उत्तर प्रदेश में रबी विपणन वर्ष 2017-18 पीसीएफ द्वारा संचालित लखनऊ जिले के सरकारी गेहूं क्रय केंद्रों की हकीकत जानने के लिए uttarpradesh.org की टीम निकली हुई है। इन क्रय केद्रों पर क्या व्यवस्था और क्या अव्यवस्था है एवं किसानों को क्या-क्या असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है। इसके बारे में जमीनी स्तर से हम आप को जानकारी उपलब्ध करवा रहे हैं। हमारी रियलिटी चेक टीम इतनी भयंकर गर्मी में भी आप तक सटीक जानकारी पहुंचाने के लिए जमीनी स्तर पर काम कर रही है। ताकि आप असलियत से लगातार अपडेट रहें।
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माल और मलिहाबाद में 13 केंद्र
- किसानों का गेहूं खरीदने के लिए माल में 8 क्रय केंद्र हैं।
- इनमें रूदन खेड़ा, बसंतपुर, वहीर (रहटा), खंडसरा मुड़ियारा, जमोलिया, मरू, पिपरी कुराखर, नवी डांडा हैं।
- जबकि मलिहाबाद में अमानीगंज, दुलारमऊ और रहीमाबाद के पास कैथुलिया हैं।
- इन क्रय केन्द्रों पर सोमवार से शनिवार तक सुबह 9:00 बजे से लेकर शाम के 6:00 बजे तक गेहूं की खरीद की जाती है।
- किसान खरीद केंद्र पर किसानों को काफी परेशानी का भी सामना पड़ रहा है।
भुगतान में कोई दिक्कत नहीं
- जब हमारी टीम दुलारमऊ स्थित पीसीएफ कृषक सेवा केंद्र पर पहुंची।
- यहां सारी व्यवस्थाएं ठीक मिलीं लेकिन बिजली की समस्या देखने को मिली।
- यहां मौजूद लोगों ने बताया कि पिछली सरकार में बिजली सही आती थी लेकिन वर्तमान समय में काफी कटौती हो रही है।
- इसके चलते क्रय केंद्र पर बोरियों की सिलाई और इलेक्ट्रानिक तराजू से अनाज तौलने में भी काफी समस्या आती है।
- इस केंद्र के प्रभारी अनिल कुमार ने बताया कि रोजाना औसतन 8 से 9 कुंतल गेहूं की खरीद हो जाती है।
- किसानों को चेक और आईटीजीएस के जरिये भुगतान किया जाता है।
- यह भुगतान किसानों के बैंक खाते में उसी दिन या अगले दिन तक सौ प्रतिशत हो जाता है।
- इस केंद्र पर आये उन्नाव जिले के बरातीखेड़ा गांव के रहने वाले मुन्नीलाल ने बताया कि मोहान में क्रय केंद्र पर गेहूं नहीं ख़रीदा जा रहा है।
- प्रभारी कहता है कि 11 तारीख के बाद आना अब शादियों में जाना या अन्य खर्चे के लिए पैसे की जरूरत है इसलिए गेहूं बेचने के लिए यहां आना पड़ा।
चोरी की जलाई जा रही बिजली
- जब हमारी टीम अमानीगंज स्थित पीसीएफ कृषक सेवा केंद्र पर पहुंची तो यहां कटिया लगाकर चोरी की बिजली इस्तेमाल हो रही थी।
- केंद्र के प्रभारी राजाराम ने बताया कि रोजाना औसतन 16 कुंतल गेहूं की खरीद हो जाती है।
- उनके केंद्र पर और कोई दिक्कत नहीं है किसानों को भुगतान भी उसी दिन कर दिया जाता है।
- इस गोदाम में गेहूं का भंडार लगा हुआ है जहां कई मजदूर पूरे दिन काम में लगे रहते हैं।
- यह मजदूर आधुनिक मशीनों से बोरियों में गेहूं भरके उनकी सिलाई करने का काम करते हैं।
नायब तहसीलदार खुद कर रहे निरीक्षण
- जब टीम नवी डांडा स्थित साधन सहकारी समिति क्रय केंद्र पर पहुंची तो यहां सबकुछ ठीक था।
- इस केंद्र के प्रभारी अमर सिंह ने बताया कि केंद्र पर किसी प्रकार की दिक्कत नहीं है।
- केवल बिजली की समस्या है इलेक्ट्रानिक तराजू और बोरियों की सिलाई के लिए मशीन चलाने के लिए जरनेटर रोजाना 200 रुपये देकर किराये पर लाया जाता है।
- इसके लिए उच्च अधिकारियों को भी अवगत कराया गया है।
- इस केंद्र पर नायब तहसीलदार मलिहाबाद आरआर रमन खुद निरीक्षण करने पहुंचे थे।
- उन्होंने हमसे खास बातचीत के दौरान विस्तृत जानकारी दी।
- उन्होंने बताया कि इस केंद्र पर रोजाना करीब पांच से छह कुंतल गेहूं की खरीद हो रही है।
- किसानों को समर्थन मूल्य 1625 रूपये प्रति कुंतल और 10 रुपए अलग से ढ़ुलाई के लिए भुगतान किया जाता है।
- वह स्वयं रोजाना केंद्रों पर जाकर जायजा और कितनी खरीद हुई, कितना भुगतान हुआ इसकी जानकारी ले रहे हैं।
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Sudhir Kumar
I am currently working as State Crime Reporter @uttarpradesh.org. I am an avid reader and always wants to learn new things and techniques. I associated with the print, electronic media and digital media for many years.