जानिए कौन हैं विजय सिंह गोंड ?
विजय सिंह गोंड उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक वरिष्ठ आदिवासी नेता के रूप में जाने जाते हैं। उनका जन्म 20 अक्टूबर 1955 को कटौली गांव में हुआ था। वे अनुसूचित जनजाति (प्रकृति धर्म गोंड) समुदाय से आते हैं। उनके पिता का नाम स्वर्गीय इन्द्रमणि सिंह था। उन्होंने विज्ञान वर्ग से स्नातक की शिक्षा प्राप्त की और जीवन में कृषि को अपना व्यवसाय बनाया।
25 जून 1979 को उनका विवाह कृष्णा सिंह से हुआ। दंपति के तीन पुत्र हैं। पारिवारिक जीवन के साथ-साथ उन्होंने जनसेवा को भी प्राथमिकता दी, जिससे उनका राजनीतिक जीवन प्रारंभ हुआ।
विजय सिंह गोंड का जीवन परिचय
विजय सिंह गोंड का जीवन परिचय बहुआयामी राजनीतिक अनुभव और आदिवासी समाज की मजबूती के लिए किए गए कार्यों का प्रतिबिंब है। प्रारंभिक जीवन से ही उन्होंने समाज के वंचित वर्गों के बीच काम किया। विज्ञान वर्ग से स्नातक शिक्षा प्राप्त करने के बाद वे सक्रिय रूप से समाजसेवा में जुट गए।
उन्होंने अपने सामाजिक कार्यों के माध्यम से एक मजबूत जनाधार तैयार किया। यही जनाधार उन्हें विधानसभा की राजनीति में लाया।
विजय सिंह गोंड का राजनीतिक सफर
विजय सिंह गोंड का राजनीतिक सफर 1980 में कांग्रेस से विधायक बनने के साथ आरंभ हुआ। इसके बाद उन्होंने 1985 में फिर से कांग्रेस के टिकट पर जीत दर्ज की। 1989 में उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में विजय प्राप्त की। आगे चलकर 1991 और 1993 में जनता दल के प्रत्याशी के रूप में निर्वाचित हुए।
1996 और 2002 में समाजवादी पार्टी से चुनाव जीतकर वे लगातार सात बार विधायक बने। उनके राजनीतिक जीवन का यह भाग महत्वपूर्ण रहा जब वे 2003 में उत्तर प्रदेश सरकार में राज्य मंत्री बने। इसके साथ ही उन्हें प्रोजेक्ट्स कार्पोरेशन का चेयरमैन भी बनाया गया।
2024 के उपचुनाव में उन्होंने फिर से मैदान में उतरकर अट्ठारहवीं विधानसभा में आठवीं बार सदस्यता प्राप्त की।
वर्ष | पार्टी | पद/उपलब्धि |
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1980 | कांग्रेस | पहली बार विधायक बने |
1985 | कांग्रेस | दोबारा विधायक चुने गए |
1989 | निर्दल | निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में जीते |
1991 | जनता दल | विधायक चुने गए |
1993 | जनता दल | लगातार दूसरी बार जीते |
1996 | समाजवादी पार्टी (सपा) | सपा के टिकट पर विधायक बने |
2002 | समाजवादी पार्टी (सपा) | लगातार दूसरी बार सपा से जीते |
मुलायम सिंह यादव की सरकार | – | राज्यमंत्री का पद संभाला |
2024 | समाजवादी पार्टी (सपा) | सपा से एक बार फिर जीत हासिल की |
- विजय गोंड ने 6 अलग-अलग पार्टियों/निर्दल के साथ चुनाव लड़ा और जीता।
- मुलायम सिंह यादव की सरकार में राज्यमंत्री रहे।
- 2024 में एक बार फिर सपा से जीतकर अपनी राजनीतिक सक्रियता दर्शाई।
विधानसभा चुनावों में भूमिका
विजय सिंह गोंड ने 1980 से 2002 तक लगातार सात विधानसभा चुनावों में जीत दर्ज की। वे विभिन्न राजनीतिक दलों से जीतते रहे, जिसमें कांग्रेस, जनता दल, सपा और निर्दलीय रूप से चुनाव शामिल हैं। उन्होंने 2007 और 2012 में आरक्षण कारणों से भले ही चुनाव न लड़ा हो, लेकिन अपने समर्थित प्रत्याशी को विजय दिलाई।
2017 में उन्हें अपना दल (एस) के हरिराम चेरो ने पराजित किया और 2022 में भाजपा के रामदुलार गोंड से भी हार का सामना करना पड़ा। परंतु, 2024 में हुए दुद्धी विधानसभा सीट उपचुनाव में उन्होंने बड़ी जीत हासिल की और आदिवासी मतदाताओं को एकजुट करते हुए अपनी ताकत फिर साबित की।
भविष्य की दिशा और समाज के साथ संबंध
विजय सिंह गोंड के लिए यह उपचुनाव विशेष था क्योंकि इसे उन्होंने अपना अंतिम चुनाव घोषित किया था। उन्होंने गोंड, खरवार और अन्य आदिवासी समुदायों को संगठित कर भाजपा के प्रत्याशी को हराया। आरएसएस के समर्थन से लड़ रहे विपक्षी प्रत्याशी के बावजूद, उन्होंने 3018 वोटों से जीत हासिल की।
उनका समाज के साथ गहरा संबंध रहा है। उन्होंने सदैव ग्रामीण और वंचित तबकों की आवाज को विधानसभा में उठाया। यह तथ्य विजय सिंह गोंड के जीवन परिचय और राजनीतिक सफर को विशिष्ट बनाता है।
उन्हें सात बार विधायक रहकर और एक बार उपचुनाव में जीत हासिल कर कुल आठ बार विधानसभा सदस्य बनने का गौरव प्राप्त किया। उनका जीवन परिचय अनुभव, संगठन क्षमता और सामाजिक प्रतिबद्धता का मिश्रण है।उन्होंने विभिन्न दलों से जुड़कर, आदिवासी समाज के अधिकारों और विकास की बात को हमेशा प्राथमिकता दी है।
सोनभद्र की चारों विधानसभा सीटों के विजेता Sonbhadra Assembly Election Results 2022
विधानसभा सीट | विजेता प्रत्याशी | पार्टी |
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रॉबर्ट्सगंज | भूपेश चौबे | भारतीय जनता पार्टी |
ओबरा (एसटी) | संजीव कुमार | भारतीय जनता पार्टी |
दुद्धी (एसटी) | रामदुलार गोंड *(पूर्व) | भारतीय जनता पार्टी |
दुद्धी (उपचुनाव) 2024 | विजय सिंह गोंड | समाजवादी पार्टी |
घोरावल | अनिल कुमार मौर्य | भारतीय जनता पार्टी |