रमाशंकर सिंह पटेल का जन्म 15 जुलाई 1969 को उत्तर प्रदेश के मीरजापुर जनपद के राजगढ़ विकास खंड अंतर्गत ग्राम सभा गोल्हनपुर में हुआ। उनके पिता स्वर्गीय शिव प्रसाद सिंह किसान थे। वे हिन्दू धर्म के अनुयायी हैं और कुर्मी जाति से आते हैं। उन्होंने स्नातकोत्तर (एम.ए.) और बी.एड. तक शिक्षा प्राप्त की है।
वर्ष 1989 में उनका विवाह श्रीमती सीता सिंह से हुआ, जिनका जन्म 1 जनवरी 1970 को हुआ था। दंपत्ति के दो पुत्र हैं। रमाशंकर सिंह पटेल का व्यवसाय कृषि है और वे ग्रामीण पृष्ठभूमि से जुड़े व्यक्ति हैं।
रमाशंकर सिंह पटेल : विद्यार्थी जीवन से जनसेवा की ओर
रमाशंकर सिंह पटेल के राजनीतिक सफर की शुरुआत छात्र राजनीति से हुई। वे 1989 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े और 1990 में जीडी बिनानी कॉलेज, मीरजापुर से छात्र संघ के उपाध्यक्ष निर्वाचित हुए।
इसके बाद उन्होंने वर्ष 1995 में अपने गांव गोल्हनपुर से ग्राम प्रधान का चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। लगातार दो बार (1995-2000 और 2000-2005) प्रधान रहने के बाद उन्होंने जनसेवा के क्षेत्र में मजबूत छवि स्थापित की।
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रमाशंकर सिंह पटेल का राजनीतिक सफर
भाजपा में शुरुआत और पंचायत राजनीति
रमाशंकर सिंह पटेल ने वर्ष 1995 में भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ली। इसके बाद उनके परिवार ने भी राजनीति में योगदान दिया, जब 2005 से 2010 तक उनकी पत्नी सीता सिंह ग्राम प्रधान बनीं। इस अवधि में किए गए विकास कार्यों की वजह से उन्हें राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित किया गया और गांव को आदर्श ग्राम के रूप में चयनित किया गया।
उन्होंने 2005 से 2010 तक जिला पंचायत सदस्य और फिर 2010 से 2015 तक पुनः ग्राम प्रधान के रूप में सेवा दी। इसी अवधि में वे प्रधान संघ के जिलाध्यक्ष बने।
संगठनात्मक जिम्मेदारियां और भाजपा में सक्रियता
रमाशंकर सिंह पटेल को भाजपा ने जिला उपाध्यक्ष (किसान मोर्चा), फिर 2003 में किसान मोर्चा का जिला अध्यक्ष, 2006 में जिला महामंत्री और 2009 में पुनः जिला उपाध्यक्ष नियुक्त किया।
कुछ समय तक वे समाजवादी पार्टी में भी रहे, लेकिन नीतियों से असहमति के कारण पुनः भारतीय जनता पार्टी में लौट आए। वर्ष 2016 में वे भाजपा क्षेत्रीय कार्यसमिति के सदस्य बनाए गए।
2017 विधानसभा चुनाव और मंत्री पद
पहली बार विधायक – 2017
2017 में भाजपा ने उन्हें मड़िहान विधानसभा सीट से टिकट दिया। रमाशंकर सिंह पटेल ने कांग्रेस के पूर्व विधायक ललितेशपति त्रिपाठी को हराकर पहली बार विधायक बने। यह उनके राजनीतिक सफर में एक निर्णायक मोड़ था।
राज्य मंत्री का कार्यकाल – 2019
अगस्त 2019 में उन्हें उत्तर प्रदेश सरकार में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मंत्रिमंडल में राज्य मंत्री बनाया गया। इस पद पर रहते हुए उन्होंने ग्रामीण विकास, सड़क निर्माण और कृषि क्षेत्र में कई योजनाओं को लागू करने में भागीदारी की।
दूसरी बार विधायक – 2022
2022 में उन्होंने मड़िहान से पुनः जीत हासिल की और बसपा प्रत्याशी नरेंद्र कुशवाहा को हराया। लगातार दूसरी बार विधायक बनने के बाद उन्होंने अपना जनसेवा का कार्य जारी रखा।
रमाशंकर सिंह पटेल का जनसेवा में योगदान
विकास कार्यों की प्राथमिकता
रमाशंकर सिंह पटेल ने अपने जीवन परिचय के आरंभिक दौर से ही स्थानीय विकास को प्राथमिकता दी है। ग्राम स्तर पर कार्य करते हुए उन्होंने स्वच्छता, शिक्षा, जल प्रबंधन और सड़क निर्माण जैसे क्षेत्रों में योगदान दिया।
उन्होंने ग्राम गोल्हनपुर को आदर्श ग्राम बनाने की दिशा में काम किया और सरकारी योजनाओं के सफल क्रियान्वयन को सुनिश्चित किया।
पार्टी संगठन में प्रभाव
रमाशंकर सिंह पटेल पार्टी संगठन के विभिन्न स्तरों पर सक्रिय रहे हैं। किसान मोर्चा, जिला संगठन और क्षेत्रीय समितियों में उनका योगदान संगठनात्मक मजबूती का उदाहरण है।
रमाशंकर सिंह पटेल का जीवन परिचय और राजनीतिक सफर ग्राम प्रधान से लेकर राज्य मंत्री तक की यात्रा का उदाहरण प्रस्तुत करता है। छात्र राजनीति से शुरुआत कर पंचायत, जिला और फिर विधानसभा तथा सरकार में मंत्री पद तक उन्होंने हर स्तर पर जनसेवा को ही प्राथमिकता दी। भाजपा में उनकी राजनीतिक सक्रियता, संगठन के प्रति निष्ठा और क्षेत्रीय विकास में उनकी भूमिका उन्हें एक स्थायी जनप्रतिनिधि के रूप में स्थापित करती है।
Mirzapur Assembly Election Results 2022 (2022 उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव)
विधानसभा सीट | विजेता प्रत्याशी | पार्टी |
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मिर्जापुर सदर | रत्नाकर मिश्रा | भाजपा |
मड़िहान | रमाशंकर पटेल | भाजपा |
चुनार | अनुराग सिंह | भाजपा |
मझवां ( उपचुनाव 2024 ) | सुचिस्मिता मौर्य | भाजपा |
छानबे ( ( उपचुनाव 2023 ) | रिंकी कोल | अपना दल (भाजपा गठबंधन) |