UP Panchayat Chunav 2026 : उत्तर प्रदेश में वर्ष 2026 में होने वाले त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर राजनीतिक माहौल गरमाने लगा है। चुनावी तैयारियों से पहले ही योगी सरकार में शामिल एक वरिष्ठ मंत्री ने जिला पंचायत अध्यक्ष के निर्वाचन के नियमों में बदलाव के संकेत दिए हैं। इससे साफ है कि सरकार आगामी चुनाव को लेकर रणनीतिक मोर्चेबंदी में जुट गई है।

UP Panchayat Chunav 2026 : यूपी में पंचायत चुनाव कब होंगे?

उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव हर पांच वर्षों में आयोजित किए जाते हैं। पिछला पंचायत चुनाव अप्रैल 2021 में हुआ था, ऐसे में अगला चुनाव अप्रैल 2026 के आसपास संभावित है। हालांकि, बोर्ड परीक्षाओं और बढ़ती गर्मी को देखते हुए इसे मार्च या उससे पहले भी कराया जा सकता है।

राज्य निर्वाचन आयोग पंचायत एवं नगरीय निकाय को 2026 में पंचायत चुनाव संपन्न करवाने हैं। पूर्व में हुए चुनावों के अनुसार अप्रैल माह में ग्राम प्रधानों का कार्यकाल समाप्त हो जाएगा। मार्च में होने वाली बोर्ड परीक्षा, मई जून में गर्मी के बढ़ते प्रकोप एवं 2027 में होने वाले विधानसभा चुनावों की तैयारियों के मद्देनजर राजनीतिक हलके में उम्मीद जताई जा रही है, शासन जनवरी एवं फरवरी माह में ही पंचायत चुनाव करवा सकता है। 

राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि 2025 के अंत तक ही चुनाव कराए जा सकते हैं, ताकि वर्ष 2026-27 के राजनीतिक परिदृश्य को लेकर पहले से जमीन तैयार की जा सके। हालांकि, अभी तक राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है.

पिछली बार कैसे हुए थे पंचायत चुनाव?

2021 के पंचायत चुनाव चार चरणों में संपन्न हुए थे:

🔹 पहला चरण (15 अप्रैल, 2021) – 18 जिले:

गाजियाबाद, सहारनपुर, रामपुर, बरेली, हाथरस, आगरा, कानपुर नगर, प्रयागराज, महोबा, रायबरेली, झांसी, अयोध्या, संतकबीर नगर, भदोही, गोरखपुर, जौनपुर, श्रावस्ती, हरदोई

🔹 दूसरा चरण (19 अप्रैल, 2021) – 20 जिले:

मुजफ्फरनगर, बागपत, आजमगढ़, वाराणसी, महाराजगंज, गोंडा, सुल्तानपुर, लखीमपुर खीरी, प्रतापगढ़, ललितपुर, लखनऊ, चित्रकूट, इटावा, कन्नौज, एटा, बदायूं, मैनपुरी, अमरोहा, बिजनौर, गौतम बुद्ध नगर

🔹 तीसरा चरण (26 अप्रैल, 2021) – 20 जिले:

चंदौली, बलरामपुर, बाराबंकी, मिर्जापुर, सिद्धार्थनगर, देवरिया, शामली, मेरठ, पीलीभीत, कासगंज, औरैया, फिरोजाबाद, मुरादाबाद, जालौन, हमीरपुर, फतेहपुर, कानपुर देहात, उन्नाव, अमेठी, बलिया

🔹 चौथा चरण (29 अप्रैल, 2021) – 17 जिले:

सोनभद्र, मऊ, बस्ती, कुशीनगर, बहराइच, गाजीपुर, बुलंदशहर, हापुड़, संभल, अलीगढ़, शाहजहांपुर, मथुरा, फर्रुखाबाद, बांदा, कौशांबी, अंबेडकरनगर, सीतापुर

2021 के पंचायत चुनाव परिणाम: कौन रहा आगे?

2021 में जिला पंचायत की कुल 3048 सीटों पर चुनाव हुए, जिनमें निर्दलीय प्रत्याशियों ने सभी दलों को पीछे छोड़ते हुए सबसे अधिक 944 सीटें जीतकर चौंकाया। प्रमुख दलों का प्रदर्शन निम्नानुसार रहा:

दलजीती गई सीटें
भाजपा (BJP)768
समाजवादी पार्टी (सपा)759
बहुजन समाज पार्टी (BSP)319
कांग्रेस125
रालोद69
आम आदमी पार्टी (AAP)64
निर्दलीय प्रत्याशी944

इसके अलावा:

  • 75 जिला पंचायत अध्यक्ष चुने गए।
  • 826 ब्लॉक प्रमुख, 16510 ग्राम प्रधान, और 35812 बीडीसी सीटों पर भी चुनाव हुए।
  • 112358 ग्राम पंचायत सदस्य पदों पर वोटिंग हुई।

आरक्षण नियम और आधार वर्ष

पिछले चुनावों में सीटों के आरक्षण हेतु 2015 को आधार वर्ष माना गया था। इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ ने मार्च 2021 में स्पष्ट किया था कि आरक्षण तय करने के लिए 2015 ही बेस ईयर बना रहेगा। संभावना है कि 2026 के चुनावों में भी इसी वर्ष को आधार बनाया जाएगा।

2026 से पहले प्रधानी चुनाव संभव?

कुछ जानकारों का मानना है कि ग्राम प्रधान के चुनाव 2025 में ही कराए जा सकते हैं। इसका कारण समय पर प्रशासनिक और राजनीतिक तैयारी सुनिश्चित करना हो सकता है। हालांकि वर्तमान में कोई आधिकारिक अधिसूचना जारी नहीं की गई है, इसलिए इसकी पुष्टि अभी नहीं की जा सकती।

उत्तर प्रदेश पंचायत चुनाव 2026 को लेकर तैयारियाँ धीरे-धीरे जोर पकड़ रही हैं। योगी सरकार नियमों में बदलाव के संकेत दे चुकी है, और सभी राजनीतिक दल ग्रामीण क्षेत्रों में अपनी पकड़ मजबूत करने में जुटे हैं। आने वाले दिनों में इस दिशा में बड़ी घोषणाएं संभव हैं।

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