जानिए कौन हैं राजबाला सिंह ?
राजबाला सिंह उत्तर प्रदेश की सक्रिय महिला नेताओं में एक हैं, जिन्होंने मिलक विधानसभा से दो बार विधायक बनने का गौरव प्राप्त किया है। इनका जन्म 20 जून 1982 को रामपुर जनपद में हुआ। उनके पिता का नाम स्व. गेन्दालाल है। वे अनुसूचित जाति (जाटव) समुदाय से आती हैं और शिक्षा के क्षेत्र में उन्होंने स्नातकोत्तर बी.एड. तक की पढ़ाई पूरी की है।
उनका विवाह 3 जुलाई 2009 को दिलीप सिंह से हुआ और उनके परिवार में एक पुत्र और एक पुत्री हैं। पेशे से वे उद्योग से जुड़ी हैं और सामाजिक क्षेत्र में भी सक्रिय रहती हैं।
राजबाला सिंह का जीवन परिचय : शिक्षा, पारिवारिक पृष्ठभूमि और सामाजिक दृष्टिकोण
राजबाला सिंह का जीवन परिचय यह दर्शाता है कि उन्होंने पारिवारिक जीवन और सामाजिक जिम्मेदारियों के बीच संतुलन बनाकर राजनीतिक क्षेत्र में कदम रखा। शिक्षा में स्नातकोत्तर डिग्री और बी.एड. करने के बाद वे अपने व्यवसायिक जीवन के साथ समाजसेवा से जुड़ी रहीं।
उनका सामाजिक आधार अनुसूचित जाति वर्ग में मजबूत रहा है। स्थानीय स्तर पर महिलाओं और कमजोर वर्गों की समस्याओं को लेकर वे लगातार आवाज उठाती रही हैं।
राजबाला सिंह का राजनीतिक सफर : मिलक विधानसभा में दो बार की जीत
राजबाला सिंह का राजनीतिक सफर 2017 से शुरू होता है जब उन्होंने भारतीय जनता पार्टी से मिलक विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा। उस चुनाव में उन्हें 89,861 वोट मिले जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंदी समाजवादी पार्टी के विजय सिंह को 73,194 वोट प्राप्त हुए। इस तरह उन्होंने 16,667 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की।
इसके बाद मार्च 2022 में एक बार फिर उन्होंने समाजवादी पार्टी के उसी प्रत्याशी को हराकर 6,071 वोटों से जीत हासिल की। यह जीत ऐतिहासिक थी क्योंकि मिलक सीट पर अब तक कोई भी प्रत्याशी लगातार दो बार नहीं जीत सका था।
राजनीतिक योगदान और जनसेवा का कार्य
राजबाला सिंह ने अपने राजनीतिक जीवन में स्थानीय विकास कार्यों को प्राथमिकता दी है। सत्रहवीं विधानसभा (2017) में पहली बार निर्वाचित होने के बाद उन्होंने शिक्षा, सड़क, पेयजल और स्वास्थ्य सुविधाओं पर कार्य करवाया।
मार्च 2022 में मिलक विधानसभा सीट से अठारहवीं विधानसभा में दोबारा निर्वाचित होने के बाद उन्होंने महिला सशक्तिकरण और ग्रामीण उद्योगों को बढ़ावा देने की दिशा में पहल की है।
मिलक विधानसभा में सामाजिक नेतृत्व की पहचान
मिलक क्षेत्र में अनुसूचित जाति और महिला वर्ग के बीच राजबाला सिंह की लोकप्रियता निरंतर बनी रही है। उन्होंने अपने व्यवहार और जनसम्पर्क के जरिए जनता के बीच भरोसा कायम किया।
राजबाला सिंह का जीवन परिचय उनके संघर्ष और समर्पण को दर्शाता है, वहीं उनका राजनीतिक सफर स्थानीय राजनीति में उनकी पकड़ और समझ को प्रमाणित करता है।
राजनीतिक क्षेत्र में महिलाओं की भूमिका लगातार सशक्त हो रही है और वह इसका एक उदाहरण हैं। उन्होंने दो बार की जीत से यह सिद्ध कर दिया कि जनता का विश्वास कार्य और प्रतिबद्धता पर आधारित होता है। राजबाला सिंह का राजनीतिक सफर और सामाजिक योगदान आने वाले वर्षों में और व्यापक रूप ले सकता है।
Rampur Assembly Election Results 2022
विधानसभा सीट | विजेता उम्मीदवार | पार्टी |
---|---|---|
रामपुर | आज़म खान | समाजवादी पार्टी (SP) |
रामपुर – उपचुनाव 2022 | आकाश सक्सेना | भारतीय जनता पार्टी (BJP) |
स्वार | अब्दुल्ला आज़म खान | समाजवादी पार्टी (SP) |
स्वार – उपचुनाव 2023 | शफीक अहमद अंसारी | अपना दल (एस) |
चमरौआ | नसीर अहमद खान | समाजवादी पार्टी (SP) |
बिलासपुर | बलदेव सिंह औलख | भारतीय जनता पार्टी (BJP) |
मिलक | राजबाला सिंह | भारतीय जनता पार्टी (BJP) |