जानिए कौन हैं संजीव कुमार गोंड ?
संजीव कुमार गोंड उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले के चोपन ब्लॉक स्थित बिल्ली मारकुंडी ग्राम पंचायत के बाड़ी टोला गांव के निवासी हैं। इनका जन्म 6 जून 1975 को स्वर्गीय राम लखन गोंड के घर हुआ था। गोंड समुदाय से आने वाले संजीव कुमार गोंड ने प्रारंभिक शिक्षा के बाद ओबरा पीजी कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई पूरी की। उनका पारिवारिक पेशा कृषि है और वे स्वयं भी कृषि तथा खनन से संबंधित व्यवसाय में सक्रिय रहे हैं।
इनकी पत्नी श्रीमती लीला देवी गोंड स्थानीय राजनीति में सक्रिय रही हैं और वर्तमान में चोपन की ब्लॉक प्रमुख हैं। इनके परिवार में तीन पुत्र हैं—राहुल देव, अजय देव और अभिषेक देव, जो अभी शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। संजीव गोंड का जीवन गोंड समुदाय के सामाजिक और राजनीतिक सशक्तिकरण से जुड़ा रहा है।
आज अपने विधानसभा कार्यालय पर जनता दर्शन कार्यक्रम में…..@myogiadityanath@CMOfficeUP#jantadarshan pic.twitter.com/LsrLenDID3
— संजीव सिंह गोंड़ (@Sanjeevgondbjp) May 13, 2025
संजीव कुमार गोंड का जीवन परिचय
जीवन परिचय के संदर्भ में देखा जाए तो संजीव कुमार गोंड का राजनीतिक झुकाव उनके चचेरे दादा रघुनाथ प्रसाद से विकसित हुआ, जो 35 वर्षों तक ग्राम प्रधान रहे। इसी सान्निध्य में उन्होंने राजनीति की बारीकियां सीखी। शुरूआत में वे समाज सेवा में विशेष रुचि रखते थे। वर्ष 2008 से उन्होंने सक्रिय राजनीति में प्रवेश लिया और 2010 में अपनी पत्नी को ग्राम प्रधान का चुनाव लड़वाया।
इसके बाद उन्होंने 2016 में जुगैल क्षेत्र से जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ा। इसके पूर्व वे समाजवादी पार्टी के जिला सचिव भी रह चुके हैं। हालांकि, 2017 में संजीव गोंड ने सपा से नाता तोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया।
संजीव कुमार गोंड का राजनीतिक सफर
राजनीतिक सफर की शुरुआत और सफलता
राजनीतिक सफर की बात की जाए तो 2017 में उन्होंने पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ा और समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी रवि गोंड को हराकर पहली बार विधायक बने। उन्हें 49.24 प्रतिशत मत प्राप्त हुए। यह जीत उनकी राजनीतिक साख को स्थापित करने वाली रही।
इस जीत के बाद उन्हें योगी आदित्यनाथ सरकार में समाज कल्याण विभाग का राज्य मंत्री बनाया गया। वर्ष 2022 में वह ओबरा विधानसभा सीट से दोबारा विधानसभा सदस्य निर्वाचित हुए और अनुसूचित जाति एवं जनजाति मंत्रालय में राज्य मंत्री के रूप में कार्यभार मिला।
राजनीतिक सफर में आरएसएस और वनाधिकार की भूमिका
संजीव कुमार गोंड का राजनीतिक सफर सिर्फ चुनाव तक सीमित नहीं रहा। वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सेवा समर्पण संस्थान से भी जुड़े रहे हैं और वनाधिकार समिति के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। यह जिम्मेदारियां उन्हें सामाजिक सरोकारों से जोड़ती हैं और गोंड समाज के अधिकारों के लिए उनकी सक्रियता को दर्शाती हैं।
संजीव गोंड ने अपने छात्र जीवन में भी सामाजिक गतिविधियों में भाग लिया। पूर्व मंत्री विजय सिंह गोंड के सान्निध्य में रहकर उन्होंने सामाजिक चेतना का विस्तार किया। शिक्षा के साथ-साथ उन्होंने युवाओं को समाजसेवा और जनसरोकारों से जोड़ने का प्रयास किया।
सोनभद्र की चारों विधानसभा सीटों के विजेता Sonbhadra Assembly Election Results 2022
विधानसभा सीट | विजेता प्रत्याशी | पार्टी |
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रॉबर्ट्सगंज | भूपेश चौबे | भारतीय जनता पार्टी |
ओबरा (एसटी) | संजीव कुमार गोंड | भारतीय जनता पार्टी |
दुद्धी (एसटी) | रामदुलार गोंड *(पूर्व) | भारतीय जनता पार्टी |
दुद्धी (उपचुनाव) 2024 | विजय सिंह गोंड | समाजवादी पार्टी |
घोरावल | अनिल कुमार मौर्य | भारतीय जनता पार्टी |