गोरखपुर के बीआरडी अस्पताल की घटना को अभी लोग अभी सही से भूल भी नहीं पाए हैं लेकिन केजीएमयू का बाल विभाग ने मासूम बच्चे के साथ ऑक्सीजन कांड की एक और घटना दोहरा दी। राजधानी का लाइफ लाइन कहा जाने वाला किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज के पीडियाट्रिक विभाग में डॉक्टरों की लापरवाही से नवजात बच्चे की जान खतरे में आ गई।
रात में स्टाफ पूरा सो रहा था पूरा स्टाफ
- श्रावस्ती के रहने वाले रिजवान जिसकी उम्र 3 साल है।
- वह बच्चा गंभीर रूप से बीमार केजीएमयू के बाल विभाग में भर्ती तो हुआ लेकिन उसकी किस्मत इतनी खराब थी कि वहां का स्टाफ और वहां के सिक्योरिटी गार्ड व डॉक्टर व कर्मचारी उसके परिवार के साथ-साथ बच्चे के साथ भी लापरवाही कर बैठे।
- बच्चे की हालत गंभीर थी डॉक्टरों ने ऑक्सीजन तो लगा दिया लेकिन रात में स्टाफ पूरा सो रहा था।
- वहीं बच्चे का ऑक्सीजन पाइप निकल गया जिसकी वजह से बच्चे की जान खतरे में आ गई।
- सुबह होते ही जब डॉक्टर और स्टाफ ने बच्चे की हालत को बिगड़ता हुआ देखा और ऑक्सीजन पाइप हटा देखा तो मानो डॉक्टरों के होश उड़ गए।
- सुबह से लेकर शाम तक उस बच्चे की मां और बाप को इधर से उधर जांच के लिए इधर से उधर दौड़ाते रहे।
- जबकि बच्चा पूरी तरह से कोमा में चला गया था।
- सुबह से लेकर शाम बीत गई परिजनों को उसके बच्चे से मिलने नहीं दिया।
सीनियर प्रोफेसर डॉक्टर बोला हमारे यहां रोज मरते हैं बच्चे
- रोते बिलखते परिजन मदद की गुहार लगाते रहे।
- लेकिन ना तो डॉक्टर ने सुना ना स्टाफ ने सुना ना सिक्योरिटी गार्ड ने सुना।
- इन लोगों ने दरवाजे में ताला लगा दिया।
- मीडिया के हस्तक्षेप के बाद जब बाल विभाग के अंदर तैनात डॉक्टरों से बात की तो उन्होंने बताया कि बच्चा पूरी तरह से ड़ीस्टिट्यूट हो गया है।
- वही परिजनों का आरोप है कि जिला श्रावस्ती से जब अपने बच्चे को लाए थे तो दिमागी बुखार था और पेट में सूजन थी।
- लेकिन बाल विभाग लाते ही बच्चे की हालत ऑक्सीजन पाइप निकलने से बिगड़ गई।
- बिना ऑक्सीजन के पूरी रात बच्चा अकेला तड़पता रहा।
- लेकिन बाल विभाग में तैनात रात के डॉक्टर और स्टाफ चैन की नींद सोते रहे।
- इस विषय पर जब बाल विभाग की सीनियर प्रोफेसर डॉक्टर माला कुमार से बात की तो उन्होंने साफ तौर से पल्ला झाड़ लिया और कहा कि हमारे यहां इस तरह के बच्चे मरते हैं।
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Sudhir Kumar
I am currently working as State Crime Reporter @uttarpradesh.org. I am an avid reader and always wants to learn new things and techniques. I associated with the print, electronic media and digital media for many years.