रफीक अंसारी का जन्म 5 नवम्बर 1962 को उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में हुआ। उनका परिवार बुनकर समुदाय से ताल्लुक रखता है। उनके पिता का नाम श्री यासीन है। गरीबी में पले-बढ़े रफीक अंसारी ने आर्थिक कठिनाइयों के चलते आठवीं कक्षा तक ही शिक्षा प्राप्त की। शिक्षा की सीमित उपलब्धता के बावजूद उन्होंने सामाजिक और राजनीतिक गतिविधियों में सक्रिय भागीदारी की।
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1984 में उनका विवाह श्रीमती खुर्शीदा से हुआ। उनके परिवार में एक पुत्र और छह पुत्रियाँ हैं। पेशे से वे व्यापारी हैं और स्थानीय स्तर पर दुकानदारी करते हैं। उनके जीवन का एक महत्वपूर्ण पक्ष यह रहा है कि उन्होंने सीमित संसाधनों में रहते हुए भी जनसेवा को प्राथमिकता दी।
रफीक अंसारी का राजनीतिक सफर: पार्षदी से विधानसभा तक
पार्षद पद से शुरू हुआ राजनीतिक जीवन
रफीक अंसारी का राजनीतिक सफर मेरठ नगर निगम में पार्षद पद से आरंभ हुआ। समाजवादी पार्टी से जुड़कर उन्होंने तीन बार पार्षद का चुनाव जीता। इस दौरान पार्टी में उनकी सक्रियता और लोकप्रियता लगातार बढ़ती रही। यहीं से उनका राजनीतिक आधार मजबूत हुआ और उन्हें विधानसभा चुनाव के लिए तैयार किया गया।
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2012: पहला विधानसभा चुनाव और अनुभव
वर्ष 2012 में समाजवादी पार्टी ने उन्हें मेरठ शहर सीट से उम्मीदवार बनाया। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपेयी के विरुद्ध चुनाव लड़ा। इस चुनाव में उन्हें करीब 4000 वोटों से हार का सामना करना पड़ा। बावजूद इसके, पार्टी ने उनके अनुभव और संगठनात्मक योगदान को सराहा और उन्हें हथकरघा एवं पर्यटन विभाग का अध्यक्ष नियुक्त किया।
रफीक अंसारी का राजनीतिक सफर: लगातार बढ़ता प्रभाव
2017: निर्णायक जीत और विधानसभा में प्रवेश
2017 के विधानसभा चुनाव में एक बार फिर रफीक अंसारी को समाजवादी पार्टी ने मेरठ शहर सीट से उम्मीदवार बनाया। इस बार भी उनके सामने डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपेयी थे। भाजपा की प्रबल लहर के बीच रफीक अंसारी ने वाजपेयी को 28,000 से अधिक मतों से हराकर ऐतिहासिक जीत दर्ज की। यह जीत न सिर्फ उनकी लोकप्रियता का प्रतीक बनी, बल्कि उन्होंने मेरठ जिले की सात सीटों में से अकेले गैर-भाजपा विधायक बनने का गौरव भी प्राप्त किया।
2022: दूसरी बार विधानसभा में प्रवेश
2022 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी ने पुनः उनपर भरोसा जताया। इस बार उन्होंने भाजपा के कमलदत्त शर्मा को पराजित किया और अट्ठारहवीं विधानसभा में सदस्य बने। इस तरह रफीक अंसारी का राजनीतिक सफर दो बार विधायक बनने तक पहुँच चुका है।
रफीक अंसारी का जीवन परिचय एवं उनका सामाजिक योगदान
रफीक अंसारी का जीवन परिचय इस बात का प्रमाण है कि सीमित शिक्षा और संसाधनों के बावजूद यदि व्यक्ति में जनसेवा की भावना हो तो वह राजनीति में उल्लेखनीय स्थान बना सकता है। पार्षदी से शुरू करके उन्होंने मेरठ जैसे शहरी क्षेत्र में जनविश्वास अर्जित किया और विधानसभा तक पहुँचे।
रफीक अंसारी का राजनीतिक सफर समाजवादी पार्टी की नीतियों, अल्पसंख्यक समुदाय की अपेक्षाओं और उनके स्थानीय मुद्दों के समाधान के प्रयासों से जुड़ा रहा है। उन्होंने व्यापारियों, बुनकरों और शहरी गरीबों के मुद्दों को प्रमुखता दी है।उनका राजनीति में उत्थान उनके सतत प्रयासों और जमीनी स्तर पर लोगों से जुड़ाव का परिणाम है।
Meerut Assembly Election Results 2022
मेरठ जिले की सभी 7 विधानसभा सीटों के विजेता
विधानसभा सीट | विजेता प्रत्याशी | पार्टी |
---|---|---|
मेरठ | रफीक अंसारी | समाजवादी पार्टी |
किठौर | शाहिद मंजूर | समाजवादी पार्टी |
सिवालखास | गुलाम मोहम्मद | राष्ट्रीय लोक दल (RLD) |
हस्तिनापुर | दिनेश खटीक | भारतीय जनता पार्टी |
मेरठ दक्षिण | डॉ. सोमेंद्र सिंह तोमर | भारतीय जनता पार्टी |
मेरठ कैंट | अमित अग्रवाल | भारतीय जनता पार्टी |
सरधना | अतुल प्रधान | समाजवादी पार्टी |