जानिए कौन हैं प्रसन्न कुमार चौधरी?
प्रसन्न कुमार चौधरी का जन्म 5 जुलाई 1970 को उत्तर प्रदेश के कासमपुर गांव में हुआ। इनके पिता का नाम श्री ब्रह्मा सिंह है। जाट समुदाय से आने वाले चौधरी हिन्दू धर्म में आस्था रखते हैं। इन्होंने स्नातक तक की शिक्षा प्राप्त की है। विवाह 21 मार्च 1993 को श्रीमती बबीता से हुआ। उनकी पत्नी का जन्म 15 अगस्त 1970 को हुआ था। इनके परिवार में एक पुत्र और दो पुत्रियाँ हैं। पेशे से वह कृषि कार्य में लगे हुए हैं।
प्रारंभिक सामाजिक भूमिका और राजनीतिक पहचान
राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाने से पहले प्रसन्न कुमार चौधरी एक उद्योगपति के रूप में भी जाने जाते थे। उन्होंने सामाजिक और राजनीतिक गतिविधियों में भागीदारी पांच साल पहले शुरू की। उस समय उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार थी। जिला पंचायत सदस्य चुनाव के माध्यम से उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की। इस चुनाव में उनकी पत्नी ने बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर भाग लिया।
प्रसन्न कुमार चौधरी का राजनीतिक सफर
जिला पंचायत अध्यक्ष पद की लड़ाई
दैनिक प्रशासनिक गतिविधियों से दूर, प्रसन्न कुमार चौधरी ने स्थानीय राजनीति में एक बड़ा दांव खेला। जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव में सत्ताधारी दल के दिग्गज नेताओं को कड़ी चुनौती दी। उनकी पत्नी संतोष देवी, शैफाली चौहान से आमने-सामने थीं। कुल 19 में से 17 वोट निर्णायक साबित हुए।
इस चुनाव को सरकार की प्रतिष्ठा से जोड़ा गया था, लेकिन उन्होंने सत्ताधारी दल को हराते हुए अपनी पत्नी को अध्यक्ष बनवाया। यह उनके रणनीतिक कौशल और सामाजिक पकड़ का संकेत था।
भाजपा से रालोद तक का सफर
समय के साथ राजनीतिक परिस्थितियाँ बदलीं। भाजपा की सरकार बनने पर प्रसन्न कुमार चौधरी ने भाजपा जॉइन की। हालांकि, विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने भाजपा छोड़ दी। राजनीतिक समीकरण बदलते देख उन्होंने राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) का साथ लिया।
गठबंधन में विश्वास और टिकट की प्राप्ति
प्रसन्न कुमार चौधरी ने रालोद में शामिल होने के तुरंत बाद अपनी राजनीतिक सूझबूझ से पार्टी का भरोसा जीता। जयंत चौधरी ने उन्हें शामली विधानसभा सीट से प्रत्याशी घोषित किया। 2022 के चुनाव में उन्होंने भाजपा के मौजूदा विधायक तेजेंद्र सिंह निर्वाल को हराया। अंतर रहा 7107 मतों का।
किसान आंदोलन का प्रभाव
शामली सीट पर किसान आंदोलन का सीधा प्रभाव देखा गया। भाजपा के प्रति किसान समुदाय में नाराजगी थी। इस माहौल का लाभ रालोद-सपा गठबंधन को मिला। उन्हें पहली बार विधानसभा का टिकट मिला और उन्होंने जीत हासिल की।
राजनीतिक सफर: अट्ठारहवीं विधानसभा में सदस्यता
मार्च 2022 में प्रसन्न कुमार चौधरी पहली बार उत्तर प्रदेश शामली विधानसभा सीट से अट्ठारहवीं विधानसभा के सदस्य निर्वाचित हुए। यह उनका पहला अनुभव था, जिसमें उन्होंने प्रतिद्वंद्वी दल को हराकर जनता का विश्वास प्राप्त किया।
उनका जीवन परिचय और राजनीतिक सफर स्पष्ट रूप से बताता है कि उन्होंने जमीन से जुड़कर राजनीति की है। उन्होंने स्थानीय निकाय से लेकर विधानसभा तक अपनी प्रभावशाली उपस्थिति दर्ज कराई है। गठबंधन की राजनीति और जनता के समर्थन के चलते वे आज एक जनप्रतिनिधि हैं।
Shamli Assembly Election Results 2022
शामली जिले की विधानसभा सीटों के 2022 चुनाव परिणाम
विधानसभा सीट | 2022 विजेता (पार्टी) |
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कैराना | नाहिद हसन (सपा) |
शामली | प्रसन्न कुमार चौधरी (आरएलडी) |
थाना भवन | अशरफ अली खान (आरएलडी) |