यूपी विधानसभा चुनाव 2027: आगरा कैंट विधानसभा चुनाव 2027 का पूरा विश्लेषण
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यूपी विधानसभा चुनाव 2027 - आगरा कैंट विधानसभा चुनाव 2027 का पूरा विश्लेषण - UP Assembly Election 2027
आगरा कैंटविधानसभा चुनाव 2027 : उत्तर प्रदेश की 403 विधानसभा सीटों पर फरवरी-मार्च 2027 में होने वाले चुनाव राज्य और केंद्रीय राजनीति के लिए निर्णायक होंगे। ये चुनाव मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार की लगातार तीसरी जीत के लक्ष्य और विपक्षी गठबंधन की रणनीतियों के बीच संघर्ष का मैदान बनेंगे।
आगरा कैंट विधानसभा चुनाव (SC) क्षेत्र संख्या 87 का तुलनात्मक विश्लेषण (2007–2022)
आगरा कैंट विधानसभा चुनाव तुलनात्मक विश्लेषण (2007–2022)
खंड
2007
2012
2017
2022
I. प्रत्याशी विवरण
नामांकन दाखिल
11
13
14
11 (9 पुरुष, 1 महिला, 1 तृतीय लिंग)
नामांकन निरस्त
0
1
2
1
नाम वापस
1
2
1
0
मुकाबले में रहे
10
10
11
10 (8 पुरुष, 1 महिला, 1 तृतीय लिंग)
जमानत जब्त
6
8
7
7 (5 पुरुष, 1 महिला, 1 तृतीय लिंग)
खंड
2007
2012
2017
2022
1. कुल मतदाता
3,91,235
4,21,786
4,51,927
4,67,201
2. कुल मतदान
2,12,384
2,69,542
2,87,106
2,51,976
मतदान प्रतिशत
54.29%
63.89%
63.51%
53.93%
3. वैध मत
2,08,750
2,65,420
2,82,540
2,50,396
4. मतदान केंद्र
412 (950/प्रति केंद्र)
437 (965/प्रति केंद्र)
467 (968/प्रति केंद्र)
493 (948/प्रति केंद्र)
5. मतदान तिथि
11 फरवरी 2007
11 फरवरी 2012
11 फरवरी 2017
10 फरवरी 2022
6. परिणाम तिथि
10 मार्च 2007
6 मार्च 2012
11 मार्च 2017
10 मार्च 2022
खंड
2007
2012
2017
2022
7. विजेता
डॉ. जी. एस. धर्मेश (BSP)
डॉ. जी. एस. धर्मेश (BSP)
डॉ. जी. एस. धर्मेश (BJP)
डॉ. जी. एस. धर्मेश (BJP)
8. उपविजेता
लक्ष्मीकांत (BJP)
राजेन्द्र वर्मा (INC)
मनोज दीक्षित (SP)
कुंवर चंद (SP)
9. जीत का अंतर
6,231 (2.98%)
8,749 (3.29%)
39,821 (14.09%)
48,697 (19.44%)
राज्यव्यापी राजनीतिक परिदृश्य
भाजपा का लक्ष्य: योगी आदित्यनाथ ने “80:20” सिद्धांत की घोषणा की है, जिसमें भाजपा गठबंधन को 80% सीटें (लगभग 322 सीटें) जीतने का लक्ष्य है । इसके लिए पार्टी ने सभी 403 विधायकों का प्रदर्शन मूल्यांकन शुरू कर दिया है, जिसमें उन्हें A, B और C श्रेणियों में वर्गीकृत किया जा रहा है ।
विपक्षी गठबंधन (INDIA ब्लॉक):
राहुल गांधी ने घोषणा की है कि कांग्रेस 2027 के चुनाव SP के साथ मिलकर लड़ेगी ।
कांग्रेस पार्टी 150 सीटों पर चुनाव लड़ने की मांग कर रही है (“एक जिला-एक सीट” के फॉर्मूले के तहत), हालांकि SP के साथ सीट-बंटवारे पर अभी मतभेद हैं ।
आकिलेश यादव ने PDA (पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक) रणनीति को चुनावी मुख्य आधार बनाया है ।
आगरा केंट (SC) सीट का विश्लेषण
रणनीतिक महत्व: यह SC-आरक्षित सीट आगरा जिले में स्थित है और 2022 में भाजपा के डॉ. जी. एस. धर्मेश ने यह सीट जीती थी ।
जातीय समीकरण: आगरा में दलित (22%), ओबीसी (35%) और मुस्लिम (15%) मतदाता निर्णायक भूमिका निभाते हैं। SP की PDA रणनीति और भाजपा का दलित-ओबीसी समर्थन हासिल करने का प्रयास यहाँ मुख्य मुद्दा होगा ।
स्थानीय मुद्दे:
पर्यटन आधारित अर्थव्यवस्था और रोजगार का संकट।
बुनियादी ढांचे और स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव।
2024 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस-एसपी गठबंधन ने आगरा सीट पर 40.74% वोट हासिल किए, जो भाजपा के लिए चिंताजनक संकेत है ।
निर्णायक कारक
गठबंधन की टिकट बंटवारा: कांग्रेस और SP के बीच सीटों का समझौता गठबंधन की सफलता के लिए महत्वपूर्ण होगा। 2017 में दोनों दलों के गठबंधन को केवल 54 सीटें मिली थीं, जबकि 2024 लोकसभा में संयुक्त प्रदर्शन ने 43 सीटें दिलाईं ।
भाजपा की चुनौतियाँ:
ओबीसी (खासकर कुर्मी) और दलित मतदाताओं का समर्थन बनाए रखना ।
योगी आदित्यनाथ की नेतृत्व क्षमता पर केंद्रीय नेतृत्व का दबाव ।
2024 लोकसभा में उत्तर प्रदेश की 33 सीटों पर हार का प्रभाव ।
आगरा कैंटोनमेंट विधानसभा क्षेत्र के अब तक के विधायक