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MLA Political Journey

जानिए संभल, गुन्नौर की विधायक रामखिलाड़ी सिंह के जीवन और राजनीतिक सफर

Ramkhiladi Singh जानिए संभल, गुन्नौर की विधायक रामखिलाड़ी सिंह के जीवन और राजनीतिक सफर

Ramkhiladi Singh जानिए संभल, गुन्नौर की विधायक रामखिलाड़ी सिंह के जीवन और राजनीतिक सफर

रामखिलाड़ी सिंह का जन्म 4 मार्च 1960 को उत्तर प्रदेश के बदायूं जनपद स्थित घोंसली राजा गांव में हुआ था। उनके पिता का नाम श्री कुँवर सैन है। जाति से वे पिछड़ी वर्ग की अहीर जाति से आते हैं और धर्म से हिन्दू हैं। उनकी प्रारंभिक शिक्षा गांव में हुई और आगे चलकर उन्होंने स्नातक की डिग्री के साथ बी.एड की शिक्षा प्राप्त की।

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उनकी पत्नी का नाम श्रीमती पानवती देवी है जिनका जन्म 1 जनवरी 1957 को हुआ था। दंपति के चार पुत्र और एक पुत्री हैं। पारिवारिक जीवन में वे कृषि को अपना मुख्य व्यवसाय मानते हैं। सामाजिक क्षेत्र में भी उन्होंने सक्रिय भूमिका निभाई है। वर्ष 2006 में वे हरिबाबा कन्या इंटर कॉलेज के संरक्षक रहे और 2011 में एक जन आंदोलन के दौरान धारा 151 के अंतर्गत उन्हें जिला कारागार बदायूं में बंद रहना पड़ा।

जानिए कौन हैं रामखिलाड़ी सिंह ?

रामखिलाड़ी सिंह का राजनीतिक जीवन परिचय

रामखिलाड़ी सिंह का राजनीतिक सफर 1991 में शुरू हुआ जब वे पहली बार ग्यारहवीं विधानसभा के लिए निर्वाचित हुए। इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। सितंबर-अक्टूबर 1996 में तेरहवीं विधानसभा में दूसरी बार उन्हें जनप्रतिनिधि के रूप में चुना गया।

उनका राजनीतिक योगदान यहीं तक सीमित नहीं रहा। वर्ष 1996 से 2002 तक वे सरकारी अश्वासन संबंधी समिति के सदस्य रहे, जिससे उनकी राजनीतिक समझ और विधायी कार्य में गहराई का परिचय मिलता है। मार्च 2012 में उन्हें तीसरी बार सोलहवीं विधानसभा का सदस्य चुना गया। इस दौरान वे समाजवादी पार्टी से विधायक बने और 2013 से 2017 तक वे प्राक्कलन समिति के सभापति भी रहे।

वर्तमान में रामखिलाड़ी सिंह अट्ठारहवीं विधानसभा (2022) के सदस्य के रूप में सक्रिय हैं। यह उनकी चौथी विजय है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि उनके क्षेत्र की जनता पर उनकी पकड़ मजबूत है।

रामखिलाड़ी सिंह का सामाजिक योगदान एवं आंदोलन

रामखिलाड़ी सिंह न केवल विधायी कार्यों में, बल्कि सामाजिक आंदोलनों में भी सक्रिय रहे हैं। वर्ष 2011 में एक जनहित मुद्दे पर आंदोलन करते हुए उन्हें जिला कारागार में बंद रहना पड़ा था। यह घटना उनके सामाजिक सरोकारों की गवाही देती है।

साथ ही, शिक्षा के क्षेत्र में योगदान देते हुए वे 2006 में हरिबाबा कन्या इंटर कॉलेज के संरक्षक बने। इससे यह स्पष्ट होता है कि उनकी प्राथमिकता केवल राजनीति तक सीमित नहीं रही, बल्कि वे समाज के बुनियादी विकास क्षेत्रों जैसे शिक्षा और जनसरोकारों में भी शामिल रहे हैं।

राजनीतिक सफर का सारांश – रामखिलाड़ी सिंह का जीवन परिचय

वर्षराजनीतिक उपलब्धि
1991ग्यारहवीं विधानसभा – प्रथम बार निर्वाचित
1996तेरहवीं विधानसभा – दूसरी बार निर्वाचित
1996–2002सदस्य – सरकारी अश्वासन संबंधी समिति
2012सोलहवीं विधानसभा – तीसरी बार निर्वाचित (सपा)
2013–2017सभापति – प्राक्कलन समिति
2022अट्ठारहवीं विधानसभा – चौथी बार निर्वाचित

रामखिलाड़ी सिंह का राजनीतिक सफर कई दशकों में फैला हुआ है। उनका कार्यकाल विभिन्न विधानसभाओं में निरंतर जारी रहा है, जिससे स्पष्ट होता है कि वे एक अनुभवी और जमीनी नेता हैं।

Sambhal Assembly Election Results 2022

संभल ज़िले की प्रमुख विधानसभा सीटों के 2022 के चुनाव परिणाम

विधानसभा सीटविजेता उम्मीदवारपार्टी
गुन्नौरराम खिलाड़ीसमाजवादी पार्टी (SP)
संभलइकबाल महमूदसमाजवादी पार्टी (SP)
असमोलीपिंकी सिंह यादवसमाजवादी पार्टी (SP)
चंदौसीगुलाब देवीभारतीय जनता पार्टी (BJP

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