जानिए कौन हैं शफीक अहमद अंसारी ?

शफीक अहमद अंसारी उत्तर प्रदेश की स्वार विधानसभा सीट से 2023 के उपचुनाव में चुने गए एक क्षेत्रीय नेता हैं, जिनका राजनीतिक सफर ज़मीन से जुड़ा रहा है। उनका जन्म 01 जुलाई, 1973 को हुआ। वे एक पिछड़ी जाति से आते हैं और धर्म से मुस्लिम हैं। शफीक अहमद अंसारी के पिता का नाम हाजी जुम्‍मा अंसारी है। उन्होंने पारंपरिक शिक्षा प्राप्त नहीं की है लेकिन वे साक्षर हैं और समाज में सक्रिय भूमिका निभाते रहे हैं।

उनका विवाह 17 फरवरी, 1998 को श्रीमती रेशमा परवीन से हुआ। उनके दो पुत्र और दो पुत्रियां हैं। वे कृषि और खुदरा व्यापार में संलग्न रहे हैं।

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शफीक अहमद अंसारी का जीवन परिचय : पारिवारिक पृष्ठभूमि और सामाजिक सक्रियता

शफीक अहमद अंसारी का जीवन परिच स्वार क्षेत्र की राजनीति से गहराई से जुड़ा है। राजनीति में उनकी शुरुआत 1989 में जनता दल के स्थानीय अध्यक्ष के रूप में हुई। वर्ष 2000 में वह पहली बार सभासद निर्वाचित हुए और 2006 में फिर से इस पद पर निर्वाचित होकर अपनी पकड़ को मजबूत किया।

उनकी पत्नी रेशमा परवीन अंसारी भी राजनीति में सक्रिय हैं और स्वार नगर पालिका की निर्वतमान अध्यक्ष रही हैं। दोनों पति-पत्नी ने मिलकर क्षेत्र में स्थानीय राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

शफीक अहमद अंसारी का राजनीतिक सफर : सभासद से विधायक तक

शफीक अहमद अंसारी का राजनीतिक सफर स्थानीय निकाय चुनावों से शुरू हुआ, जहां वे 2012 में नगर पालिका अध्यक्ष पद पर निर्दलीय रूप से निर्वाचित हुए। इसके बाद उन्होंने अपना दल (एस) से नाता जोड़ा और पार्टी के टिकट पर 2023 में स्वार विधानसभा उपचुनाव में जीत हासिल की।

यह जीत इसलिए विशेष मानी जाती है क्योंकि यह सीट कभी आजम खान और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम के प्रभाव क्षेत्र में थी। शफीक ने उसी सीट पर आजम के प्रभाव को चुनौती दी और विधायक निर्वाचित हुए।

राजनीतिक संबंध और बदलाव की दिशा

शफीक अहमद अंसारी कभी आजम खान के करीबी माने जाते थे। जब आजम खान नगर विकास मंत्री थे, तब शफीक स्वार नगर पालिका के चेयरमैन थे। उस समय स्वार में हुए विकास कार्यों के चलते उनकी एक विकासशील नेता की छवि बनी।

लेकिन वक्त के साथ समीकरण बदले। आजम खान का राजनीतिक प्रभाव घटा और शफीक ने अपना राजनीतिक रास्ता अलग कर लिया। अंततः उसी सीट पर जीत हासिल की जिसे आजम खान अपने बेटे के लिए सुरक्षित मानते थे।

स्थानीय राजनीति में मजबूती

स्वार जैसे क्षेत्र में जहां जातिगत और सामाजिक समीकरण चुनावी नतीजों पर असर डालते हैं, उन्होंने एक स्थानीय नेता के रूप में स्वयं को स्थापित किया। उनके समर्थक उन्हें ज़मीनी नेता मानते हैं, जो नगर निकाय से लेकर विधानसभा तक जनता के बीच सक्रिय रहे हैं।

2023 के उपचुनाव में जीत के साथ उन्होंने अपने राजनीतिक सफर में एक नया अध्याय जोड़ा।

भविष्य की दिशा और संभावनाएं

अब जब वह उत्तर प्रदेश की अट्ठारहवीं विधानसभा के सदस्य बन चुके हैं, उनके सामने क्षेत्र के विकास और जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरने की जिम्मेदारी है।

शफीक अहमद अंसारी का जीवन परिचय और राजनीतिक सफर यह दर्शाते हैं कि एक स्थानीय नेता भी रणनीति और प्रतिबद्धता के बल पर राज्य की राजनीति में प्रभावशाली स्थान बना सकता है।

Rampur Assembly Election Results 2022

विधानसभा सीटविजेता उम्मीदवारपार्टी
रामपुरआज़म खानसमाजवादी पार्टी (SP)
रामपुरउपचुनाव 2022आकाश सक्सेना भारतीय जनता पार्टी (BJP)
स्वारअब्दुल्ला आज़म खानसमाजवादी पार्टी (SP)
स्वारउपचुनाव 2023शफीक अहमद अंसारीअपना दल (एस)
चमरौआनसीर अहमद खानसमाजवादी पार्टी (SP)
बिलासपुरबलदेव सिंह औलखभारतीय जनता पार्टी (BJP)
मिलकराजबाला सिंहभारतीय जनता पार्टी (BJP)
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