राजेश चौधरी का जन्म 1 जून, 1973 को मथुरा में हुआ था। उनके पिता का नाम श्री विजेन्द्र सिंह है। उन्होंने स्नातकोत्तर तक की शिक्षा प्राप्त की और एलएलएम की डिग्री हासिल की। 17 अप्रैल, 1998 को उनका विवाह श्रीमती सुमन चौधरी से हुआ, जिनका जन्म 20 सितंबर, 1983 को हुआ था। उनके दो पुत्र हैं। राजेश चौधरी पेशे से एक वकील हैं और लंबे समय से सामाजिक व राजनीतिक गतिविधियों में सक्रिय रहे हैं।
मातृ संगठन @BJP4India @BJP4UP द्वारा माँट विधानसभा मथुरा का प्रत्याशी घोषित करने पर माँट की भूमि को प्रणाम किया। कार्यकर्ताओं एवं मेरे सुभचिंतकों का हुजूम देखकर आंखे नम हो गईं।
— Rajesh Chaudhary (@rajeshchbjp) January 15, 2022
माँट के लाखों लोगों की भावनाओं का ख्याल रखने के लिए शीर्ष नेतृत्व का बहुत बहुत आभार! @myogioffice pic.twitter.com/DPa4kRY6jf
राजेश चौधरी : राजनीतिक सफर
प्रारंभिक राजनीतिक जीवन
राजेश चौधरी ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के माध्यम से राजनीति में प्रवेश किया। वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े रहे और बाद में भारतीय जनता युवा मोर्चा में विभिन्न पदों पर कार्य किया। बजरंग दल के सदस्य के रूप में उन्होंने गो रक्षा जैसे मुद्दों पर सक्रिय भूमिका निभाई।
1992 में, जब भाजपा के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष मुरली मनोहर जोशी ने श्रीनगर के लाल चौक पर तिरंगा फहराया, तो उनकी टीम का हिस्सा थे। इसके बाद उन्होंने पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के साथ काम किया और पार्टी नेतृत्व के करीब पहुंचे।
विधानसभा चुनाव में सफलता
2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में, राजेश चौधरी ने मांट सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा। इस सीट पर उनका मुकाबला आठ बार के विधायक श्याम सुंदर शर्मा से हुआ। उन्होंनेलगभग 9,500 वोटों के अंतर से जीत हासिल कर इतिहास रच दिया। यह जीत उनके राजनीतिक करियर में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई।
राजेश चौधरी : राजनीतिक योगदान
मार्च 2022 में, राजेश चौधरी पहली बार उत्तर प्रदेश विधानसभा के सदस्य चुने गए। वह भाजपा के युवा जाट नेताओं में से एक के रूप में उभरे हैं और पार्टी संगठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
उनका राजनीतिक सफर संघर्ष और सिद्धांतों पर आधारित रहा है। भाजपा के मूलभूत मुद्दों पर उनकी स्पष्ट समझ और संगठनात्मक क्षमता ने उन्हें पार्टी में विशेष पहचान दिलाई है।
उत्तर प्रदेश 2022 विधानसभा में 403 सीटों पर विभिन्न जातियों और धर्मों के विधायकों का प्रतिनिधित्व
मथुरा जिले की विधानसभा सीटों पर 2022 चुनाव परिणाम
विधानसभा सीट | विजेता उम्मीदवार | पार्टी | वोट प्रतिशत | प्रमुख प्रतिद्वंद्वी |
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मथुरा | श्रीकांत शर्मा | भाजपा | 57.33% | प्रदीप माथुर (कांग्रेस) |
बलदेव | पूरन प्रकाश | भाजपा | 62.66% | अशोक कुमार सुमन (बसपा) |
मांट | राजेश चौधरी | भाजपा | 65.10% | श्याम सुंदर शर्मा (बसपा) |
गोवर्धन | मेघश्याम सिंह | भाजपा | 66.75% | राजकुमार रावत (बसपा) |
छाता | लक्ष्मी नारायण चौधरी | भाजपा | 64.55% | तेजपाल सिंह (आरएलडी) |