जानिए कौन हैं सीताराम वर्मा ?
सीताराम वर्मा का जन्म 17 फरवरी 1948 को उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले में हुआ था। उनके पिता का नाम स्व. शिवनाथ वर्मा था, जो एक प्रतिष्ठित सामाजिक व्यक्ति रहे। सीताराम वर्मा की जाति पिछड़ा वर्ग (पटेल) से है और उनका धर्म हिंदू है। शिक्षा के क्षेत्र में उन्होंने एम.ए. और एलएल.बी. की डिग्रियाँ प्राप्त कीं। उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार के सहकारिता विभाग में एक अधिकारी के रूप में सेवाएं दीं और सेवानिवृत्त होने के बाद सामाजिक व राजनीतिक जीवन में सक्रिय हो गए।
योगी सरकार में किसानों को मिली सिंचाई की भरपूर सुविधा! हर खेत तक पानी पहुंचाने के लिए बड़े
— Sitaram Verma (@SitaramVermaBJP) March 24, 2025
प्रोजेक्ट लाए गए हैं और किसानों को निर्बाध बिजली मिल रही है।#8yearsupyogigov
सीताराम वर्मा का जीवन परिचय : शिक्षा से सेवा तक
सीताराम वर्मा ने शिक्षा पूरी करने के बाद उन्होंने पहले वकालत शुरू की और फिर सरकारी सेवा में आ गए। उनकी पत्नी पुष्पा वर्मा भी सामाजिक कार्यों में सक्रिय रही हैं। उनके एक पुत्र और तीन पुत्रियाँ हैं। सेवा निवृत्त होने के बाद उन्होंने शिवम् सेवा संस्थान और स्वदेश भारती जैसे संगठनों के माध्यम से समाज सेवा का बीड़ा उठाया।
वह जयराम वर्मा बालिका इंटर कॉलेज, अम्बेडकरनगर के भी अध्यक्ष हैं, जहां वे शिक्षा के क्षेत्र में बालिकाओं को सशक्त बनाने के लिए निरंतर कार्य कर रहे हैं। साथ ही वे जिला पंचायत सुल्तानपुर के अध्यक्ष पद पर भी कार्य कर चुके हैं।
सीताराम वर्मा का राजनीतिक सफर
राजनीतिक सफर की शुरुआत और भाजपा में प्रवेश
सीताराम वर्मा का राजनीतिक सफर में प्रारंभ हुआ। वर्ष 2017 में उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से सुल्तानपुर सदर सीट से चुनाव लड़ा और बसपा के प्रत्याशी राज प्रसाद उपाध्याय को 18,773 वोटों से हराकर पहली बार सत्रहवीं विधान सभा के सदस्य बने। उनके प्रदर्शन को देखते हुए भाजपा ने उन्हें 2022 में पुनः लंभुआ विधानसभा सीट से मैदान में उतारा, जहाँ उन्होंने सपा, बसपा और कांग्रेस जैसे प्रमुख दलों के उम्मीदवारों को पराजित कर अठारहवीं विधान सभा में भी अपनी जगह सुनिश्चित की।
स्वामी प्रसाद मौर्य से नज़दीकी और राजनीतिक संतुलन
सीताराम वर्मा को पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य का करीबी माना जाता है। जब मौर्य ने भाजपा छोड़ समाजवादी पार्टी का दामन थामा, तब राजनीतिक गलियारों में अटकलें लगाई जाने लगीं कि वह भी समाजवादी पार्टी में शामिल हो सकते हैं। लेकिन उन्होंने इन अफवाहों को सिरे से नकारते हुए भाजपा के प्रति अपनी निष्ठा दर्शाई और पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता बने रहे।
विकास के प्रति प्रतिबद्धता : जनसेवा का मजबूत आधार
सीताराम वर्मा न केवल एक राजनीतिक नेता हैं, बल्कि वे शिक्षा, समाजसेवा और ग्राम विकास के लिए निरंतर कार्यरत हैं। उनकी अध्यक्षता में चल रहे सामाजिक संगठनों और विद्यालयों के माध्यम से उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य और स्वावलंबन को ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुँचाया।
सुल्तानपुर विधानसभा चुनाव 2022: Sultanpur Assembly Election Results 2022
विधानसभा सीट | विजेता उम्मीदवार | पार्टी |
---|---|---|
इसौली | मोहम्मद ताहिर खान | सपा |
कादीपुर | राजेश कुमार गौतम | भाजपा |
लंभुआ | सीताराम वर्मा | भाजपा |
सुल्तानपुर सदर | राज प्रसाद उपाध्याय | भाजपा |
सुल्तानपुर | विनोद सिंह | भाजपा |