श्याम प्रकाश का जीवन परिचय एक साधारण पृष्ठभूमि से शुरू होकर उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक मजबूत और प्रभावशाली स्थान तक पहुंचने की प्रेरणादायक कहानी है। उनका जन्म 17 जनवरी 1961 को उत्तर प्रदेश के हरदोई जनपद में एक हिंदू (पासी) दलित परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम स्वर्गीय झम्मन लाल था, जो एक मेहनतकश और ईमानदार किसान थे।

श्याम प्रकाश ने गांधी फैज-ए-आम कॉलेज, शाहजहांपुर (रुहेलखंड विश्वविद्यालय) से 1983 में स्नातक की शिक्षा पूरी की। उनके पास कृषि और उद्योग (फैक्ट्री) में कार्य का अनुभव है, जिससे उनका आमजन से जुड़ाव और अधिक गहरा हुआ।

उन्होंने शशि वर्मा से विवाह किया और उनके तीन बच्चे हैं—दो बेटे और एक बेटी। पारिवारिक और सामाजिक जीवन में उनकी छवि एक संवेदनशील और सजग व्यक्ति की है।

श्याम प्रकाश का राजनीतिक सफर: विधानसभा से लोकसभा तक संघर्षपूर्ण यात्रा

श्याम प्रकाश का राजनीतिक सफर गांव की गलियों से शुरू होकर विधानसभा की दहलीज़ तक पहुंचा है। उन्होंने अपने क्षेत्र में सामाजिक मुद्दों पर काम करते हुए राजनीति में कदम रखा और जनसमस्याओं के समाधान को प्राथमिकता दी।

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वर्ष 1996 में श्याम प्रकाश ने पहली बार तत्कालीन अहिरोरी विधानसभा सीट से बसपा के टिकट पर चुनाव जीतकर विधायक बने। इसके बाद उन्होंने 2002 में भी इसी सीट से दोबारा जीत दर्ज की और अपने जनप्रतिनिधित्व को मजबूती दी।

श्याम प्रकाश का जीवन परिचय यह भी दर्शाता है कि वह सिर्फ विधानसभा तक सीमित नहीं रहे, बल्कि उन्होंने 1996 के लोकसभा चुनाव में हरदोई संसदीय सीट से बसपा के टिकट पर भी चुनाव लड़ा। हालांकि, उस समय उन्हें सफलता नहीं मिली। लेकिन यह उनके संघर्ष की शुरुआत मात्र थी।

2009 में उन्होंने समाजवादी पार्टी (सपा) के टिकट पर मिश्रिख लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा, मगर यहां भी उन्हें हार का सामना करना पड़ा। बावजूद इसके, उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और 2022 के विधानसभा चुनाव में गोपामऊ सीट से लगातार तीसरी बार विधायक बनकर एक बार फिर साबित किया कि जनता का भरोसा आज भी उनके साथ है।

श्याम प्रकाश का गोपामऊ विधानसभा में मजबूत पकड़

गोपामऊ विधानसभा सीट पर श्याम प्रकाश का राजनीतिक सफ बेहद प्रभावशाली रहा है। लगातार तीन बार विधायक चुने जाने का कीर्तिमान यह दर्शाता है कि उन्होंने अपने क्षेत्र में विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी सुविधाओं के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किए हैं।

वर्ष 2017 और फिर 2022 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के टिकट पर उन्होंने चुनाव लड़ा और जीत दर्ज कर एक स्थायी जनप्रतिनिधि के रूप में अपनी पहचान बनाई। उनके कार्यकाल में सड़क, बिजली, पानी, ग्रामीण योजनाओं पर विशेष ध्यान दिया गया, जिससे क्षेत्र की जनता का भरोसा उनके प्रति और मजबूत हुआ।

सादगी, संघर्ष और समर्पण के प्रतीक

श्याम प्रकाश का जीवन परिचय और राजनीतिक सफर यह दर्शाता है कि सादगी, संघर्ष और जनसेवा ही किसी भी जनप्रतिनिधि की असली पहचान होती है। एक दलित परिवार से निकलकर, उन्होंने खुद को राजनीति में साबित किया और जनता की अपेक्षाओं पर खरे उतरते हुए विधानसभा में प्रभावी भूमिका निभाई

उत्तर प्रदेश 2022 विधानसभा में 403 सीटों पर विभिन्न जातियों और धर्मों के विधायकों का प्रतिनिधित्व

हरदोई जिले के विजेता (विधानसभा चुनाव 2022) Hardoi Assembly Election Results 2022

विधानसभा सीटविजेता प्रत्याशीपार्टी (दल)
हरदोई सदरनितिन अग्रवालभारतीय जनता पार्टी (BJP)
सवायजपुरमाधवेंद्र प्रताप सिंहभारतीय जनता पार्टी (BJP)
शाहाबादरजनी तिवारीभारतीय जनता पार्टी (BJP)
गोपामऊ (सुरक्षित)श्याम प्रकाशभारतीय जनता पार्टी (BJP)
सांडी (सुरक्षित)प्रभाष कुमार वर्माभारतीय जनता पार्टी (BJP)
बिलग्राम मल्लावांआशीष कुमार सिंह ‘आशू’भारतीय जनता पार्टी (BJP)
बालामऊ (सुरक्षित)रामपाल वर्माभारतीय जनता पार्टी (BJP)
संडीलाअलका सिंहभारतीय जनता पार्टी (BJP)
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