कौन हैं संजय सिंह गंगवार ?
संजय सिंह गंगवार उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक प्रमुख नाम हैं। इनका जन्म 10 अप्रैल 1974 को पीलीभीत जिले में हुआ था। वे पिछड़ी जाति (कुर्मी) से आते हैं और हिंदू धर्म का पालन करते हैं। उनके पिता बाबूराम गंगवार एक चीनी मिल में कार्यरत थे और मजदूर संघ की राजनीति में सक्रिय थे। यही पारिवारिक पृष्ठभूमि उन के जीवन में राजनीति के बीज बोने का कारण बनी। उन्होंने लखीमपुर से स्नातक (बीएससी) की पढ़ाई की और छात्र जीवन में ही राजनीति की ओर कदम बढ़ाया।
उत्तर प्रदेश 2022 विधानसभा में 403 सीटों पर विभिन्न जातियों और धर्मों के विधायकों का प्रतिनिधित्व
संजय सिंह गंगवार का जीवन परिचय
संजय सिंह गंगवार का जीवन एक साधारण परिवार से शुरू होकर उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री बनने तक का सफर है। उनका विवाह 13 दिसंबर 2004 को रश्मि गंगवार से हुआ। उनके एक पुत्र भी हैं। पेशे से वे कृषि कार्यों से जुड़े हैं, और यही ग्रामीण पृष्ठभूमि उन्हें जनसरोकारों के और अधिक नजदीक ले जाती है।
राजनीति में आने से पहले वे सामाजिक रूप से सक्रिय रहे और ब्लॉक स्तर की राजनीति में भी भागीदारी की। 2006 में वह मरोरी ब्लॉक के ब्लॉक प्रमुख निर्वाचित हुए, जिससे उनका सक्रिय राजनीतिक जीवन आरंभ हुआ। इसके बाद उन्होंने बहुजन समाज पार्टी का दामन थामा और 2012 में सदर विधानसभा से चुनाव लड़ा, जिसमें वे थोड़े अंतर से हार गए।
संजय सिंह गंगवार का राजनीतिक सफर
राजनीति में शुरुआती भूमिका
संजय सिंह गंगवार का राजनीतिक सफर वर्ष 2005 से शुरू हुआ, जब उन्होंने छात्र राजनीति से अपनी पहचान बनानी शुरू की। 2006 में वे ब्लॉक प्रमुख बने और धीरे-धीरे अपनी राजनीतिक पकड़ मजबूत की। बहुजन समाज पार्टी में रहते हुए उन्होंने 2012 का विधानसभा चुनाव लड़ा, जहां वे समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता हाजी रियाज अहमद के मुकाबले में मजबूत उम्मीदवार बनकर उभरे।
भारतीय जनता पार्टी में प्रवेश और पहली जीत
पराजय के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। 2017 के चुनाव में संजय सिंह गंगवार ने पीलीभीत सदर विधानसभा सीट से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ा और तीन बार के विधायक व सपा सरकार में मंत्री रहे हाजी रियाज अहमद को भारी मतों से पराजित किया। यह उनकी पहली बड़ी चुनावी सफलता थी और यहीं से उन्होंने अपनी पहचान मजबूत की।
दूसरी बार विधायक और राज्य मंत्री का दर्जा
2022 के विधानसभा चुनाव में भी बीजेपी ने उन पर भरोसा जताया और दोबारा टिकट दिया। उन्होंने फिर से सपा प्रत्याशी को हराया और लगातार दूसरी बार विधायक बने। इस सफलता के बाद उन्हें योगी आदित्यनाथ सरकार में गन्ना विकास एवं चीनी मिल राज्य मंत्री का पद मिला। संजय सिंह गंगवार का राजनीतिक सफर इस प्रकार विधानसभा सदस्य से मंत्री पद तक पहुंचा।
राजनीति में विजय सिंह गंगवार की भूमिका
संजय सिंह गंगवार की दोबारा जीत में उनके छोटे भाई विजय की रणनीति भी अहम रही। विजय भाजपा संगठन में लंबे समय से सक्रिय हैं और ब्रज प्रांत के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष रह चुके हैं। उन्होंने चुनाव के दौरान रणनीतिक रूप से विपक्ष और पार्टी के भीतर असंतुष्ट नेताओं को साधते हुए विजय सुनिश्चित की।
राजनीतिक योगदान और उपलब्धियाँ
- मार्च 2017: पहली बार 17वीं विधानसभा के सदस्य बने।
- मार्च 2022: दोबारा 18वीं विधानसभा के सदस्य निर्वाचित हुए।
- मार्च 2022: योगी आदित्यनाथ सरकार में राज्य मंत्री (गन्ना विकास एवं चीनी मिल) नियुक्त हुए।
संजय सिंह गंगवार का जीवन परिचय और राजनीतिक सफर यह दिखाता है कि एक साधारण पृष्ठभूमि से आने वाला व्यक्ति भी अगर जमीनी स्तर पर जनता के साथ जुड़ा हो और संगठनात्मक रूप से मजबूत हो, तो वह राज्य के शीर्ष पदों तक पहुंच सकता है। उनकी जीत के पीछे संगठन, परिवार और क्षेत्रीय समर्थन की अहम भूमिका रही है।
Pilibhit Assembly Election Results 2022
विधानसभा सीट संख्या | विधानसभा क्षेत्र का नाम | विजयी उम्मीदवार का नाम | पार्टी |
---|---|---|---|
127 | पीलीभीत शहर | संजय सिंह गंगवार | भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) |
128 | बरखेड़ा | जयद्रथ उर्फ स्वामी प्रवक्तांनद | भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) |
129 | पूरनपुर | बाबूराम पासवान | भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) |
130 | बीसलपुर | विवेक वर्मा | भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) |