वर्मा, और जलेसर सुरक्षित सीट से संजीव दिवाकर ने भाजपा प्रत्याशी के रूप में जीत हासिल की. क्या इनमे से कोई क्या आया राम गया विधायक है?
1 एटा सीट विपिन डेविड ( भारतीय जनता पार्टी )
अखिल भारतीय लोधी महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष विपिन डेविड ने राजनीति में अपने प्रभावशाली नेतृत्व और संगठित सामाजिक कार्यों के बल पर विशेष पहचान बनाई है। उन्होंने 2017 में पहली बार एटा विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। इसके बाद, 2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में उन्होंने दोबारा जीत दर्ज की, इस बार 97,539 वोट प्राप्त कर समाजवादी पार्टी के जुगेंद्र सिंह यादव को 17,247 वोटों के अंतर से हराया।
वर्तमान में उत्तर प्रदेश विधानसभा में भाजपा विधायक दल के सचेतक के रूप में कार्यरत हैं और प्रतिनिधि विधायन समिति के सभापति के पद पर भी नियुक्त हैं।
विपिन डेविड का राजनीतिक सफर केवल भारतीय जनता पार्टी से जुड़ा हुआ है. आया राम गया राम विधायक नहीं है.
2 अलीगंज से सत्यपाल राठौर ( भारतीय जनता पार्टी )
सत्यपाल राठौर का राजनीतिक सफर स्थानीय निकायों से शुरू होकर प्रदेश की विधान सभा तक पहुँचा है। उन्होंने अपने सार्वजनिक जीवन की शुरुआत सदस्य क्षेत्र पंचायत के रूप में वर्ष 1982 और 1989 में की। इसके साथ ही वह वर्ष 1980 से 1988 तक सहकारी समिति उभई असद नगर के अध्यक्ष रहे। वर्ष 1988 में उन्हें क्रय-विक्रय समिति अलीगंज का अध्यक्ष चुना गया। इसके बाद वर्ष 1989 से 1998 तक उन्होंने प्रधान ग्राम पंचायत उभई असद नगर के पद पर भी कार्य किया।
मार्च 2017: वे सत्रहवीं उत्तर प्रदेश विधान सभा में पहली बार विधायक निर्वाचित हुए।
मार्च 2022: उन्होंने दोबारा जीत दर्ज की और अट्ठारहवीं विधान सभा में भी सदस्य बने। आया राम गया राम विधायक नहीं है.
3. मारहरा से वीरेंद्र वर्मा ( भारतीय जनता पार्टी )
वीरेंद्र वर्मा का राजनीतिक सफर पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय कल्याण सिंह के सान्निध्य में प्रारंभ हुआ, जिनके वे घनिष्ठ राजनीतिक शिष्य रहे। कल्याण सिंह का मारहरा क्षेत्र से विशेष जुड़ाव रहा, और वहीं से वीरेंद्र वर्मा ने भी जनसेवा और सामाजिक कार्यों की प्रेरणा ग्रहण की।
2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में वीरेंद्र वर्मा ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार के रूप में मारहरा सीट से चुनाव लड़ा। उन्होंने समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी अमित गौरव उर्फ टीटू को 17,609 वोटों के बड़े अंतर से पराजित कर जीत दर्ज की। आया राम गया राम विधायक नहीं है.
4. जलेसर सुरक्षित सीट से संजीव दिवाकर ( भारतीय जनता पार्टी )
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सक्रिय सदस्य संजीव दिवाकर ने 2017 में अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत जलेसर विधानसभा सीट से की। अपने पहले ही प्रयास में उन्होंने समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार रंजीत सुमन को लगभग 20,000 वोटों के बड़े अंतर से हराकर विधायक बने।
इसके बाद 2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में उन्होंने दोबारा जीत हासिल करते हुए भाजपा को 91,050 वोट दिलवाए, जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंदी सपा को 86,408 वोट और बसपा को 19,303 वोट प्राप्त हुए। आया राम गया राम विधायक नहीं है.