जानिए कौन हैं राकेश राठौर ?
राकेश राठौर का जन्म 25 जून 1972 को उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले के मिश्रिख में हुआ था। उनके पिता का नाम श्री लालजी प्रसाद राठौर है। वह हिन्दू धर्म में विश्वास रखते हैं और पिछड़ी जाति (तेली) समुदाय से आते हैं। आठवीं कक्षा तक पढ़ाई करने के बाद उन्होंने व्यवसायिक जीवन में कदम रखा और स्कूटर मिस्त्री के रूप में अपना कार्य शुरू किया। उनके संघर्षमय जीवन की शुरुआत यहीं से हुई, जब वह सीतापुर शहर के आरएमपी रोड पर स्कूटर की मरम्मत का कार्य करते थे।
परिवार की बात करें तो उन्होंने 5 फरवरी 1998 को अनीता राठौर से विवाह किया। उनके दो पुत्र और एक पुत्री हैं। वर्तमान में उनका निवास सीतापुर शहर के दुर्गापुरवा मोहल्ले में है। प्रारंभिक समय में स्कूटर मिस्त्री के रूप में पहचान बनाने वाले राकेश राठौर ने धीरे-धीरे एक व्यवसायी के रूप में भी अपनी स्थिति मजबूत की। उन्होंने इनवर्टर-बैटरी की दुकान स्थापित की, जो अब भी सक्रिय रूप से चल रही है।
राकेश राठौर का जीवन परिचय : संघर्ष से शिखर तक
राजनीतिक पृष्ठभूमि न होने के बावजूद राकेश राठौर का जीवन परिचय पूरी तरह संघर्ष और आत्मनिर्भरता का उदाहरण है। स्कूटर मिस्त्री से लेकर उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री पद तक का सफर उन्होंने मेहनत, संगठनात्मक अनुशासन और प्रतिबद्धता से तय किया।
किशोरावस्था से ही वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़े रहे। भाजपा के एक सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में उन्होंने वर्षों तक कार्य किया। उनकी मेहनत और सामाजिक कार्यों की वजह से उन्हें “गुरु” की उपाधि मिली। यही कारण है कि लोग उन्हें राकेश राठौर की जगह राकेश राठौर गुरु के नाम से जानने लगे।
राकेश राठौर का राजनीतिक सफर : सत्तासीन तक की राह
राकेश राठौर का राजनीतिक सफर वर्ष 2022 में निर्णायक मोड़ पर पहुंचा जब भाजपा ने उन्हें सीतापुर सदर विधानसभा सीट से अपना प्रत्याशी घोषित किया। यह वही सीट थी जहां से भाजपा के तत्कालीन विधायक ने सपा में शामिल होकर पार्टी विरोधी रुख अपनाया था। इसके बाद भाजपा ने भरोसा जताते हुए राकेश राठौर को मौका दिया।
10 मार्च 2022 को हुए सीतापुर सदर विधानसभा सीट चुनाव परिणाम में उन्होंने चार बार के विधायक राधेश्याम जायसवाल को हराकर पहली बार विधायक बनने का गौरव प्राप्त किया। इसके तुरंत बाद उन्हें उत्तर प्रदेश सरकार में नगर विकास, शहरी समग्र विकास, नगरीय रोजगार एवं गरीबी उन्मूलन जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालयों की जिम्मेदारी मिली।
उनका यह उदय ऐसे समय हुआ जब पार्टी को एक ज़मीन से जुड़े जनप्रतिनिधि की तलाश थी। कार्यकर्ताओं के बीच उनकी मजबूत पकड़ और जनता से सीधे संपर्क ने उन्हें यह मुकाम दिलाया।
राजनीतिक योगदान और समाजसेवा
राकेश राठौर का राजनीतिक करियर 2022 में औपचारिक रूप से विधानसभा सदस्य के रूप में शुरू हुआ। उन्हें अठ्ठारहवीं विधानसभा में स्थान मिला और उसी वर्ष उन्हें योगी आदित्यनाथ सरकार में मंत्री बनाया गया। यह उपलब्धि बिना किसी राजनीतिक विरासत के एक आम कार्यकर्ता के लिए बड़ी बात मानी जाती है।
उनका योगदान सिर्फ चुनाव जीतने तक सीमित नहीं रहा। नगर विकास और शहरी योजनाओं के क्रियान्वयन में उनकी सक्रिय भूमिका रही है। उनके कार्यों का प्रभाव स्थानीय स्तर पर देखा जा सकता है।
राकेश राठौर का जीवन और कार्यशैली यह स्पष्ट करती है कि मेहनत, ईमानदारी और संगठनात्मक प्रतिबद्धता से कोई भी व्यक्ति राजनीति में उच्च पद तक पहुंच सकता है। उनका सफर यह दर्शाता है कि यदि नेतृत्व योग्य हो, तो बिना किसी राजनीतिक पृष्ठभूमि के भी आम आदमी सत्ता के शीर्ष तक पहुंच सकता है।
सीतापुर जिले की 2022 विधानसभा चुनाव परिणाम : Sitapur Assembly Election Results 2022
क्रम | विधानसभा सीट | विजेता उम्मीदवार | पार्टी |
---|---|---|---|
1 | सीतापुर सदर | राकेश राठौर | भाजपा |
2 | हरगांव | सुरेश राही | भाजपा |
3 | लहरपुर | अनिल कुमार वर्मा | सपा |
4 | बिसवां | निर्मल वर्मा | भाजपा |
5 | सेवता | ज्ञान तिवारी | भाजपा |
6 | महमूदाबाद | आशा मौर्य | भाजपा |
7 | सिधौली | मनीष रावत | भाजपा |
8 | मिश्रिख | रामकृष्ण भार्गव | भाजपा |
9 | महोली | शशांक त्रिवेदी | भाजपा |