पोस्को एक्ट के तहत केस को गायत्री प्रजापति (gayatri prajapati) ने चुनौती दी है. गायत्री प्रजापति पर गैंगरेप का आरोप है. चित्रकूट की एक महिला ने गायत्री प्रजापति और उनके साथियों द्वारा गैंगरेप करने का आरोप लगाया था. जिसके बाद मुकदमा दर्ज कराया था.
नाबालिग के साथ यौन शोषण का भी आरोप:
- लखनऊ के गौतमपल्ली थाने में गायत्री प्रजापति के खिलाफ मामला दर्ज हुआ था.
- महिला ने यह भी आरोप लगाया था कि उनकी नाबालिग बेटी का यौन शोषण हुआ है.
- इस संदर्भ में भी गायत्री प्रजापति के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था.
- यह मामला पोक्सो एक्ट के तहत दर्ज किया गया था.
गायत्री प्रजापति ने पॉक्सो पर जताई है आपत्ति:
- गायत्री प्रजापति ने पॉक्सो लगाया जाने पर आपत्ति जताते हुए याचिका दी है.
- अवकाशकालीन पीठ ने चुनौती देने वाली याचिका पर जवाब देने के लिए 2 हफ्ते का समय दिया है.
- मामले की सुनवाई 2 हफ्ते बाद होगी.
- याचिका के सन्दर्भ में कहा गया है कि अगर उनके खिलाफ इस एक्ट के तहत मामला नहीं बनता है तो इस श्रेणी में अपराध दर्ज नहीं किया जाना चाहिए.
- पीड़ित महिला के कलमबंद बयान को आधार बनाकर तर्क दिया गया है कि प्रजापति के खिलाफ पॉक्सो का अपराध नहीं बनता है.
- वहीँ राज्य सरकार की तरफ से वकील पी के साही का कहना था किपॉक्सो को लेकर और भी सबूत हैं.
- ये सबूत पेश करने के लिए उन्हें थोड़ा वक्त की जरूरत है और 2 सप्ताह का समय उन्होंने मांगा था