श्रीकांत शर्मा का जन्म 1 जुलाई 1970 को उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के गांठोली गांव में हुआ। इनके पिता स्वर्गीय राधारमण शर्मा एक अध्यापक और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सक्रिय स्वयंसेवक थे। माता का नाम शारदा देवी था। श्रीकांत शर्मा का पारिवारिक जीवन भी काफी सधा-संवरा रहा है। उनकी पत्नी श्रीमती शालिनी शर्मा हैं और उनके दो पुत्र हैं—शुभम और सार्थक।
उत्तर प्रदेश 2022 विधानसभा में 403 सीटों पर विभिन्न जातियों और धर्मों के विधायकों का प्रतिनिधित्व
शिक्षा और विद्यार्थी जीवन
श्रीकांत शर्मा की प्रारंभिक शिक्षा डीएवी स्कूल गोवर्धन, महात्मा गांधी स्मारक कॉलेज सौंख और किशोरी रमन इंटर कॉलेज, मथुरा से हुई। इसके पश्चात उन्होंने उच्च शिक्षा के लिए दिल्ली का रुख किया। दिल्ली विश्वविद्यालय के पीजीडीएवी कॉलेज से उन्होंने राजनीति विज्ञान में स्नातक की डिग्री प्राप्त की। छात्र जीवन में ही वे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से जुड़ गए और 1989-90 में ‘चलो कश्मीर’ आंदोलन के दौरान गिरफ्तार हुए। वर्ष 1991-92 में वे पीजीडीएवी कॉलेज के छात्रसंघ अध्यक्ष भी चुने गए।
श्रीकांत शर्मा का राजनीतिक सफर
छात्र राजनीति से राजनीति की मुख्यधारा तक
श्रीकांत शर्मा का राजनीतिक सफर छात्र राजनीति से शुरू हुआ। छात्रसंघ के अध्यक्ष बनने के बाद वे भारतीय जनता युवा मोर्चा से जुड़े और दिल्ली में संगठनात्मक जिम्मेदारियाँ संभालने लगे। 1993 में दिल्ली विधानसभा चुनाव में उन्होंने संगठन स्तर पर सक्रिय भूमिका निभाई, जिसके चलते उन्हें पार्टी के विभिन्न स्तरों पर जिम्मेदारियां मिलती रहीं।
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भाजपा में संगठनात्मक भूमिकाएँ
2008 से 2014 तक श्रीकांत शर्मा भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी रहे। इसके बाद जुलाई 2014 में उन्हें भाजपा के राष्ट्रीय सचिव और मीडिया सेल का प्रभारी नियुक्त किया गया। इस कार्यकाल में उन्होंने पार्टी की मीडिया रणनीति को मजबूती प्रदान की और राष्ट्रीय नेतृत्व का विश्वास जीता। वे हिमाचल प्रदेश के संगठन प्रभारी भी रहे।
उत्तर प्रदेश में श्रीकांत शर्मा की भूमिका
2017 से 2022: पहली बार विधायक और ऊर्जा मंत्री
श्रीकांत शर्मा का राजनीतिक सफर तब एक नई ऊँचाई पर पहुँचा जब उन्हें 2017 के विधानसभा चुनाव में मथुरा सीट से प्रत्याशी बनाया गया। उन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रदीप माथुर को भारी मतों से हराया। इसके बाद योगी आदित्यनाथ के मंत्रिमंडल में उन्हें ऊर्जा विभाग का कैबिनेट मंत्री नियुक्त किया गया। इस दौरान उन्होंने राज्य में विद्युत व्यवस्था को सुधारने के लिए कई योजनाएं लागू कीं।
2022 में पुनः विजय
2022 के विधानसभा चुनाव में एक बार फिर से श्रीकांत शर्मा मथुरा विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी बने और उन्होंने कांग्रेस के प्रदीप माथुर को 1,01,161 वोटों से हराकर अपनी जीत दोहराई। यह जीत उनके जनाधार और संगठनात्मक मजबूती का प्रमाण थी।
राजनीतिक योगदान और उपलब्धियाँ
- श्रीकांत शर्मा 2017 में पहली बार उत्तर प्रदेश विधानसभा के सदस्य निर्वाचित हुए।
- मार्च 2017 में ऊर्जा मंत्री के रूप में कैबिनेट में शामिल हुए।
- मार्च 2022 में अठारहवीं विधानसभा में दूसरी बार सदस्य निर्वाचित हुए।
श्रीकांत शर्मा का जीवन परिचय और उनका राजनीतिक सफर यह स्पष्ट करता है कि वे जमीनी स्तर से राजनीति में आए नेता हैं, जिन्होंने संगठन से लेकर सरकार तक महत्त्वपूर्ण जिम्मेदारियाँ निभाई हैं। छात्रसंघ अध्यक्ष से लेकर ऊर्जा मंत्री बनने तक की यात्रा उनकी संगठन क्षमता और जनसमर्थन का परिचायक है।
मथुरा जिले की विधानसभा सीटों पर 2022 चुनाव परिणाम
विधानसभा सीट | विजेता उम्मीदवार | पार्टी | वोट प्रतिशत | प्रमुख प्रतिद्वंद्वी |
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मथुरा | श्रीकांत शर्मा | भाजपा | 57.33% | प्रदीप माथुर (कांग्रेस) |
बलदेव | पूरन प्रकाश | भाजपा | 62.66% | अशोक कुमार सुमन (बसपा) |
मांट | राजेश चौधरी | भाजपा | 65.10% | श्याम सुंदर शर्मा (बसपा) |
गोवर्धन | मेघश्याम सिंह | भाजपा | 66.75% | राजकुमार रावत (बसपा) |
छाता | लक्ष्मी नारायण चौधरी | भाजपा | 64.55% | तेजपाल सिंह (आरएलडी) |